तेल एक ऐसा पदार्थ है जो आज हर किचन की जरूरत बन गया है। खाना बनाने से जुड़ा हर काम तेल की मदद से ही पूरा हो पता है। फिर चाहें वह तलना हो या किसी सब्जी को फ्राई करना हो, इन सभी कामों में तेल की बहुत जरूरत होती है। लेकिन हमारे जीवन में तेल जितना जरूरी है, उतना ही जरूरी हमारा स्वास्थ्य भी है। अकसर हम जल्दबाजी में कुछ ऐसे तेल का चुनाव कर लेते हैं जो हमारे स्वास्थ्य पर बहुत ही नकारात्मक प्रभाव डालता है। इसीलिए यह जरूरी है कि हम कुछ इन तेलों का इस्तेमाल करें जो हमारे स्वाद के साथ-साथ सेहत का भी ध्यान रखे। रिफाइंड तेल उन तेलों में से एक है जो हमारी हर जरूरत का ध्यान रखता है। रिफाइंड ऑयल, जिसे रिफाइंड वेजिटेबल ऑयल भी कहा जाता है, मुख्य रूप से वनस्पति तेलों का एक प्रकार है जिन्हें कई चरणों वाली प्रक्रिया के माध्यम से शुद्ध किया जाता है। यह तेल कई प्रकार की वनस्पति से बनाया जाता है जैसे सूरजमुखी का तेल, सोयाबीन का तेल। आइए हमारे इस ब्लॉग के माध्यम से जानें रिफाइंड तेल के फायदे और इससे जुड़ी हर महत्वपूर्ण बातों को जिसे आपके लिए जानना जरूरी है।
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रिफाइंड तेल में पाए जाने वाले पोषक तत्त्व
रिफाइंड तेल में कई प्रकार के पोषक तत्त्व पाए जाते है। आगे की तालिका में इन्हीं पोषक तत्वों का अनुमानित अनुपात बताया जा रहा है-
पोषक तत्व | पाई जाने वाली मात्रा |
कैलोरी | 760 किलो कैलोरी |
फैट | 100 ग्राम |
सैचुरेटेड फैट | 10-25 ग्राम |
अनसैचुरेटेड फैट | 70-80 ग्राम |
मोनोअनसैचुरेटेड फैट | 40-60 ग्राम |
पॉलीअनसैचुरेटेड फैट | 10-20 ग्राम |
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रिफाइंड तेल के गुण
रिफाइंड तेल हमारे स्वास्थ्य के लिए कई तरीके से लाभकारी होता है। इसमें कुछ ऐसे गुण पाए जाते है जो हमारे स्वास्थ्य के लिए काफी लाभकारी होते हैं।
- रिफाइंड तेल में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण यानी सूजनरोधी गुण पाएं जाते हैं जो हमारी सूजन को कम करते हैं।
- इसमें रोग प्रतिरोधी गुण भी पाएं जाते हैं।
- रिफाइंड तेल में एंटी-हाइपरकोलेस्टरोलेमिक गुण पाया जाता है।
- इसमें एंटीऑक्सीडेंट गुण भी पाया जाता है।
रिफाइंड तेल के फायदे
आइए विस्तार से जानते है रिफाइंड तेल के फायदे-
डायबिटीज में है फायदेमंद
यदि आप भी अपने बढ़ते शुगर लेवल को लेकर परेशान है, तो आपको भी एक ऐसे तेल का चयन करना चाहिए जो आपके लिए फायदेमंद हो। डायबिटीज रोगियों को मोनोअनसैचुरेटेड और पॉलीअनसैचुरेटेड फैट वाले रिफाइंड तेलों का चयन करना चाहिए और ट्रांस फैट वाले तेलों से बचना चाहिए। मोनोअनसैचुरेटेड और पॉलीअनसैचुरेटेड फैट वाले रिफाइंड तेल आपके शुगर लेवल को कंट्रोल करते है और आपको डायबिटीज में फायदा पहुंचाते हैं।
दिल के स्वास्थ्य के लिए लाभकारी
रिफाइंड तेल हमारे दिल के स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी होता है। कुछ रिफाइंड तेलों में मोनोअनसैचुरेटेड और पॉलीअनसैचुरेटेड वसा होते हैं, जो गुड कोलेस्ट्रॉल (HDL) के लेवल को बढ़ाने और बैड कोलेस्ट्रॉल (LDL) के लेवल को कम करने में मदद कर सकते हैं। यह हृदय स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हो सकता है क्योंकि बढ़े हुए कोलेस्ट्रॉल लेवल से दिल के स्ट्रोक और हार्ट अटैक का खतरा बना रहता है।
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आंखों के लिए लाभकारी
कुछ रिफाइंड तेल आपके आंखों की रोशनी के लिए भी फायदेमंद हो सकते हैं। ऐसा इसलिए कहा जा सकता है क्योंकि इन तेलों में मुख्य रूप से ओमेगा -3 फैटी एसिड और विटामिन E जैसे पोषक तत्व मौजूद होते हैं। ओमेगा -3 फैटी एसिड आंखों के रेटिना के लिए महत्वपूर्ण हैं, जो प्रकाश को संकेतों में बदलने के लिए जिम्मेदार है। विटामिन E एक एंटीऑक्सीडेंट है जो आंखों की कोशिकाओं को मुक्त कणों से होने वाले नुकसान से बचाने में मदद करता है।
ब्लड प्रेशर करे कंट्रोल
रिफाइंड तेल का सेवन करने से आपको अपने ब्लड प्रेशर के लेवल को कंट्रोल में भी मदद मिलती है। कुछ प्रकार के रिफाइंड तेल, जैसे कि मोनोअनसैचुरेटेड और पॉलीअनसैचुरेटेड फैट वाले तेल, ब्लड प्रेशर को कम करने में मदद कर सकते हैं। जैतून का तेल, कैनोला तेल और सोयाबीन तेल, ब्लड प्रेशर को कम करने में मदद करते हैं।
रिफाइंड तेल के संभावित उपयोग
आप रिफाइंड तेल का उपयोग कई तरह से कर सकते हैं-
- रिफाइंड तेल का उपयोग तलने, भूनने, बेकिंग और सलाद ड्रेसिंग बनाने के लिए किया जाता है।
- रिफाइंड तेलों का उपयोग मॉइस्चराइज़र, साबुन और लोशन जैसे सौंदर्य उत्पादों में किया जाता है।
- रिफाइंड तेलों का उपयोग पेंट, साबुन और डिटर्जेंट जैसे औद्योगिक उत्पादों में किया जाता है।
- रिफाइंड तेलों का उपयोग जैव ईंधन बनाने के लिए किया जा सकता है।
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रिफाइंड तेल के नकारात्मक प्रभाव
रिफाइंड तेल के फायदे के बारे में तो हमने जान लिया लेकिन यह जरूरी नहीं है कि हर रिफाइंड तेल हमारे स्वास्थ्य के लिए लाभकारी हो। कुछ रिफाइंड तेल हमारे स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव भी डाल सकते हैं। यदि इन प्रभावों की बात करें तो-
- कुछ रिफाइंड तेल, जैसे कि नारियल तेल और ताड़ का तेल, में हाई सैचुरेटेड फैट होती है। अत्यधिक सैचुरेटेड फैट का सेवन बैड कोलेस्ट्रॉल (LDL) के लेवल को बढ़ा सकता है, जो हार्ट रोग के खतरे को बढ़ा सकता है।
- सभी प्रकार के तेल में कैलोरी अधिक होती है, इसलिए अत्यधिक मात्रा में किसी भी प्रकार के तेल का सेवन करने से वजन बढ़ सकता है।
- रिफाइंडिंग प्रक्रिया के दौरान कुछ पोषक तत्व, जैसे कि विटामिन E और फाइटोकेमिकल्स, नष्ट हो सकते हैं। यह पोषक तत्वों की कमी का कारण बन सकता है, जिससे स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं।
- कुछ रिफाइंड तेलों में ओमेगा -6 फैटी एसिड की मात्रा अधिक होती है और ओमेगा -3 फैटी एसिड की मात्रा कम होती है। यह आपके सूजन को बढ़ा सकता है।
उम्मीद करते है आपको हमारे इस ब्लॉग के माध्यम से रिफाइंड तेल के फायदे से जुड़ी सभी जानकारी मिल गई होगी। स्वास्थ्य से जुड़ी ऐसी ही महत्पूर्ण जानकारी और एक सही डायबिटीज मैनेजमेंट के बारे में जानने के लिए BeatO के साथ बने रहिये।
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