एलोवेरा साधारण सा दिखने वाला एक पौधा होता है। इसके पत्तों और जड़ों में काफी मात्रा में पानी मौजूद होता है। एलोवेरा बाहर से काफी कांटेदार नजर आता है, लेकिन ये अंदर से काफी नरम और गूदेदार होता है। एलोवेरा की पत्तियों के किनारे छोटे-छोटे कांटे होते हैं। एलोवेरा के फूल नलिका के समान होते हैं, जिसमें बहुत सारे बीज पाए जाते हैं।
यह पौधा मुख्य रूप से अफ्रीका, अमेरिका, यूरोप और एशिया के शुष्क क्षेत्रों में उगाया जाता है। बात अगर भारत की करें तो यह पौधा भारत के राजस्थान, गुजरात, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और महाराष्ट्र जैसे क्षेत्रों में उगाए जाते हैं। एलोवेरा में एंजाइम, एमिनो एसिड, पॉलिसैचेराइड्स, मिनरल्स, विटामिन्स और फैटी एसिड्स जैसे लगभग 200 तत्व मौजूद होते हैं। खास बात ये है कि इन तत्वों का बहुत सारी बीमारियों में घरेलू उपचार के तौर पर किया जाता है।
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एलोवेरा लिलियासी परिवार से संबंधित है। इसका वैज्ञानिक नाम एलो बार्बडेंसिस मिलर होता है। एलोवेरा पत्ती के तीन भाग होते हैं। पहला भाग एक आंतरिक जेल होता है, जिसमें मुख्य रूप से पानी मौजूद होता है। दूसरा भाग लेटेक्स की मध्य परत और तीसरा भाग बाहरी मोटी परत होता है, जिसे छिलका कहा कजाता है। 15Kcal एलोवेरा में पानी 96.2 फीसदी, शर्करा 3.75 फीसदी, कार्बोहाइड्रेट 3.75 फीसदी, सोडियम 0.08 प्रतिशत, कैल्शियम 0.08 फीसदी, विटामिन-सी 0.0038 फीसदी और लोहा 0.0015 प्रतिशत मौजूद होते हैं। आइए इस लेख में एलोवेरा जूस के फायदे और इससे जुड़ी महत्वपूर्ण बातों के बारे में विस्तार से जानते हैं।
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अगर आप डायबिटीज से पीड़ित हैं तो आपको एलोवेरा का सेवन करना फायदेमंद साबित हो सकता है। एलोवेरा प्री-डायबिटीज और डायबिटीज वाले मरीजों में ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में प्रभावित होता है। एलोवेरा इंसुलिन सेंसिटिविटी को बढ़ाता है, जो ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में काफी सहायक होता है। एलोवेरा में मौजूद विटामिन-ए और ई ऑक्सीडेंट स्ट्रेस को कम करने में मदद करता है, जिससे आपका ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है। एलोवेरा में मौजूद क्रोमियम, मैग्नीशिययम और इंसुलिन को बूस्ट करते हैं। एलोवेरा में मौजूद एंथ्राक्विनोन्स और लेक्टिंस ब्लड में शुगर लेवल को कंट्रोल करता है। एलोवेरा का रोजाना सुबह खाली पेट सेवन करने से आपका ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल रहेगा।
नियमित रूप से एलोवेरा का सेवन आपका वजन घटाने में काफी मदद करता है। एलोवेरा में मौजूद डिटॉक्सीफाइंग गुण आपका वजन घटाने में मदद करते हैं। अगर आप पेट की चर्बी को एलोवेरा के मदद से दूर करना चाहते हैं तो आपको यह जानना होगा कि एलोवेरा का सेवन कैसे करना चाहिए। अगर आप गर्म पानी के साथ एलोवेरा को लेते हैं तो इससे तेजी से आपका वजन कम होता है और आपको पेट की चर्बी से छुटकारा पाने में काफी मदद मिलता है। ऐसे में आपको रोजाना एक गिलास गर्म पानी में एक चम्मच ऐलोवेरा का जूस डालकर पीना चाहिए, जिससे आपका धीरे-धीरे बैली फैट गायब हो जाएगा।
आप एलोवेरा के जूस को नींबू के रस के साथ भी इस्तेमाल कर सकते हैं। यह वजन घटाने में काफी प्रभावी होता है। आपको इसके लिए एक चम्मच एलोवेरा का जेल और एक गिलास पानी में मिला लीजिए। इसमें एक नींबू का रस भी मिलाकर पी लीजिए, जिससे आपको पेट की चर्बी से राहत मिलेगा।
आप पेट की चर्बी को कम करने के लिए एलोवेरा के जूस को गिलोय के साथ भी पी सकते हैं। इस मिश्रण का सेवन सुबह आपको खाली पेट करना चाहिए। नियमित रूप से अगर आप इसका सेवन करते हैं तो कुछ दिनों में ही आपको इसका फर्क नजर आने लगेगा और आपको बहुत जल्द पेट की चर्बी से छुटकारा मिल जाता है।
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एलोवेरा में मौजूद एंटीसेप्टिक गुण आपकी त्वचा के लिए बहुत फायदेमंद होता है। इसमें साबुन जैसे पदार्थ, सैपोनिन शामिल हैं, जो प्रभावी एंटीसेप्टिक एजेंट के रूप में काम करते हैं। एलोवेरा में विटामीन-सी, ई और बीटा-कैरोटीन भरपूर मात्रा में मौजूद होता है, जिससे इसमें एंटी-एजिंग गुण होते हैं। इससे आपकी त्वचा के दाग-धब्बों को मिटाने में मदद मिलती है। इसके अलावा एलोवेरा आपके चेहरे के रूखेपन से भी दूर करता है। इसमें मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण चेहरे पर एक प्रोटेक्टिव लेयर बन जाता है जो स्किन को नमी देता है। अपनी स्किन को प्राकृतिक चमक देने के लिए आप एलोवेरा को गुलाबजल के साथ प्रयोग कर सकते हैं। इसके लिए आपको एक चम्मच एलोवेरा में एक चम्मच गुलाबजल मिलाने की जरूरत है। फिर उसके बाद इस मिश्रण को आप अपने चेहरे पर लगाएं। करीब 20 मिनट रखने के बाद अपने चेहरे को धो लें तो इससे आपके चेहरे को ताजगी का अहसास होगा।
अगर आप एलोवेरा के जूस को नींबू के रस के साथ मिलाकर प्रयोग करते हैं तो आपका चेहरा चमक उठेगा। बता दें कि एलोवेरा और नींबू एक अच्छे एंटी-ऑक्सीडेंट के तौर पर काम करता है। इसके मिश्रण को चेहरे पर लगाने से चेहरे पर प्राकृतिक रूप से निखार आ जाता है।
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एलोवेरा जूस इम्यून सिस्टम को बूस्ट करता है। इसमें एंटीबॉडी की गतिविधि को बढ़ावा देने की क्षमता होती है। यह पीएच स्तर में सुधार लाता है। एलोवेरा पोषक तत्वों का एक पावरहाउस होता है जो शरीर में मुक्त कणों से होने वाले नुकसान को लड़ने से मदद करता है और यह इम्यूनिटी सिस्टम को मजबूत करने में मदद करता है। एलोवेरा में मौजूद विटामिन और खनिज इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने में मदद करते हैं। इसमें मौजूद विटामिन बी 12 हमारे शरीर को बैक्टीरिया से बचाता है। इसके अलावा एलोवेरा की फली में कई ऐसे पोषक तत्व भी मौजूद होते हैं, जो हमारे शरीर की इम्यूनिटी बढ़ाने में मदद करती है।
बता दें कि एलोवेरा में विटामिन बी, कैल्शियम,मैग्गीशियम, जिंक, विटामिन ए,सी, ई, फॉलिक एसिड, कोलीन, बी1, बी2, बी3 और बी6 जैसे पोषक तत्व भी पाए जाते हैं, जो हमारे शरीर में इम्यूनिटी को बूस्ट करने में काफी मददगार होते हैं। मजबूत इम्यूनिटी सिस्टम आपको विभिन्न बीमारियों से दूर रखने में मदद करता है।
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एलोवेरा के अत्यधिक सेवन से आपकी तबीयत बिगड़ सकती है। आपको पेट में ऐंठन, दस्त, कब्ज का बिगड़ना, लाल मूत्र, हेपाटाइटिस, इलेक्ट्रोलाइट अंसतुलन जैसी समस्याएं हो सकती हैं। बहुत लंबे समय तक एलोवेरा के प्रयोग करने से आपको कोलोरेक्टल कैंसर होने की भी संभावना बढ़ सकती है।
सवाल: क्या गर्भवती महिलाएं एलोवेरा जूस का सेवन कर सकती हैं?
जवाब: वैसे इसके पर्याप्त सबूत नहीं हैं जो बताता हो कि गर्भवती महिलाओं को एलोवेरा जूस का सेवन करना चाहिए। हालांकि, डॉक्टरों का कहना है कि गर्भवती महिलाओं को एलोवेरा के जूस का सेवन नहीं करना चाहिए।
सवाल: क्या बालों के लिए एलोवेरा जूस फायदेमंद होता है?
जवाब: एलोवेरा का जूस बालों के विकास के लिए फायदेमंद होता है।
सवाल: क्या एलोवेरा का जूस अल्जाइमर रोग के इलाज के लिए किया जाता है?
जवाब: अल्जाइमर रोग के इलाज के लिए एलोवेरा जूस का प्रयोग साहित्य में सही पाया गया है। हालांकि, अभी तक शोध के रूप में इसके पर्याप्त सबूत नहीं मिले हैं।
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उम्मीद है कि आपको इस लेख से एलोवेरा के फायदे के बारे में विस्तार से जानकारी मिल गई होगी। ऑनलाइन शुगर टेस्टिंग मशीन खरीदना कभी इतना आसान नहीं रहा, BeatO का सर्वश्रेष्ठ ग्लूकोमीटर आजमाएँ और अभी अपना ब्लड शुगर लेवल चैक करें।
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