Vajrasana Benefits in Hindi: योग करें शरीर को निरोग ऐसे ही नहीं कहा जाता है। सही में रोजाना योग करने से न केवल आप स्वस्थ रहते हैं, बल्कि कई बीमारियां भी आपसे दूर रहती है। वहीं, योग को जो अपना लेता है उसके जीवन के आधे कष्ट खुद ही दूर हो जाते हैं। उसे किसी भी तरह की सेहस से संबंधित समस्याओं से जूझना नहीं पड़ता है। इसलिए बड़े-बुजूर्ग से लेकर डॉक्टर तक रोजाना कुछ देर के लिए योग करने की सलाह देते हैं। हर रोग के लिए अलग-अलग योग होते हैं, जिसमें से एक है वज्रासन। इसे अपने लाइफस्टाइल का हिल्ला बना लेने से कई समस्याएं दूर हो जाती है। हम यहां पर वज्रासन के फायदे (Vajrasana Benefits in Hindi) क्या-क्या होते हैं, और इसे करने का सही तरीका भी बता रहे हैं। आइये जानते हैं इसके बारे में।
कब करना चाहिए वज्रासन
ये एक ऐसा आसन है जिसे खाना खाने के बाद किया जा सकता है। इसे भोजन करने के बाद करने से पाचन तंत्र मजबूत होतै है और पेट से जुड़ी समस्याएं दूर होती है। इसे रात के खाने के बाद करने से अच्छी नींद आती है। इसे करने से ब्लड सर्कुलेश अच्छा होता है और मांसपेशियां मजबूत होती है।
जो लोग रोजाना योगासन या फिर एक्सर्साइज करते हैं, उनके लिए इसे लंबे समय तक करना बेहद आसान होता है। रोजाना योगासन करने वाले इसे आराम से 10 से 15 मिनट तक कर सकते हैं। वहीं, जो लोग इसकी शुरुआत करने जा रहे हैं, उन्हें 10 सेकंड से लेकर 20 सेकंड तक करना भी मुश्किल लग सकता है। ऐसे लोगों को शुरुआत में 10 से 20 सेकंड ही वज्रासन का अभ्यास करना चाहिए और बाद में धीरे-धीरे इसका वक्त बढ़ाना चाहिए। इसे आप जितने देर तक इस आसन में बैठना चाहते हैं, उतनी देर तक बैठ सकते हैं।
वज्रासन करने का आसान तरीका
खाना खाने के 5 से 10 मिनट के बाद एक सपाच जगह पर अपना आसन बिछाएं।
इसके बाद अपने दोनों पैस सामने की तरफ फैलाकर बैठ जाएं।
फिर अपने बाए यानी राइट पैर का घुटने को मोड़कर इस तरह बैठे कि पैरों के पंजे पीछे की तरह हो जाए।
अब दाए यानी लेफ्ट पैर का घुटना भी बाए पैर की तरह ही मोड़कर बैठ जाएं।
दोनों पैर के अंगूठे एक दूसरे से मिलाकर रखें।
आसन के दौरान दोनों एड़ियों में अंतक बनाकर रखें।
अपने शरीर को सीधा रखें।
अपने दोनों हाथों को घुटनों पर रखें।
आसन करने के दौरान अपनी आंखों को बंद रखें।
जब आसन की स्थिति में आ जाएं तो धीरे-धीरे सांस लें और छोड़े।
जब तक आप आपको आसन आरामदायक लगें, तब तक इसे कर सकते हैं।
शुरुआत में इसे आप 10 से 20 सेकंड के लिए ही और बाद में इसे करने की अवधी को बढ़ाएं।
रोजाना वज्रासन करने से शरीर में ब्लड का संचार नाभि केंद्र की तरफ होता है।
वज्रासन से पाचन शक्ति बढ़ती है और पेट से संबंधित रोग भी दूर होते हैं।
अगर आप रोजाना खाना खाने के बाद इस आसन को करते हैं तो आपको डाइजेशन से संबंधित समस्याएं दूर रहेंगी।
इस आसन को भोजन करने के बाद करने से पाचन की प्रक्रिया ठीक रहती है।
वज्रासन करने से लोवर बैकपेन की समस्या से राहत मिलती है।
इस आसन को करने से पेट और आंतों पर हल्का दबाव पड़ता है, जिससे कांस्टिपेशन की समस्या दूर होती है और पाचन बेहतर रहता है।
रोजाना वज्रासन करने से वेरिकोज वेन्स, ज्वाइंट पेन और गठिया जैसी समस्याएं आपके दूर रहती है।
यह आपके मांसपेशियों के तनाव को दूर करने के सात ही ज्वाइंट्स खोलने में भी मदद करता है।
इस आसन के दौरान गहरी सांस लेने और छोड़ने से श्वास संबंथि समस्याएं दूर रहती है।
अगर आप अपना वजन कम करना चाहते हैं तो इस आसन को आप अपने योगासन में शामिल कर सकते हैं। ये शरीर के मेटाबॉलिज्म को ठीक करने के साथ ही मंसपेशियों को लचीला भी करता है।
इस आसन को करने के दौरान कुछ सावधानियों को बरतना चाहिए, नहीं को आपको वज्रासन के फायदे मिलने की जगह पर समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
वज्रासन करने के दौरान अपने दोनों हाथों को घुटनों पर रखें। पीछे की तरफ ज्यादा नहीं छुके। साथ ही शरीर को सीधा रखने की कोशिश करें।
आसन करने के दौरान आपने हाथों और शरीर को पूरी तरह से ढीला छोड़ दें और कुछ देर के लिए अपनी आंखों को बंद कर लें।
जो लोग इस आसन की शुरुआत कर रहे हैं उनके घुटनों, जंघों और टखनों में इतना खिंचाव आएगा, जिसकी वजह से वह इसे करने में घबराएंगे। लेकिन इसका लगातार अभ्यास करने से इसे करने में आसानी होने लगेगी।
वज्रासन करने के दौरान अगर पैरों या टखनों में खिचांव और तनाव हो रहा है, जिसकी वजह से आपको दर्द हो रहा है तो ऐसी स्थिति में अपने दोनों पैरों को सामने की तरफ फैलाकर बैठें और पैरों को बारी-बारी से घुटने से ऊपर से नीचे हिलाएं। ऐसा करने से आपको आराम मिलेगा।
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