पपीता खाने में स्वादिष्ट होने के साथ-साथ शरीर की कई बीमारियों को भी दूर करता है। इसमें कई तरह के पोषक तत्व पाए जाते हैं जैसे फाइबर, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, फोलेट, पोटेशियम, विटामिन ए और विटामिन सी। इसके सेवन से पाचन-तंत्र मजबूत होने के साथ हृदय स्वास्थ्य भी अच्छा बना रहता हैं। पपीता खाने से वजन नियंत्रण में भी मदद मिलती है। इसमें कैलोरी की मात्रा काफी कम होती है। लेकिन क्या आप जानते हैं पपीता के साथ इसके पत्ते भी गुणों से भरपूर होते हैं। पपीता के पत्तों के फायदे मानव शरीर के लिए किसी औषधि की तरह काम करते है।का जूस कई बीमारियों को दूर करता हैं। इन पत्तों के जूस में पपैन और काइमोपैपेन जैसे एंजाइम्स होते हैं, जो हमें शरीर की कई समस्याओं से सुरक्षित करते हैं। इसका जूस पीने से पाचन-तंत्र मजबूत होता है, सूजन दूर होती है और इम्यूनिटी भी बढ़ती है साथ ही पपीते का पत्तों का जूस शरीर में इंफेक्शन होने से भी रोकता है। इस ब्लॉग में हम पपीता के पत्तों के फायदे के बारे में जानेंगें। साथ ही यह भी जानेंगे कि किस प्रकार यह डायबिटीज में होने वाली कई स्वास्थ्य समस्याओं का रामबाण है।
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पपीता के पत्तों में पाए जाने वाले पोषक तत्व –
जैसा कि हम जानते है कि पपीता के फल और बीज विटामिन, खनिज, आहार फाइबर, एंजाइम और संभावित एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होते हैं। हालाँकि, पपीता की पत्तों के फायदे में सब एहम इस का अविश्वसनीय रूप से पोषक तत्वों से भरपूर होती हैं। पपीता के पत्तों के फायदे में सब से मुख्य है कि इस में 50 से अधिक विभिन्न पोषक तत्व होते हैं, जिनमें पानी, कैलोरी, प्रोटीन, कार्ब्स, कैल्शियम, फास्फोरस, लोहा, पोटेशियम, नमक, मैग्नीशियम, मैंगनीज और विटामिन (ए, बी 1, सी और ई) शामिल हैं। इसके अलावा, यह भी देखा गया है कि पपीता की पत्तियों में मौजूद फाइटोन्यूट्रिएंट्स प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ाने के लिए एक साथ काम करते हैं और एक सही रक्तप्रवाह(ब्लड सर्कुलेशन) के लिए एंटीऑक्सिडेंट के रूप में काम करते हैं।
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पपीता के पत्तों के फायदे –
1. डायबिटीज नियंत्रण में मददगार
पपीता के पत्तों के फायदे में सब से पहले आता है इस का डायबिटीज के लिए फायदेमंद होना। डायबिटीज के लिए पपीता का जूस से बहुत फायदेमंद माना जाता है। इसके सेवन से शरीर में ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने में मदद मिलती है। डायबिटीज से ग्रसित व्यक्ति अगर रोजाना एक कप पपीते का जूस पीते हैं तो वो काफी हद तक डायबिटीज में होनी वाली समस्याओं को कम कर सकते हैं। पपीता में फ्लेवोनॉयड होते हैं और ये नेचुरल एंटीऑक्सीडेंट होता है। यह ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में मददगार होते हैं, इससे लिपिड लेवल भी कम हो जाता है।
2. डेंगू में फायदेमंद
डेंगू बुखार को ठीक करने के लिए दवाइयों के साथ पपीता के पत्ते के रस का सेवन करना काफी कारगर माना जाता है। डेंगू, संक्रमित एडीज मच्छरों के कारण होने वाली बीमारी है, जिसमें खून में प्लेटलेट्स की संख्या कम हो जाती है। विशेषज्ञों का मानना है कि पपीता के पत्ते का अर्क प्लेटलेट्स को तेजी से बढ़ाने में सहायक हो सकता है। प्लेटलेट्स कम रहने से डेंगू के लक्षण बिगड़ने लगते हैं।
3. पाचन स्वस्थ को बढ़ावा
पपीता के पत्ते के जूस पाचन क्रिया को स्वस्थ रखने में भी मददगार होता है। इसमें कारपैन के केमिकल कंपाउंड होते हैं जो पाचन क्रिया में बाधा डालने वाले माइक्रोऑर्गेज्म को खत्म करने का काम करते हैं। इससे गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल डिसऑर्डर्स जैसे इरिटेबल बॉवेल सिंड्रोम में राहत पाने में मदद मिल सकती है। पपीता के पत्ते में फाइबर की मात्रा होती है जो पाचन स्वास्थ्य के लिए मददगार साबित हो सकता है।
4. त्वचा के लिए फायदेमंद –
पपीता के पत्तों के फायदे हमारे शरीर को केवल आन्तरिक रूप से ही नहीं बल्कि बाहरी रूप से भी मिलते है, क्योंकि यह आप के चेहरे को हमेशा चमकदार रखने में आप की मदद कर सकता है। पपीता के पत्ते के जूस से आपकी त्वचा स्वस्थ रह सकती है। इसमें मौजूद विटामिन सी और विटामिन ई आपकी त्वचा को सूरज की हानिकारक किरणों से बचाने के साथ-साथ झुर्रियों को भी दूर करने में मदद कर सकते हैं। विटामिन सी आपके कॉलेजन को बनाने में मदद करता है और त्वचा में कसावट लाता है।
5. कैंसर सेल्स का बढ़ने से रोकता है
कैंसर के पेशेंट्स के लिए पपीते के पत्ते किसी वरदान से कम नहीं है। इसमें कैंसररोधी गुण होते हैं जो कि इम्यूनिटी को बढ़ाने में मदद करते हैं और कैंसर के सेल्स को बनने से रोकते हैं। विशेषज्ञों के अनुसार अगर आप जिंदगी भर स्वस्थ रहना चाहते हैं तो इसे अपनी डाइट में जरूर शामिल करें।
6. कोलेस्ट्रॉल कम करने में मददगार
पपीता के पत्ते का जूस कोलेस्ट्रोल के स्तर को कम करके आपके खून को साफ कर सकता है। यह आपको लीवर संबंधित रोग के कारण हाइपर्कोलस्ट्रोलेमिया से बचाता है। लीवर सोरायसिस से बचाए रखने में मदद कर सकता है।
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पपीता के पत्ते का उपयोग कैसे करें-
पपीता के पत्तों के फायदे को अपने जीवन में शामिल करने का केवल एक ही तरीका है कि आप इस का जूस बनाकर सीधे पी लें, लेकिन यह स्वाद में इतना कड़वा होता है कि काफी देर तक आपके मुंह का स्वाद बिगड़ा रह सकता है। इसलिए, नीचे हम आपको इसे पीने के कुछ अन्य तरीके भी बताएंगे।
- पपीता का जूस बनाते वक्त उसमें कुछ मीठे फल भी मिला सकते हैं।
- कच्चे पत्ते के रस की कड़वाहट को कम करने के लिए इसमें आप थोड़ी मिश्री मिला सकते हैं।
- आप इसमें चीनी भी डालकर पी सकते हैं।
- चीनी की जगह आप पौष्टिक शहद या अन्य स्वीटनर मिला सकते हैं।
- ध्यान रहें डायबिटीज होने पर आप पपीता के जूस में मिठास जोड़ने के लिए चीनी की जगह स्वस्थ विकल्प ही चुने और वह भी नियंत्रित मात्रा में। साथ ही हम आपको सलाह देंगे की आप बिना कुछ मीठा मिलाएं इसका सेवन करें। अगर आप बिना कुछ मीठा मिलाएं इसे नहीं पी पा रहे हैं, तो आप धीरे-धीरे पपीता के पत्ते के रस में मीठे की मात्रा को कम करते जाएं। इसके अलावा, अगर आपको एलर्जी की समस्या है, तो इसके सेवन से पहले विशेषज्ञ की राय लें।
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पपीता के पत्ते का जूस बनाने का तरीका-
पपीता के पत्तों का जूस बनाने के लिए 8 से 10 पपीते के पत्तों को धोकर साफ कर लें। अब इन पत्तों को मिक्सी में डालकर कुछ सेकंड के लिए चलाएं। अब कॉटन के कपड़े या छलनी की सहायता से इन पत्तियों को निचोड़कर जूस निकालें। जिस के बाद पपीता के पत्तों का जूस तैयार है।
पपीते के जूस पीने से शरीर को कई फायदे मिलते है। हालांकि, अगर आपको कोई बीमारी या एलर्जी की समस्या है, तो डॉक्टर से पूछकर ही इसका सेवन करें।
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कितनी मात्रा का सेवन करें:
उपचार के रूप में उपयोग किए जाने वाले पपीता के पत्ते की उपयुक्त खुराक उपयोगकर्ता की आयु, स्वास्थ्य और कई अन्य स्थितियों पर निर्भर करती हैं। वैसे तो इस समय पपीता के पत्ते के जूस की खुराक की उचित सीमा निर्धारित करने के लिए पर्याप्त वैज्ञानिक शोध मौजूद नहीं हुए हैं, लेकिन आप एक छोटा कप पपीता के पत्ते का जूस पी सकते हैं। इसे पीते समय ध्यान रखें कि प्राकृतिक उत्पाद हमेशा पूरी तरह सुरक्षित नहीं होते हैं और इनका ज्यादा सेवन हानिकारक हो सकता है। किसी भी तरह की परेशानी से बचने के लिए चिकित्सक से सलाह जरूर लें। अगर आप बाजार से पपीता के पत्ते का जूस खरीद रहे हैं, तो उत्पाद के लेबल पर लिखे निर्देशों का पालन करें। अगर आप घर में इसका जूस बना रहे हैं, तो पत्तों को अच्छे से धो लें और पूरी सफाई का ध्यान रखें।
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अक्सर पूछे जाने वाले सवाल –
- क्या पपीता की पत्तियां डेंगू के लिए फायदेमंद होती है?
उत्तर – जी हाँ, पपीते के अर्क में आवश्यक बायो एक्टिव कंपाउंड होते हैं जैसे पपेन, कायमोपोपीन और कैरीकेन डेंगू बुखार के प्रभाव को कम करने में मददगार साबित हो सकता है।
2. पपीता के पत्तों के फायदे क्या है इस में कौन से तत्व पायें जाते है ?
उत्तर- पपीते की पत्तियों में क्वेरसेटिन, कैम्फेरोल, कैम्फेरोल 3-रूटिनोसाइड, क्वेरसेटिन 3-रुटिनोसाइड, कैम्फेरोल, माइरिकेटिन 3-रैमनोसाइड जैसे फ्लेवोनोइड्स पाए जाते हैं। यह डेंगू,डायबिटीज, हृदय स्वास्थ्य, प्रतिरक्षा प्रणाली आदि को बेहतर बनाने में मदद करता है।
3. क्या पपीता के पत्ते के जूस का सेवन कैंसर के जोखिम को कम कर सकता है?
उत्तर- पपीता के पत्ते के जूस में मौजूद इम्यूनोमॉड्यूलेटरी प्रभाव की वजह से कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी से लड़ने में मदद मिलती है। इम्यूनोमॉड्यूलेटरी प्रभाव शरीर में बढ़ रहे कैंसर सेल्स और ट्यूमर की कोशिकाओं को बढ़ने से रोक सकता है। इसमें एंटी कैंसर गुण मौजूद होते हैं, जो कैंसर के जोखिम को कम करने में मददगार साबित हो सकते हैं।
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निष्कर्ष –
पपीता के पत्ते का घरेलू औषधि के रूप में इस्तेमाल बढ़ता जा रहा है। आप इस ब्लॉग में जान गए होंगे कि पपीता के पत्ते का जूस कितना फायदेमंद है। अब आप बिना देर किए स्वास्थ्य लाभ के लिए पपीता के पत्ते के जूस का उपयोग शुरू कर सकते हैं। साथ ही ध्यान रहे कि पपीता के पत्ते के जूस के फायदे है तो साथ ही नुकसान भी हैं, इसलिए आपको दोनों पहलूओं को अच्छे से देख-समझकर ही पपीता के पत्ते के जूस का उपयोग करना चाहिए।
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डिस्क्लेमर: इस लेख में बताई गयी जानकारी सामान्य और सार्वजनिक स्रोतों से ली गई है। यह किसी भी तरह से चिकित्सा सुझाव या सलाह नहीं है। अधिक और विस्तृत जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने डॉक्टर से परामर्श लें। BeatoApp इस जानकारी के लिए जिम्मेदारी का दावा नहीं करता है।