वजन कम करने से लेकर डायबिटीज को रखता है कंट्रोल, जानिए सेब के सिरके के कई फायदे

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सेब का सिरका यानी एप्पल साइडर विनेगर (Apple Cider Vinegar Benefits in Hindi) सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है। सेब का सिरका बनाने के लिए सबसे पहले सेब को कुचलकर फिर उसे निचोड़कर उसका रस बनाया जाता है। इसके बाद सेब के रस को खमीर द्वारा किण्वित (किण्वन से गुजरना मतलब किण्वन एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें कोई पदार्थ टूटकर सरल पदार्थ में बदल जाता है।) किया जाता है, जो रस में मौजूद शर्करा को इथेनॉल में बदलता है। इसके बाद एथेनॉल को एसिटिक एसिड में बदला जाता है, जिससे सेब का सिरका मिलता है। इसे सिरके को एसिटिक एसिड और मैलिक एसिड मिलकर खट्टा बना देते हैं। बाजार में मौजूद अधिकतर सेब के सिरके को फिल्टर और पाश्चराइज्ड किया जाता है, ताकि इसमें से बैक्टीरिया को नष्ट किया जा सके। इससे एप्पल साइडर विनेगर लंबे समय तक चलता है। सेब के सिरके में विटामिन ए, सी, ई, एसिटिक एसिड, अमीनो एसिड, एंटीऑक्सीडेंट, कैल्शियम, मैग्नीशियम, एंजाइम और पोटेशियम मौजूद होते हैं।

सेब के सिरके में 94 फीसदी पानी, 5 फीसदी एसिटिक एसिड और 1 फीसदी कार्बोहाइड्रेट मौजूद होता है। खास बात यह है कि सेब के सिरके में कोई फैट या प्रोटीन मौजूद नहीं होता है। प्रति 100 ग्राम सेब के सिरके में सोडियम 5 मिलीग्राम, पोटैशियम 73 मिलीग्राम, जस्ता 0.04 मिलीग्राम, फास्फोरस 8 मिलीग्राम, मैग्नीशियम 5 मिलीग्राम, कैलशियम 7 मिलीग्राम और लोहा 0.20 मिलीग्राम मौजूद होते हैं। एप्पल सिडर विनेगर में 5-6 फीसदी एसिटिक एसिड होता है।

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सेब के सिरके में बीमारियों से बचाने वाले कई गुण मौजूद होते हैं। यह शरीर में जरूरी पोषक तत्वों के अवशोषण को बढ़ाने में भी मदद करते हैं, ताकि आप जो भी चीज खाएं उसका फायदा पूरा शरीर को मिले। इससे पाचन को दुरुस्त रखने में भी मदद मिलती है। साथ ही यह डायबिटीज और कैंसर जैसी बीमारियों से भी बचाव करता है। इसमें ऐसे एंटीबैक्टीरियल गुण भी होते हैं जो मुंहासे जैसी त्वचा संबंधित बीमारियों से आपको राहत दिलाने में भी मदद करता है। आइए इस लेख में विस्तार से सेब के सिरके के फायदे और इससे जुड़ी महत्वपूर्ण बातों के बारे में जानते हैं।

सेब के सिरके के ये कुछ फायदे हैं:

वजन घटाने में करता है मदद

सेब का सिरका वजन घटाने में काफी फायदेमंद होता है। सेब का सिरका वजन कम करने के साथ-साथ ही पेट की चर्बी को भी कम करने में मदद करता है। एक अध्ययन का दावा है कि सेब के सिरके का नियमित सेवन मेटाबॉलिज्म को अच्छा करता है और यह मोटापे से भी छुटकारा दिलाता है। अगर आप किसी गंभीर समस्या से पीड़ित हैं तो ऐसे में सेब के सिरका का सेवन करने से पहले आपको अपने डॉक्टर से सलाह लेने की जरूरत है। सेब के सिरके के अंदर ब्लड शुगर को कम करने के कई गुण होते हैं जिससे आपका वजन तेजी से नहीं बढ़ता है।

सेब के सिरके के अंदर मौजूद एसिटिक एसिड पेट की चर्बी को कम करने में सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। सेब के सिरके के अंदर मौजूद एसिटिक एसिड की वजह से लंबे समय तक पेट भरा रहता है। ऐसे में आपको खाने की और कुछ इच्छा नहीं होती है, क्योंकि ये पेट को भरा-भरा सा रखता है। फिर शरीर में कैलोरी कम हो जाती है, जिससे आपको अपना वजन कम करने में मदद मिलता है।

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त्वचा के लिए होता है फायदेमंद

सेब के सिरके में रोगाणुरोधी गुण होते हैं। सेब के सिरके में एसिटिक, सिट्रिक और एमीनो एसिड जैसे तत्व पाए जाते हैं, जो एंटीबैक्टीरियल और एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण होते हैं। यह त्वचा के प्राकृतिक पीएच को पुनर्संतुलित करने में मदद करता है। यह किसी भी तरीके से स्क्रीन में फैलने वाले इन्फेक्शन को रोकने में मदद करता है। चेहरे के मुहांसों, झुर्रियों, डार्क सर्कल और चेहरे के पोर्स जैसी समस्याओं के सामाधान के लिए सेब का सिरका बेहद उपयोगी माना जाता है।

अगर आपकी त्वचा बहुत ज्यादा रुखी है तो सेब का सिरका बहुत ज्यादा मात्रा में लगाने से परहेज करना चाहिए। सेब का सिरका प्रयोग करने के दौरान एक बात का ध्यान देना चाहिए कि यह काफी एसिडिक होता है, इसीलिए इसे बिना पानी में मिलाए यानी डाइल्यूट किए बिना इसका सीधा प्रयोग त्वचा पर नहीं करना चाहिए। अगर आपको कोई एलर्जी या गंभीर बीमारी है तो डॉक्टर से उचित परामर्श लेने के बाद ही इसे स्किन पर लगाएं।

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डायबिटीज को करता है कंट्रोल

सेब के सिरके में मौजूद एसिटिक एसिड डायबिटीज को कंट्रोल रखने में मदद करता है। एक शोध के मुताबिक, अगर डायबिटीज मरीज खाना खाने के बाद सेब के सिरके का इस्तेमाल करते हैं तो जो ब्लड शुगर बढ़ता है उसे सेब के सिरके द्वारा कंट्रोल में कर लिया जाता है। एसिटिक एसिड कार्बोहाइड्रेट के पाचन को धीमा कर देता है, जिससे ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है।

सेब का सिरका नेचर में अल्कलाइन होता है जो कि डायबिटीज के मरीजों के लिए बहुत लाभकारी माना जाता है। ब्लड शुगर के अवशोषण को सेब का सिरका सुधारने में काफी मदद करता है। साथ ही ये कंकाल की मांसपेशियों या स्केलेटल मसल में इंसुलिन संवेदनशीलता को भी बढ़ावा देता है। डायबिटीज वाले मरीजों को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि वे सेब के सिरका का सेवन करने के साथ ही संतुलित आहार लें और नियमित व्यायाम भी करें, ताकि उनका ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल रहे।

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हार्ट अटैक का खतरा करता है कम

सेब का सिरका ट्राईग्लिसराइड और कोलेस्ट्रॉल का लेवल घटाकर हार्ट अटैक का खतरा कम करता है। सेब का सिरका नेचर में एसिटिक एसिड होता है, जो दिल के स्वास्थ्य को सुधारने में मदद कर सकता है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स और अन्य पौष्टिक तत्व आंतरिक और बाहरी रूप से ह्रदय के स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में मददगार साबित होते हैं। हालांकि, यह इलाज केवल सामान्य चिंता और ह्रदय से संबंधित रोगों के लिए ही नहीं है और इसके लिए हमेशा डॉक्टर के उचित परामर्श की जरूरत होती है। अगर आप पहले से ही किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं तो आपको सेब के सिरके का सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लेने की जरूरत है।

हानिकारक बैक्टीरियों को मारने में करता है मदद

सेब का सिरका हमारे शरीर में मौजूद हानिकारक बैक्टीरियों को खत्म करने में काफी कारगर होता है। सेब के सिरके में मौजूद एसिटिक एसिड हानिकारक बैक्टीरियों को खत्म करता है। साथ ही ये इन बैक्टीरियों को बढ़ने से भी रोकता है।

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लीवर के लिए होता है फायदेमंद

सेब के सिरके में ऐसे गुण होते हैं जो हानिकारक विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करते हैं। इससे यह लीवर को साफ करता है। इस तरह यह न सिर्फ लिवर की कार्यक्षमता बढ़ाता है बल्कि उसे स्वस्थ रखने में भी मदद करता है।

सेब के सिरके का सेवन करने के तरीके:

  • सेब के सिरके को पानी में मिलाकर पदार्थ के रूप में पिया जा सकता है। सेब के सिरके को 1 से 2 चम्मच (5-10 एमएल) से लेकर 1 से 2 चम्मच (15-30 एमएल) प्रतिदिन एक बड़े गिलास पानी में मिलाकर पीना चाहिए।
  • सेब के सिरके को सलाद या तली हुई सब्जियों के साथ खाना चाहिए।
  • सेब के सिरके को शहद में मिलाकर पीया जा सकता है।
  • सेब के सिरके को फलों के रस के साथ भी मिलाकर पीया जाता है।
  • सेब के सिरके को त्वचा पर लगाने से पहले थोड़ा पतला कर लेना चाहिए।
  • सेब का सिरका खाने के साथ लेना सबसे बेस्ट रहता है। सुबह नाश्ते, दोपहर और रात के खाने से आधा घंटे पहले एक गिलास पानी में सेब का सिरका घोल लीजिए फिर इसका सेवन करिए, इससे सबसे ज्यादा फायदा होता है।
  • अगर सेब के सिरके को पानी के साथ मिलाकर रुई की मदद से इसे अपने चेहरे पर लगाते हैं तो यह फेस क्लींजर के रूप में काम करता है।
  • मुंह की बदबू की समस्या से राहत पाने के लिए सेब के सिरके को हल्के गर्म पानी में डालकर गरारे के लिए कर सकते हैं।

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सेब के सिरके का सेवन करने के दौरान बरती जाने वाली सावधानियां:

  • अगर आप ऑस्टियोपोरोसिस और ऑस्टियोआर्थराइटिस जैसी बीमारियों से पीड़ित हैं तो सेब के सिरका का सेवन करने से पहले डॉक्टर से उचित परामर्श लेने की जरूरत है।
  • सेब के सिरके को नींबू या संतरे जैसे खट्टे फलों के साथ सेवन करने से परहेज करना चाहिए, क्योंकि सेब के सिरके में एसिटिक एसिड की मात्रा ज्यादा होती है।
  • चाय या कॉफी पीने के बाद सेब के सिरके का सेवन करने से परहेज करना चाहिए। बता दें कि चाय या कॉफी में कैफीन की मात्रा अधिक होती है जिससे पाचन संबंधी समस्याएं होने की संभावना रहती हैं।
  • सेब के सिरके को डायरेक्ट अपनी स्किन पर नहीं लगाना चाहिए। अगर ऐसा करते हैं तो स्किन में जलन और खुजली की समस्या हो सकती है।
  • गर्भवती और ब्रेस्टफीडिंग कराने वाली महिलाओं को सेब के सिरके का सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर से उचित परामर्श लेने की जरूरत है।
  • अगर आप सेब के सिरके का इस्तेमाल दांतों को साफ करने की सोच रहे हैं तो सावधान हो जाइए। सेब का सिरका एक स्ट्रॉन्ग एसिड होता है जो दांतों को कमजोर या खोखला बना सकता है।

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उम्मीद है कि आपको इस लेख से सेब के सिरके के फायदे के बारे में विस्तार से जानकारी मिल गई होगी। क्या आप अपने ब्लड शुगर लेवल की जांच के लिए सही ग्लूकोमीटर की तलाश कर रहे हैं? तो BeatO का सस्ता और टिकाऊ स्मार्ट ग्लूकोमीटर किट आजमाएं।

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Tags: फल
Anand Kumar

आनंद एक पत्रकार होने के साथ-साथ कंटेट राइटर भी हैं। फिलहाल वह BeatO पर हेल्थ से जुड़े विषयों पर लिख रहे हैं। उन्होंने कई मीडिया संस्थानों के साथ काम किया है। उनके पास मीडिया में काम करने का 4 साल से ज्यादा का अनुभव है। उन्होंने राजनीतिक-सामाजिक विषयों पर ग्राउंड रिपोर्टिंग के साथ-साथ विभिन्न प्लेटफार्मों के लिए कई लेख भी लिखे हैं।