वायरस कई तरह के होते हैं, अच्छे भी और बुरे भी. इन्हीं में एक से वायरस हेपेटाइटिस सी है. ये आपके लिवर यानी यकृत को कई तरीकों से संक्रमित कर सकता है. जिनका सही समय पर पता नहीं चलने पर लिवर बहुत खराब हो सकता है. आपका लिवल, हेपेटाइटिस सी से संक्रमित है या नहीं इसी का पता लगाने के लिए एचसीवी टेस्ट (HCV Test in Hindi) किया जाता है. इस टेस्ट के जरिए बीमारी का पता चलने और सही समय पर इलाज मिलने पर मरीज पूरी तरह से ठीक हो जाता है. हम यहां बता रहे हैं कि HCV टेस्ट क्या होता है, क्यों किया जाता है, टेस्ट किस तरह से होता है और इसके रिजल्ट का क्या मतलब होता है.
क्या है एचसीवी टेस्ट
HCV टेस्ट को शरीर में मौजूद शरीर में पाए जाने वाले उन एंटीबॉडीज का पता लगाने के लिए किया जाता है, तो एचसीवी (हेपेटाइटिस सी वायरस) की वजह से बनते हैं. शरीर में इनके डेवलप होने का समय करीब सात से नौ हफ्ते का होता है. शरीर में इनके डेवलप होने के बाद ये सीधी लिवर पर अटैक करते हैं. जिससे सिरोसिस या लिवर कैंसर जैसी बीमारी हो सकती है. व्यक्ति होने वाले हेपेटाइटिस के अधिकतर मामले एचसीवी के ही होते हैं.
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क्यों किया जाता है एचसीवी टेस्ट
HCV टेस्ट को उन लोगों की सेहत पर नजर रखने के लिए किया जाता है, जिन लोगों में ये संक्रमण होने के संकेत होते हैं. इसका जल्दी पता लगने से इलाज भी जल्दी शुरू करने में मदद मिलती है. ताकि दूसरे लोगों में इस वायरस को फैलने से रोका जा सकें.
कई तरीकों से फैल सकता है एचसीवी वायरस
- इससे संक्रमित व्यक्ति का खून चढ़ाए जाने से
- जिनके सेक्सुअल पार्टनर एचसीवी से ग्रसित है
- असुरक्षित यौन संबंधों से
- टैटू बनवाने या बॉडी पियरसिंग से
- जो लोग इंजेक्शन के जरिए नथा करते हैं
- बिना कंडोम का इस्तेमाल किए यौन संबंध बनाने से
- हीमोफीलिया के मरीजों को
- जिन लोगों के लिवर के टेस्ट रिजल्च सामान्य नहीं आए
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हेपेटाइटिस सी वायरस के लक्षण
- गहरा पीला मूत्र का आना
- कमजोरी रहना
- जोड़ों के दर्द की समस्या होना
- बुखार आना
- भूख नहीं लगना
- ग्रे या मिट्टी के रंग का मल होना
- मतली
- आहार
- उल्टी होना
- पेट में दर्द की समस्या
- आँखों और त्वचा का पीला पड़ना
- पीलिया होना
कैसे होता है एचसीवी टेस्ट
HCV टेस्ट को करवाने के लिए किसी तरह की विशेष तैयारी करने की जरूरत नहीं होती है. इस टेस्ट को करवाने से पहले आपको अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर करना चाहिए. जो आपको मेडिकल हिल्ट्री के आधार पर आपको टेस्ट की सलाह देंगे. इस टेस्ट के दौरान आपके बांह की नस से ब्लड सैंपल लिया जाता है. जहां पर सुई लगाकर आपके ब्लड का सैंपल लिया जाएगा, वहां पर हल्का-सा दर्द हो सकता है. वहीं, जब टेस्ट का रिजल्ट आ जाए तो उसे आपको डॉक्टर के जरिए ही समझना चाहिए. वह आपको सही इलाज के साथ ही दवाएं और परहेज भी बताएंगे.
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एचसीवी टेस्ट के रिजल्ट का मतलब
HCV टेस्ट के रिजल्ट दो तरह के आते हैं, एक निगेटिव और दूसरा पॉजिटीव. आइये जानते हैं इनका क्या मतलब होता है.
निगेटिव रिजल्ट
अगर HCV टेस्ट का रिजल्ट निगेटिव आते हैं, तो इसका सीधा मतलब होता है कि आपके शरीर में हेपेटाइटिस सी वायरस का संक्रमण नहीं है. आप पूरी तरह से हेल्दी है.
पॉजिटिव रिजल्ट
अगर HCV टेस्ट का रिजल्ट पॉजिटीव आता हैं, तो इसका सीधा मतलब होता है कि आपके शरीर में हेपेटाइटिस सी वायरस का संक्रमण है. अगर रिजल्ट पॉजिटीव आए तो आपको पेशेवर डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए, जो आपको इसका उचित इलाज के साथ ही देख-रेख की सलाह देंगे.
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एचसीवी के मरीज क्या करें और क्या नहीं
क्या करें
- अगर आप हेपेटाइटिस सी वायरस से संक्रमित हो जाते हैं तो आपको पेशेवर डॉक्टर से सलाह लेना चाहिए. जो आपको इसके सही इलाज और दवाओं के बारे में बताएंगे.
- अगर आप इससे संक्रमित हो जाते हैं, तो इसे दूसरो में फैलने से रोकने के लिए डॉक्टर द्वारा बताए गए परहेज के नियमों का जरूर पालन करें. जैसे- सुरक्षित सेक्स, वारयस के विषय में जागरूकता और आपको जिन चीजों से नुकसान पहुंच सकता है, उससे दूर रहें.
- डॉक्टर के द्वारा बताए गए मेडिकल टेस्ट को नियमित रूप से करवाते रहें. जिससे आपको संक्रमण पर नजर रखी जा सकें और उसका इलाज सही से किया जा सकें.
क्या नहीं करें
- ऐसी चीजों का इस्तेमाल सिर्फ अपने तक ही रखें, जिनसे दूसरों को ये संक्रमण होने का खतरा हो.
- अपनी उन चीजों को दूसरे लोगों के साथ शेयर नहीं करें, जिनमें खून, बाल, वसा या दूसरी शारीरिक तरलता मिल जाती हो.
- शराब पीने या नशीली दवाओं का सेवन करने से बचें. इनका सेवन करने से आपकी बीमारी और बढ़ सकती है.
- इस संक्रमण से निजात पाने के लिए किनी नई दवा का सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर करें. वह आपको सही दवा और खुराक के बारे में सटीक सलाह देंगे.
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