हर मौसम में रहो निरोग: गिलोय के फायदे

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गिलोय के फायदे: हम सभी जानते हैं कि निरोगी काया ही मनुष्य का सबसे बड़ा धन होता हैं। लेकिन आज कल की लाइफस्टाइल और हमारी फूड हैबिट्स ने हमारी सेहत पर काफी बुरा असर डाला है। हर मौसम में हम लोग किसी न किसी बीमारी से परेशान रहते हैं। इन बीमारियों के चलते आप हॉस्पिटल के चक्कर काटते ही रहते हैं फिर भी आप अपनी बीमारी का सही कारण पता नहीं लगा पाते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं आपकी खराब सेहत का सही कारण ये बदलता मौसम नहीं बल्कि आपकी सेहत के प्रति लापरवाही है। ऐसे में आपको चाहिए कि आप अपनी इम्यूनिटी को मजबूत करने की तरफ ध्यान दें जिससे आप हर मौसम में लड़ने के लिए आंतरिक रूप से तैयार हो सकें। ज्यादा सोचिए मत आपकी इस समस्या का भी हल है हमारे पास, जो आपको इस ब्लॉग के माध्यम से पता चलेगा। इस ब्लॉग के माध्यम से हम जानेंगे एक ऐसी रामबाण औषधि के बारे में जो आपकी सेहत को दुरस्त करने में कोई कसर नहीं छोड़ती है। दरअसल हम बात कर रहे हैं गिलोय की, जिसके सेवन से आपकी सेहत पूरी तरह स्वस्थ्य रहेगी और बीमारी आपको भूलकर भी नहीं छू पाएगी। आइए जानते हैं गिलोय से जुड़ी सभी महत्त्वपूर्ण बातें और इसके जुड़े फायदे जो आपकी सेहत के लिए फायदेमंद साबित हो सकते हैं।

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गिलोय क्या है?

गिलोय के फायदे जानने से पहले इसके बारे में जान लेते हैं। गिलोय (टीनोस्पोरा कॉर्डिफोलिया) एक बेल है, जो भारतीय उपमहाद्वीप में पाई जाती है। यह एक महत्वपूर्ण औषधीय जड़ी बूटी है जिसका उपयोग सदियों से आयुर्वेदिक चिकित्सा में विभिन्न स्वास्थ्य स्थितियों के इलाज के लिए किया जाता रहा है। गिलोय को अक्सर ‘अमृता’ कहा जाता है, जिसका अर्थ होता है ‘अमरत्व’, जो इसके स्वास्थ्य लाभों के कारण मिला है।

गिलोय में पाएं जाने वाले गुण

गिलोय को हमारी सेहत के लिए फायदेमंद इसमें पाएं जाने गुण बनाते हैं। आइए जानते हैं इसमें पाएं जाने गुणों के बारे में-

एंटीऑक्सीडेंट

इसमें एंटीऑक्सीडेंट गुण पाएं जाते हैं। यह हमारे शरीर की इम्यूनिटी बढ़ाने में काफी मदद करते हैं।

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इम्यूनोमॉड्यूलेटरी

यह भी इम्यूनिटी बढ़ाने का काम करता है। इसके साथ ही यह हमें होने वाले इन्फेक्शन से भी बचाता है।

एंटी-इंफ्लेमेटरी

गिलोय का यह गुण सूजन को कम करने में मदद करते हैं। यह गठिया, जोड़ों का दर्द, मांसपेशियों में दर्द और अन्य सूजन संबंधी बीमारियों के लिए फायदेमंद होता है।

एंटी-स्ट्रेस और एंटी-एंग्जायटी

गिलोय का यह गुण स्ट्रेस और चिंता के स्तर को कम करने में मदद करते हैं।

गिलोय में पाएं जाने वाले पोषक तत्व

गिलोय कई प्रकार के पोषक तत्वों से भरपूर होता है। इसमें एंटीऑक्सिडेंट जैसे विटामिन सी, ई पाएं जाते हैं। इसके अलावा इसमें कैल्शियम, फास्फोरस, आयरन, मैग्नीशियम और पोटेशियम जैसे पोषक तत्व भी पाएं जाते हैं। आगे की तालिका में गिलोय में पाएं जाने वाले पोषक तत्वों का अनुमानित अनुपात बताया जा रहा है-

पोषक तत्वपाई जाने वाली मात्रा (प्रति 100 ग्राम में)
फैट 1.7 ग्राम
कार्बोहाइड्रेट60.1 ग्राम
प्रोटीन3.6 ग्राम
फाइबर10.3 ग्राम
आयरन10.3 मिलीग्राम
कैल्शियम78 मिलीग्राम
विटामिन E 1.5 मिलीग्राम
विटामिन C60 मिलीग्राम
विटामिन B60.12 मिलीग्राम
पोटेशियम544 मिलीग्राम
मैग्नीशियम52 मिलीग्राम
विटामिन K3.3 माइक्रोग्राम
फास्फोरस56 मिलीग्राम

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गिलोय के फायदे

आइए विस्तार से जानते हैं गिलोय के फायदे-

डायबिटीज में फायदेमंद

यदि आप भी अपनी डायबिटीज को लेकर परेशान हैं, तो आप भी गिलोय का उपयोग कर सकते हैं। गिलोय में ग्लाइकोसाइड नामक यौगिक होते हैं, जिनमें टीनोस्पोरिन, टीनोस्पोरिक एसिड और गिलोइन शामिल होते हैं। ये ग्लाइकोसाइड ब्लड शुगर के लेवल को कम करने में मदद करते हैं।

डेंगू के उपचार में कारगर

डेंगू बुखार एक वायरल इन्फेक्शन है, इसलिए मजबूत इम्यूनिटी रोगी की स्थिति में सुधार कर सकती है। गिलोय में वो सभी तत्व पाएं जाते हैं, जो हमारी इम्यूनिटी को मजबूत बनाते हैं। गिलोय में एंटीऑक्सीडेंट और इम्यूनोमॉड्यूलेटरी गुण होते हैं जो इम्यूनिटी को मजबूत बनाने और इन्फेक्शन से लड़ने में मदद करते हैं। डेंगू बुखार का एक प्रमुख लक्षण तेज बुखार है, इसलिए गिलोय इस लक्षण को कम करने में मददगार होता है। गिलोय में एंटीपायरेटिक गुण होते हैं जो बुखार को कम करने में मदद कर सकते हैं।

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आंखों की रोशनी बढ़ाता है

आंखों की रोशनी को बढ़ाने में भी गिलोय हमारी मदद करता है। गिलोय विटामिन A का एक अच्छा स्रोत है, जो आंखों के स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है। विटामिन A रेटिना के कार्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, जो मस्तिष्क को प्रकाश संकेतों को संचारित करता है। विटामिन A की कमी रतौंधी और अन्य दृष्टि समस्याओं का भी कारण बन सकती है। इसीलिए आपको भी अपनी आंखों की रोशनी को बढ़ाने के लिए गिलोय का उपयोग करना चाहिए।

इम्यूनिटी बूस्ट करे

हमारे शरीर को सभी रोगों से बचाने के लिए यह जरूरी है कि हमारी इम्यूनिटी मजबूत रहे। गिलोय में इम्यूनोमॉड्यूलेटरी गुण होते हैं जो इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने और संक्रमण से लड़ने में मदद करते हैं। यह इम्यूनिटी बढ़ाने के साथ ही एंटीबॉडी और अन्य प्रतिरक्षा कारकों के उत्पादन को उत्तेजित करता है।

गिलोय का सेवन करने के तरीके

आप गिलोय का सेवन कई तरीके से कर सकते हैं। यहां कुछ तरीके बताएं जा रहे हैं –

  • आप गिलोय का सेवन चाय के रूप में भी कर सकते हैं। गिलोय की सूखी पत्तियों को 10-15 मिनट तक पानी में उबालकर चाय बनाई जा सकती है। इसे दिन में दो बार 1 कप चाय का सेवन किया जा सकता है। इसको स्वादिष्ट बनाने के लिए थोड़ा शहद या नींबू का रस मिला सकते हैं।
  • आप गिलोय का काढ़ा बनाकर भी इसका सेवन कर सकते हैं। इसके आपको गिलोय की पत्तियों को कुछ मिनटों तक पानी में मिलाकर उबाल सकते है। इसमें शहद और नींबू का रस मिलाने से यह और भी स्वादिष्ट हो जाएगा।
  • गिलोय की सूखी पत्तियों और जड़ों को पाउडर बनाया जा सकता है। 1/2 चम्मच पाउडर को पानी या दूध के साथ लिया जा सकता है, या इसे स्मूदी या अन्य व्यंजनों में मिलाया जा सकता है।
  • आप गिलोय का सेवन कैप्सूल के रूप में भी कर सकते हैं। इसका सेवन आप अपने डॉक्टर की सलाह पर ही करें नहीं तो आपको इसके कुछ नकारात्मक प्रभाव देखने को मिल सकते हैं।
  • गिलोय को दूध के साथ भी लिया जा सकता है। एक गिलास गर्म दूध में 1/2 चम्मच गिलोय पाउडर मिलाएं और अच्छी तरह मिलाकर पिएं। आप स्वाद के लिए थोड़ी शहद या इलायची पाउडर भी मिला सकते हैं।
  • आप गिलोय का सेवन जूस के रूप में भी कर सकते हैं। बाजार में भी इसका जूस उपलब्ध होता है।

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गिलोय के नकारात्मक प्रभाव

वैसे तो गिलोय का सेवन करना सुरक्षित माना जाता है लेकिन इसके कुछ संभावित नकारात्मक प्रभाव हो सकते हैं, जिनमें शामिल हैं:

  • कुछ लोगों को गिलोय के सेवन से पेट खराब, उल्टी या लूज मोशन का अनुभव हो सकता है।
  • यदि आपको गिलोय से एलर्जी है, तो आपको एलर्जी रिएक्शन हो सकता है, जिसके लक्षणों में चकत्ते, खुजली, सूजन या सांस लेने में तकलीफ शामिल हो सकती है।
  • यदि आप पहले से ही डायबिटीज की दवाएं ले रहे हैं, तो गिलोय का सेवन करने से ब्लड शुगर का लेवल बहुत कम हो सकता है, जिससे हाइपोग्लाइसीमिया (लो ब्लड शुगर) हो सकता है।
  • यदि आप प्रेगनेंट हैं, तो गिलोय का उपयोग करने से पहले अपने डॉक्टर से बात करें। ऐसी स्थिति में आपको कुछ प्रतिकूल परिणाम देखने को मिल सकते हैं।
  • यदि आप कोई अन्य दवा ले रहे हैं, तो गिलोय का सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर से बात करें। कुछ दवाओं के साथ गिलोय रिएक्शन कर सकता है, जिससे दुष्प्रभाव हो सकते हैं।
  • अधिक मात्रा में गिलोय का सेवन नहीं करना चाहिए। अधिक मात्रा में सेवन करने से गंभीर दुष्प्रभाव हो सकते हैं।

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उम्मीद करते है आपको हमारे इस ब्लॉग के माध्यम से गिलोय के फायदे से जुड़ी सभी जानकारी मिल गई होगी। स्वास्थ्य से जुड़ी ऐसी ही महत्पूर्ण जानकारी और एक सही डायबिटीज मैनेजमेंट के बारे में जानने के लिए BeatO के साथ बने रहिये।

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Prakhar Tiwari

प्रखर एक एक्सपर्ट कंटेंट राइटर हैं जिन्हें रोचक खबरें लिखने का शौक है। ये विभिन्न विषयों पर लिख चुके हैं और नए रोमांचक विषयों के बारे में सीखने में दिलचस्पी रखते हैं। एक पेशेवर कंटेंट राइटर के रूप में इन्होंने यूपीएससी उम्मीदवारों के लिए भी सराहनीय लेख लिखे हैं।