अगर आप को डायबिटीज है, तो आप को अपने खान–पान में शामिल हर चीज़ का खास ख्याल रखना होता है, क्योंकि हमारा खान-पान ही हमारे ब्लड शुगर लेवल (रक्त शर्करा) पर सीधा असर डालता है। ऐसे में जब फलों के सेवन की बात आती है तो फलों की मिठास के कारण हमारे दिमाग में सब से पहला सवाल यही आता है, कि डायबिटीज में हमें कौन सा फल खाना चाहिए और कौन सा नहीं। अब बात करें पपीते की, तो पपीते में कई गुण होने के बावजूद भी इस की मिठास डायबिटीज में इस के सेवन पर एक बहुत बड़ा सवाल खड़ा कर देती है। तो आइये जानते है कि क्या डायबिटीज में पपीता खाना फायदेमंद है, या नहीं और क्या पपीता ब्लड शुगर लेवल बढ़ाने का काम करता है?
पपीते में पाए जाने वाले गुण
फल मीठे तो होते है, लेकिन इन में कृत्रिम नहीं बल्कि प्राकृतिक मिठास होती है, वहीं अगर पपीते की बात करें तो पपीते में सेहत के लिए कई फायदेमंद पोषक तत्व पाए जाते हैं, जैसे-
- विटामिन ए
- विटामिन बी
- विटामिन ई
- विटामिन सी
- विटामिन के
- मिनरल्स
- फाइबर
- एंटीऑक्सीडेंट
पपीता पाचन तंत्र और मेटाबॉल्जिम को बेहतर बनाने का काम करता है, साथ ही पपीते में फ्लेवोनाइड्स भी मौजूद होते है, जो कि ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मदद करते है । 100 ग्राम पके हुए पपीते में 32 ग्राम कैलोरी, 0.6 ग्राम प्रोटीन, 0.1 ग्राम वसा, 7.2 ग्राम कार्ब्स, और 2.6 ग्राम प्रोटीन होता है, इस में फाइबर की ज्यादा और चीनी की मात्रा कम होती है, जैसे कि,100 ग्राम पपीते में चीनी की मात्रा 6.9 ग्राम होती है।
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डायबिटीज में पपीता खाएँ या नहीं?
पपीता मध्यम ग्लाईसेमिक इंडेक्स वाला फल होता है, जिस का जी आई 60 होता है, और किसी भी खाने का ग्लाईसेमिक इंडेक्स ही यह बताता है कि वह आप के खून में ग्लूकोज़ की मात्रा को कितना और कितने समय के अन्तराल से बढ़ाएगा। लो ग्लाईसेमिक इंडेक्स वाले खाद्य पदार्थ 20 से 49 के बीच होते है, और 50 से 69 माध्यम ग्लाईसेमिक इंडेक्स वाले खाद्य पदार्थ होते है, जब कि हाई ग्लाईसेमिक इंडेक्स वाले खाद्य पदार्थ 70 से 100 के बीच होते है।
तो पपीते का ग्लाईसेमिक इंडेक्स 60 होने से आप इसे अपनी डेली डाइट का हिस्सा बना सकते है, लेकिन इस बात का ध्यान रखे कि पपीता पूरी तरह लो शुगर वाला फल नहीं है, इसलिए डायबिटीज में इस का सिमित मात्रा में सेवन करना बहुत ज़रूरी है।
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डायबिटीज में पपीते का कितना और कैसे सेवन करें?
जिन्हें डायबिटीज है, उन्हें रोज़ाना पपीते का एक कप से ज्यादा सेवन नहीं करना चाहिए, आप इसे अपनी डाइट में कई तरह से शामिल कर सकते है, जैसे कि आप इसे नाश्ते में खा सकते है, दिन के खाने के कुछ समय बाद खा सकते है। हालाँकि इस में कैलोरी कम होती है, लेकिन स्वाभाविक रूप से इस में कार्बनिक शुगर की मात्रा मौजूद होती है इसलिए किसी भी डायबिटीज मरीज़ को संतुलित मात्रा में ही पपीते खाना चाहिए। ध्यान रखें कि डायबिटीज के मरीज़ों को रात में पपीता नहीं खाना चाहिए क्योंकि इस समय इससे मिलने वाले ग्लुकोज़ और शुगर का उपयोग नहीं हो पाता और यह आप के शुगर लेवल को बढ़ा सकता है।
इसके साथ ही आप समय–समय पर अपने शुगर की जांच करते रहे और डायबिटीज में किसी भी चीज़ के सेवन से पहले अपने हेल्थ एक्सपर्ट की सलाह ज़रूर ले।