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Glycomet 500 mg uses in Hindi: ग्लाइकोमेट 500 एमजी टैबलेट के फायदे और नुकसान

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Glycomet 500 mg uses in hindi: शरीर में ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल रखने के लिए अलग-अलग तरह की दवाएं बाजार में उपलब्ध हैं। आज हम आपको एक ऐसी ही एक दवा के बारे में बताने जा रहे हैं जो आपके शरीर के ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करता है। ग्लाइकोमेट 500 एमजी टैबलेट टाइप 2 डायबिटीज के ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करता है। इसके अलावा ग्लाइकोमेट 500 एमजी टैबलेट का प्रयोग ह्रदय विकार और पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम के इलाज के लिए किया जाता है।

ग्लाइकोमेट 500 बिगुआनाइड्स दवाओं के ग्रुप में आता है। बता दें कि ग्लाइकोमेट में मुख्य रूप से मेटफॉर्मिन हाइड्रोक्लोराइड पाया जाता है। यह टैबलेट ग्लूकोज के उत्पादन को कम करता है। इसके अलावा ग्लाइकोमेट 500 एमजी टैबलेट शरीर में ग्लूकोज के अवशोषण को भी कम करता है।

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ग्लाइकोमेट 500 एमजी टैबलेट लेने के साथ ही अगर आप नियमित रूप से व्यायाम, धूम्रपान और शराब पीने से परहेज करेंगे तो आपका ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल रहेगा। इसके साथ ही पर्याप्त फलों और सब्जियों के साथ संतुलित आहार लेने पर भी आपका ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल रह सकता है। डायबिटीज को नियंत्रित करने में यह अहम भूमिका निभाता है। इस दवा के सेवन के समय डायबिटीज पीड़ित मरीजों को डाइट और व्यायाम से जुड़े निर्देशों का पालन करना चाहिए।

इस दवा का सेवन करने से पहले अगर आपको किडनी, लीवर या हार्ट से संबंधित कोई समस्या है तो आपको तुरंत इसके बारे में अपने डॉक्टर को बताएं। इस दवा का सेवन करने से पहले गर्भवती या स्तनपान कराने वाली महिलाओं को डॉक्टर से परामर्श लेने की जरूरत है। डॉक्टर की सलाह के बाद ही गर्भवती महिलाओं को स्तनपान कराने पर विचार करना चाहिए। आइए इस लेख में हम आपको ग्लाइकोमेट 500 एमजी टैबलेट के फायदे और इससे जुड़ी महत्वपूर्ण बातों के बारे में विस्तार से बताते हैं।

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ग्लाइकोमेट 500 एमजी टैबलेट के कई फायदे (Glycomet 500 mg Tablet Benefits)

ब्लड शुगर लेवल करता है कंट्रोल

ग्लाइकोमेट 500 एमजी टैबलेट का मुख्य रूप से प्रयोग ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने के लिए किया जाता है। ग्लाइकोमेट 500 एमजी टैबलेट लीवर में बनाने वाले ग्लूकोज की मात्रा को कम करता है, ताकि टाइप 2 डायबिटीज से पीड़ित मरीजों में ब्लड शुगर के स्तर को कम किया जा सके।

ग्लाइकोमेट 500 एमजी टैबलेट इंसुलिन के लिए शरीर की सेंसटिविटी को बढ़ाता है, ताकि इसे शरीर में बड़ी मात्रा में ग्लूकोज को अवशोषित करने में मदद मिले। जब इंसुलिन के प्रति संवेदनशीलता बढ़ती है तो इससे आपके कोलेस्ट्रोल का स्तर भी कम होता है और इससे आपको वजन कम करने में मदद मिलती है।

पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (पीसीओएस)

ग्लाइकोमेट 500 एमजी टैबलेट का इस्तेमाल पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (पीसीओएस) के मैनेजमेंट में भी किया जाता है। बता दें कि यह रिप्रोडक्टिव एज वाली महिलाओं को प्रभावित करने वाला एक हार्मानल डिसऑर्डर होता है। यह मुख्य तौर पर महिलाओं के परियड्स को सही करने और इंसुलिन इन्हिबिटर्स को कम करने में मदद करता है। इसके अलावा यह एंड्रोजन लेवल को भी कम करता है।

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जेस्टेशनल डायबिटीज में किया जाता है प्रयोग

जेस्टेशनल (गर्भकालीन) डायबिटीज के कुछ मामलों में ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने और उनके बच्चेदानी को किसी भी खतरे से बचाने के लिए ग्लाइकोमेट 500 एमजी टैबलेट का इस्तेमाल गर्भवती महिलाओं के द्वारा किया जाता है। ग्लाइकोमेट 500 एमजी टैबलेट का सेवन करने के दौरान इस बात का ध्यान देना चाहिए कि आपका डाइट हेल्थी होना चाहिए। इसमें हेल्दी डाइट, रेगलुर एक्सरसाइज, वेट मैनजमेंट और रेगलुर ब्लड शुगर जैसी चीजों को अपने लाइफस्टाइल में शामिल करना चाहिए। इससे हमारे शरीर पर अच्छा प्रभाव पड़ता और इस दवा का प्रभाव बहुत ही प्रभावी तरीके से होता है।

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कितनी मात्रा में ग्लाइकोमेट का सेवन करना चाहिए?

शुगर के सभी मरीजों को एक ही तरह की मात्रा में ग्लाइकोमेट का सेवन करने से बचना चाहिए। अलग-अलग शुगर के मरीजों के लिए अलग-अलग मात्रा में खुराक तय की गई है। इसमें व्यक्ति की मेडिकल कंडीशन, उसके ब्लड शुगर का लेवल, ट्रीटमेंट रिएक्शन और अन्य दवाइयां जिसका सेवन मरीज के द्वारा किया जा रहा हो, के आधार पर ग्लाइकोमेट टैबलेट की खुराक एक डॉक्टर द्वारा तय किया जाता है और शुगर के मरीजों को इसी हिसाब से इसका सेवन करना पड़ता है।


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जानकारी के मुताबिक, एक एडल्ट को शुरुआती डोज 500 मिलीग्राम या 850 मिलीग्राम रखना चाहिए। इसे दिन में भोजन के साथ एक या दो बार लेना चाहिए। वहीं, ज्यादा से ज्यादा किसी व्यक्ति को 2,550 मिलीग्राम डोज दी जा सकती है। आप रोजाना शाम को भोजन के साथ एक बार 500 मिलीग्राम या 1000 मिलीग्राम ग्लाइकोमेट को सीरप के रूप में ले सकते हैं। जरूरत पड़ने पर ग्लाइकोमेट डोज को आप धीरे-धीरे एडजस्ट कर सकते हैं।

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ग्लाइकोमेट 500 एमजी टैबलेट का कैसे करें सेवन?

  • आप पानी के साथ ग्लाइकोमेट 500 एमजी टैबलेट का सेवन कर सकते हैं। जब तक आपको डॉक्टर को ग्लाइकोमेट 500 एमजी टैबलेट को कुचलने, चबाने या तोड़ने के लिए नहीं बोलते हैं तब तक इसे कुचलने, चबाने या तोड़ने से बचें।
  • अगर आप ब्लड शुगर लेवल को स्टेबल रखना चाहते हैं तो इसके लिए आपको ग्लाइकोमेट 500 एमजी टैबलेट प्रतिदिन सेवन करना चाहिए।
  • अगर आप गलती से कोई खुराक लेना भूल जाते हैं तो परेशान होने की जरूरत नहीं है। आपको अपने रेगलुर प्लान को ही फॉलो करना चाहिए। इस संबंध में अपने डॉक्टर से सलाह भी जरूर लें।
  • बिना डॉक्टर को बताए आप ग्लाइकोमेट टैबलेट का सेवन बिल्कुल भी बंद न करें। इससे ब्लड शुगर लेवल तुरंत बढ़ सकता है।
  • डॉक्टर द्वारा निर्धारित डोज से अधिक इस टैबलेट का सेवन करने से बचना चाहिए। अगर तय डोज से अधिक ग्लाइकोमेट 500 एमजी टैबलेट का आप सेवन करते हैं तो आपको स्वास्थ्य संबंधी गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।

ग्लाइकोमेट 500 एमजी टैबलेट का सेवन करने से पहले इन बातों का रखें ध्यान:

  • ग्लाइकोमेट 500 एमजी टैबलेट का प्रयोग बहुत सावधानी के साथ करना चाहिए। इस दवा में मौजूद तत्वों का प्रभाव किडनी पर पड़ सकता है और किडनी के सही काम ना करने की वजह से काफी परेशानी होने की संभावना होती है।
  • जो लोग लीवर से संबंधित समस्याओं से पीड़ित हैं उन्हें ग्लाइकोमेट टैबलेट में मौजूद मेटफॉर्मिन से दिक्कत हो सकती है। ऐसे में डॉक्टर लीवर से संबंधित समस्याओं से पीड़ित लोगों को ग्लाइकोमेट टैबलेट नहीं खाने की सलाह देते हैं।
  • जिन लोगों को ग्लाइकोमेट 500 एमजी टैबलेट खाने से एलर्जी होती है तो उन्हें तुरंत इसका सेवन करना छोड़ देना चाहिए और अपने डॉक्टर से इस संबंध में बात करना चाहिए।
  • जो महिलाएं गर्भवती हैं या ब्रेस्ट फीडिंग करा रही हैं उन्हें ग्लाइकोमेट 500 एमजी टैबलेट का डॉक्टर की सलाह पर ही सेवन करना चाहिए। आमतौर पर गर्भावस्था के दौरान ग्लाइकोमेट 500 एमजी जैसे टैबलेट खाने की सलाह नहीं दी जाती है। इसके अलावा इसका स्तनपान के दौरान उपयोग इसके फायदे और नुकसान को ध्यान में रखकर किया जाना चाहिए।
  • अगर आपको एमआरआई, एक्स रे आदि करवाना है तो आपको अपने डॉक्टर से ग्लाइकोमेट टैबलेट के बारे में बताना जरूर चाहिए।
  • ग्लाइकोमेट टैबलेट का इस्तेमाल 10 साल से कम आयु के बच्चों के लिए नहीं किया जाना चाहिए।
  • अगर आप शराब का सेवन करते हैं तो आपको ग्लाइकोमेट टैबलेट का प्रयोग करने से बचना चाहिए। बता दें कि शराब पीने से लैक्टिक एसिडोसिस का खतरा बढ़ने की संभावना रहती है, जो कि आपके स्वास्थ्य के लिए ठीक नहीं है।
  • लंबे समय तक ग्लाइकोमेट टैबलेट का इस्तेमाल करने से आपको विटामिन बी 12 की कमी हो सकती है। ऐसे में लंबे समय तक ग्लाइकोमेट टैबलेट का इस्तेमाल करने से बचें और इस संबंध में अपने डॉक्टर से जरूर बात करें।

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ग्लाइकोमेट 500 एमजी टैबलेट्स के साइड इफेक्ट्स:

  • उल्दी
  • दस्त
  • कमजोरी
  • पेट में दर्द
  • लैक्टिक एसिडोसिस
  • भूख की कमी
  • लो ब्लड शुगर
  • लैक्टिक एसिडोसिस
  • विटामिन बी12 की कमी

इन दवाओं के साथ ग्लाइकोमेट 500 एमजी टैबलेट्स कर सकता है इंटरैक्शन:

  • नॉनस्टेरॉइडल एंटी-इंफ्लेमेटरी दवाएं (एनएसएआईडी), फ़्यूरोसेमाइड, एसीई इन्हिबिटर्स और अल्कोहल जैसी दवाएं ग्लाइकोमेट 500 एमजी टैबलेट्स के साथ रिएक्शन कर सकते हैं।
  • अगर आप  लैक्टिक एसिडोसिस के खतरे को कम करने के लिए कोई दवाएं ले रहे हैं तो इस बारे में अपने डॉक्टर से जरूर बताएं।
  • एंटीवायरल दवाएं (रिटोनावीर) , एंटीबायोटिक्स (सिप्रोफ्लोक्सासिन) और इमेजिंग टेस्ट में इस्तेमाल किए जाने वाले कंट्रास्ट एजेंट ग्लाइकोमेट 500 एमजी टैबलेट्स के साथ रिएक्शन कर सकते हैं।
  • अगर आप ब्लड शुगर लेवल को कम करने के लिए कोई दवा ले रहे हैं तो आपको ग्लाइकोमेट 500 एमजी टैबलेट का सेवन नहीं करना चाहिए। अगर आप ग्लाइकोमेट 500 एमजी टैबलेट को इंसुलिन, सल्फोनीलुरिया जैसी एंटी-डायबिटीक दवाओं के साथ सेवन करेंगे तो लो-ब्लड शुगर का खतरा बढ़ने की संभावना है। ऐसे में आपको नियमित रूप से ब्लड शुगर की जांच कराने की जरूरत है।

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ग्लाइकोमेट 500 एमजी टैबलेट्स का कैसे करें स्टोरेज:

ग्लाइकोमेट 500 एमजी टैबलेट को ठंडी और सूखी जगह पर 25°C से कम तापमान पर स्टोर करना चाहिए। ग्लाइकोमेट 500 एमजी टैबलेट को सीधे सूरज की रोशनी और नमी से बचना चाहिए। इसके अलावा आपको ग्लाइकोमेट 500 एमजी टैबलेट्स का बच्चों और पालतू जानवरों की पहुंच से दूर रखना चाहिए।

ग्लाइकोमेट 500 एमजी टैबलेट्स का ओवरडोज लेने पर क्या करें?

कोई भी दवा हमेशा अपने डॉक्टर द्वारा बताई गई खुराक के हिसाब से ही लें। इसी तरह ग्लाइकोमेट 500 एमजी टैबलेट का भी सेवन तय खुराक में ही करना चाहिए। अगर आपने ग्लाइकोमेट 500 एमजी टैबलेट की ओवरडोज ले ली है तो आपको ब्लड शुगर (हाइपोग्लाइसीमिया) में काफी कमी हो सकती है, जिस कारण आपको ये निम्न लक्षण नजर आ सकते हैं-

  • थकान
  • सिरदर्द
  • ब्लर विजन
  • पीली त्वचा
  • हार्टबीट
  • चक्कर आना

ग्लाइकोमेट 500 एमजी टैबलेट की ओवरडोज लेने की स्थिति में तुरंत आपको मेडिकल सहायता लेनी चाहिए। इसे लेकर आप अपने डॉक्टर से संपर्क कर सकते हैं।

उम्मीद है कि आपको इस लेख से ग्लाइकोमेट 500 एमजी टैबलेट के बारे में विस्तार से जानकारी मिल गई होगी। सही शुगर टेस्टिंग स्ट्रिप्स और ग्लूकोमीटर ढूंढना थोड़ा मुश्किल है इसलिए BeatO आपके लिए एक ही छत के नीचे आपकी जरूरत की सभी चीजें लाया है। BeatO के स्मार्ट ग्लूकोमीटर किट को आज़माएं और नियमित अपने शुगर लेवल की जाँच करें।

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डिस्क्लेमर: इस लेख में बताई गयी जानकारी सामान्य और सार्वजनिक स्रोतों से ली गई है। यह किसी भी तरह से चिकित्सा सुझाव या सलाह नहीं है। अधिक और विस्तृत जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने डॉक्टर से परामर्श लें। BeatoApp इस जानकारी के लिए जिम्मेदारी का दावा नहीं करता है।

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Anand Kumar

Anand Kumar

आनंद एक पत्रकार होने के साथ-साथ कंटेट राइटर भी हैं। फिलहाल वह BeatO पर हेल्थ से जुड़े विषयों पर लिख रहे हैं। उन्होंने कई मीडिया संस्थानों के साथ काम किया है। उनके पास मीडिया में काम करने का 4 साल से ज्यादा का अनुभव है। उन्होंने राजनीतिक-सामाजिक विषयों पर ग्राउंड रिपोर्टिंग के साथ-साथ विभिन्न प्लेटफार्मों के लिए कई लेख भी लिखे हैं।

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