बिहार का अदभुत ज़ायक़ा: मधुमेह में बेझिझक ट्राय करें यह फिश करी

5
(1)

स्वादिष्ट फिश करी से बेहतर कोई और चीज़ आपकी भूख को संतुष्ट नहीं कर सकती। मधुमेह में आम तौर पर पूछा जाने वाला सवाल यह है कि क्या आप मधुमेह में मछली करी का स्वाद ले सकते हैं?तो जवाब है, हाँ आप ऐसा कर सकते है। हम आप के लिए बिहार स्टाइल फिश करी रेसिपी लेकर आए हैं जो आपके स्वाद को बढ़ाएगी भी और आप की इच्छा को लंबे समय तक संतुष्ट रखेगी। मधुमेह में मछली एक अच्छा विकल्प हो सकती है क्योंकि यह प्रोटीन का एक अच्छा स्रोत है और कई तरह के स्वास्थ्य लाभ प्रदान करती है। इस का सेवन मधुमेह से जुड़े हृदय संबंधी जोखिम को कम करने में मदद कर सकता  है। इसके अलावा, मछली आपकी मांसपेशियों को बनाए रखने, आपकी भूख को नियंत्रित करने और आपके ब्लड शुगर लेवल को स्थिर करने में भी मदद कर सकती है।

बिहार स्टाइल फिश करी: मधुमेह के अनुसार एक स्वादिष्ट रेसिपी

  • तैयारी का समय – 20 मिनट
  • पकाने का समय – 45 मिनट
  • परोसने के लिए – 6 भाग

सामग्री

  • मछली (रोहू/कतला) 1 किग्रा
  • पीली सरसों 40 ग्राम
  • फूलगोभी 150 ग्राम
  • टमाटर 80 ग्राम
  • मटर 80 ग्राम
  • लाल मिर्च पाउडर 3-5 ग्राम
  • पंच फोरन 1 ग्राम
  • लहसुन 40 ग्राम
  • गरम मसाला 2 ग्राम
  • हल्दी पाउडर 3 ग्राम
  • नमक स्वाद अनुसार

बनाने  की विधि –

  • मछली को हल्दी पाउडर और नमक के साथ मैरीनेट करें और एक तरफ रख दें।
  • सरसों के बीज और लहसुन का पेस्ट बना लें।
  • मछली को आधा पकने तक तलें और एक तरफ रख दें।
  • तेल गरम करें और उस के बाद सरसों का पेस्ट डालें फिर पिसा हुआ मसाला डालें और तेल अलग होने तक पकाएं।
  • सारी सब्जियां काट कर मसाले में डाल दें फिर नमक डालें और 2 मिनिट तक अच्छे से भून लें।
  • फिर इस में थोड़ा पानी डाल कर ढक दें और पूरी तरह पका लें। अब, मछली को वापस ग्रेवी में डालें और सब कुछ मिल जाने तक पकाएँ।
  • ग्रेवी के साथ इसे गरमागरम परोसें।

Beato फूड लैब पोषण संबंधी जानकारी

कैलोरीजभागकार्ब्सफाइबर
कुल मूल्य1120.26104.2245.7814.35
प्रति भाग186.7117.377.632.39

उबले हुए चावल और सलाद के एक छोटे से हिस्से के साथ परोसी जाने वाली यह करी पौष्टिक भोजन का एक बेहतरीन विकल्प है। यह रेसिपी प्रोटीन और सब्जियों के मेल से भरपूर एक संतुलित खाना है और मधुमेह वाले लोगों के लिए एक अच्छा विकल्प है।

 आपको अपने डॉक्टर या हेल्थ कोच से परामर्श किए बिना अपने मधुमेह के खान-पान में कोई भी चीज़ शामिल नहीं करना चाहिए। इसके अलावा, मधुमेह के प्रबंधन की कुंजी अपने ब्लड शुगर लेवल की नियमित निगरानी करना भी है। यह आपको यह समझने में मदद करता है कि आप के खाने में शामिल कोई भी चीज़ आपके ब्लड शुगर लेवल को कैसे प्रभावित कर सकती है।

How useful was this post?

Jyoti Arya

एक पेशेवर आर्टिकल राइटर के रूप में, ज्योति एक जिज्ञासु और स्व-प्रेरित कहानीकार हैं। इनका अनुभव चर्चा-योग्य फीचर लेख, ब्लॉग, समीक्षा आर्टिकल , ऑडियो पुस्तकें और हेल्थ आर्टिकल लिखने में काफ़ी पहले से है ।ज्योति अक्सर अपने विचारों को काग़ज़ पे लाने और सम्मोहक लेख तैयार करने में व्यस्त रहती हैं, और पढ़को को मंत्रमुग्ध करें देती हैं।