मधुमेह को प्रबंधित करने का मतलब यह नहीं है कि आप के खाने में शामिल हर चीज़ नीरस और उबाऊ हों। हमारा ख़ाना एक ही समय में पोषक तत्वों और स्वाद से भरपूर हो सकता हैं। हमारे पास आप के लिये आंध्र प्रदेश राज्य की एक लज़ीज़ रेसिपी है। तुरई के साथ इस मधुमेह-अनुकूल दाल का आनंद लें जो आपको लंबे समय तक संतुष्ट रखेगी और आपके ब्लड शुगर शुगर में बढ़ोतरी नहीं करेगी।
बिरकाया पप्पू (तुरई के साथ दाल) आंध्र प्रदेश राज्य का एक पारंपरिक व्यंजन है, यह हमें स्वाद और स्वास्थ्य दोनों से जोड़ता है। कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स होने के कारण यह रेसिपी मधुमेह वाले लोगों के लिए अच्छी है। बीयरकाया या रिज लौकी के आंखों, मधुमेह, त्वचा, लीवर, वजन और पाचन के लिए कई स्वास्थ्य लाभ हैं।
बीरकाया पप्पू (तुरई के साथ दाल) रेसिपी
इस रेसिपी में शामिल चीज़े इसे एक सुपर स्वस्थ और सरल व्यंजन बनाता है।
तैयारी का समय – 20 मिनट
पकाने का समय – 40 मिनट
सर्विंग – 4 भाग
सामग्री
- तुरई 450 ग्राम
- 1 चम्मच लाल मिर्च पाउडर
- तुवर दाल 80 ग्राम
- करी पत्ते की 2 टहनी
- 1 चम्मच सरसों के बीज
- 1 चम्मच अदरक का पेस्ट
- मुट्ठी भर धनिया पत्ती
- 1 चम्मच हल्दी पाउडर
- 20 मिली खाना पकाने का तेल
- नमक स्वाद अनुसार
बनाने की विधि
- तुरई को धोकर मध्यम आकार के क्यूब्स में काट लें।
- इन्हें भूरा होने से बचाने के लिए पानी में अलग रख दें।
- दाल को धोकर प्रेशर कुकर में तोरई, हल्दी पाउडर और नमक के साथ उबाल लें।
- पकी हुई दाल को एक तरफ रख दें।
- एक पैन में थोड़ा सा तेल गर्म करें. – तड़का लगाने के लिए तेल में अदरक का पेस्ट, करी पत्ता और लाल मिर्च पाउडर डालें।
- दाल में तड़का डालें और 2-3 मिनिट तक पकाएं।
- मसाला के साथ इसे गरमागरम परोसें।
रागी और गेहूं मिश्रित रोटियों या भूरे चावल के एक छोटे हिस्से और एक गिलास छाछ के साथ परोसें। यह उच्च फाइबर वाला नुस्खा खाने का एक संतोषजनक और पौष्टिक विकल्प है। आप दाल में अपनी पसंद की कोई दूसरी सब्जी भी मिला सकते हैं।
Beato फूड लैब पोषण संबंधी जानकारी
BeatO Food Lab Nutrition Information
कैलोरीज | भाग | कार्ब्स | फाइबर | |
कुल मूल्य | 608 | 24 | 67 | 20 |
प्रति भाग | 152 | 6 | 16.75 | 5 |
मधुमेह-अनुकूल खाने का स्वाद लेते समय, याद रखें कि आपको हिस्से के आकार(पोर्शन साइज़) को ध्यान में रखना चाहिए। अगर आप मधुमेह में किसी भी चीज़ का सेवन ज़्यादा करते है, तो इससे आपका ब्लड शुगर लेवल बढ़ सकता है। आपको अपने मधुमेह के ख़ान-पान के बारे में सही सलाह लेने के लिए अपने डॉक्टर या स्वास्थ्य प्रशिक्षक से भी बात करनी चाहिए। इसके अलावा, अपने ब्लड शुगर लेवल पर लगातार नजर रखें।