करी पत्ता खाने के 6 फायदे जिन्हें जानकर आप भी हो जाएंगे हैरान!

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तीखा, स्वादिष्ट और सुगंधित पत्तियों वाला पौधा ‘करी पत्ता’ जिसे कई भारतीय खानों को खास और स्वादिष्ट बनाने में इस्तेमाल किया जाता है। इसे कढ़ी में छौंक लगाने में इस्तेमाल किया जाता है। दक्षिण भारतीय व्यंजनों में स्वाद बढ़ाने वाले औषधीय करी के पत्ते को हिंदी में मीठी नीम, तमिल में करुवेप्पिलई और मलयालम में करिवेप्पिले के नाम से जाना जाता है। रिसर्च गेट के मुताबिक, एक दिन में 8 से 10 करी पत्ते खाए जा सकते हैं। अगर ग्राम के हिसाब से देखें तो एक दिन में 2 ग्राम पत्तों का सेवन किया जा सकता है। करी पत्ते की पत्तियां चमकदार हरी होती हैं।

करी पत्ता का वैज्ञानिक नाम मुरराया कोएनिगी होता है,  जो रूटेशियाई कुल से संबंधित होता है। छोटे-छोटे पत्तों के रूप में रहने वाले करी पत्ता को प्राकृतिक औषधीय माना जाता है। इस औषधीय पौधे का घर दक्षिण एशिया है। श्रीलंका, बांग्लादेश, चीन और भारत जैसे देशों में इसे पाया जाता है। भारत में हिमालय के नीचे महाराष्ट्र, तमिलनाडु, केरल और असम जैसे राज्यों में यह पाया जाता है।

100 ग्राम करी पत्तों में मौजूद पोषक तत्व:

पोषक तत्वों की मात्राताजा करी पत्तेसूखे करी पत्ते
प्रोटीन (ग्राम)612
फैट (ग्राम)15.4
कार्बोहाइड्रेट्स (ग्राम)18.764.31
आयरन (मिलीग्राम)0.9312
कैल्शियम (मिलीग्राम)8302040
β-कैरोटीन (माइक्रोग्राम)7560 5292
विटामिन C (मिलीग्राम)44

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करी पत्ता खाने में तो स्वादिष्ट होता ही है, लेकिन इनकी पत्तियों में मानव जीवन के लिए कई स्वास्थ्य लाभ भी छुपे होते हैं। करी पत्ता में विटामिन्स, मिनरल्स, एंटीऑक्सीडेंट्स और अन्य पोषक तत्व भी पाए जाते हैं। करी पत्ते में ऐसे गुण पाए जाते हैं, जो डायबिटीज कंट्रोल करने से लेकर वजन घटाने में मददगार हो सकता है। आइए इस लेख में करी पत्ते के फायदे और इससे जुड़ी महत्वपूर्ण बातों के बारे में विस्तार से जानते हैं।

करी पत्ता खाने के फ़ायदे

पाचन को सुधारने में करता है मदद

करी पत्ता में पाचन को सुधारने में मदद करने वाले एमिलेज, लिपेस और प्रोटेज जैसे एंजाइम होते हैं। ये एंजाइम कार्बोहाइड्रेट्स को छोटे इकाइयों में बांटने में मदद करता है,  ताकि खाने को असानी से पचाया जा सकता है। करी पत्ते के रोचक गुण मल त्याग में विनियमित करने में मदद करते हैं, जिससे आपको गैस और दस्त जैसी समस्याओं से राहत मिल सकती है।

डायबिटीज को करता है कंट्रोल

भागदौड़ भरी जिंदगी में हमारे खानपान और खराब लाइफस्टाइल की वजह से डायबिटीज की बीमारी लोगों में तेजी से फैल रही है। डायबिटीज की वजह से शरीर के खून में ग्लूकोज और शुगर का स्तर बढ़ जाता है। ऐसे में इसे कंट्रोल करने में करी पत्ता मदद कर सकता है। ब्लड शुगर के प्रबंधन में करी पत्तियों की प्रभावशीलता पर साल 2012 में एक स्टडी किया गया था। इस स्टडी में यह बात सामने आई थी कि करी पत्ता ब्लड के शुगर में उल्लेखनीय कमी लाता है। 

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करी पत्ते का अर्क हाई ब्लड शुगर के स्तर को कम करने में मददगार होता है। करी पत्ता प्राकृतिक तरीके से इंसुलिन को बढ़ाने में मदद करता है, जिससे इसका शुगर लेवल कंट्रोल होता है। सुबह खाली पेट करी पत्ते का सेवन करने से शुगर कंट्रोल में रहता है। डायबिटीज मरीजों को अपने घरों में करी पत्ते का पौधा लगाना चाहिए। करी पत्ते को डायबिटीज का घरेलू इलाज कह सकते हैं।

लीवर के लिए होता है फायदेमंद

करी पत्ता लीवर को बहुत सारे इन्फेक्शन से बचाता है। करी पत्ते में मौजूद विटामिन ए और सी लीवर को दुरुस्त करने में मदद करते हैं। करी पत्ते में मौजूद फोलिक एसिड एनीमिया से बचाता है।

कैंसर के खतरे को करता है कम

करी पत्ते में एंटी-कैंसर गुण पाए जाते हैं। जानवरों और टेस्ट ट्यूब अध्ययनों में यह बात चली है कि करी पत्ता कैंसर की कोशिकाओं को नष्ट कर उन्हें बढ़ने से रोकता है। करी पत्ता ब्रेस्ट और फेफड़े कैंसर से बचाता है।

त्वचा को मिलते हैं कई लाभ

करी पत्ता त्वचा के लिए बहुत फायदेमंद होता है। इनमें एंटीऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं। करी पत्ते में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट  त्वचा को चमकदार बनाने में मदद करता है। करी पत्ते में मौजूद एंटी-बैक्टीरियल गुण मुंहासे पैदा करने वाले बैक्टीरिया को मारते हैं। विटामिन सी और बीटा-कैरोटीन एंटीऑक्सीडेंट्स मुंहासे को कम करने में मददगार साबित होते हैं। वहीं, एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण त्वचा की जलन और सूजन को कम करने में मदद करता है। 

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कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल रखने में करता है मदद

कोलेस्ट्रॉल एक चिपचिपा फैट होता है, जो खून की नसों में जमा होता है। कोलेस्ट्रॉल का लेवल अधिक होने से लोगों को दिल की बीमारी, हार्ट अटैक, स्ट्रोक जैसी जानलेवा बीमारियां हो सकती हैं। करी पत्ता प्राकृतिक तरीके से कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करता है। करी पत्ते में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट कोलेस्ट्रॉल के ऑक्सीकरण को रोकता और अच्छे कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ाता है। करी पत्ते के रोजाना सेवन से कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल किया जा सकता है।

करी पत्ते का सेवन कैसे करें

  • आप रोजाना करी पत्ते का सेवन कर सकते हैं। हर सुबह खाली पेट 5 से 8 ताजा करी पत्ता खा सकते हैं। आप करी पत्ते को चबा सकते हैं या सलाद में मिलाकर खा सकते हैं।
  • आप करी पत्तों को खाने में तड़के के रूप में भी डालकर प्रयोग कर सकते हैं।
  • आप सूखे करी पत्ते को पाउडर बनाकर चाय, पानी या दूध में मिलाकर पी सकते हैं।
  • आप करी पत्ते का चाय बनाकर भी पी सकते हैं। करी पत्ता का चाय सेवन करना खाली पेट सबसे अच्छा होता है। करी पत्ता का चाय बनाने के लिए आपको पानी, शहद और नींबू की आवश्यकता होगी।
  • आप करी पत्ता का चटनी भी बनाकर खा सकते है।

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इन लोगों को करी पत्ता का सेवन करने से हो जाना चाहिए सावधान:

  • जो लोग ब्लड प्रेशर की दवाएं लेते हैं उन्हें करी पत्ता का सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लेना चाहिए। विभिन्न अध्ययन में दावा किया गया है कि जब करी पत्ते के रस को ब्लड प्रेशर की दवा के साथ लिया जाता है तो इसके नकारात्मक प्रभाव पड़ने की संभावना रहती है। दावा है कि करी पत्ते के रस के तत्व दवा के साथ प्रतिक्रिया कर सकते हैं, जिससे ब्लड प्रेशर कम हो सकता है।
  • गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को करी पत्ते के सुरक्षित उपयोग करने को लेकर डॉक्टर से सलाह लेने की जरूरत है।
  • कमजोर इम्यून सिस्टम की वजह से छोटे बच्चों और बड़े वयस्कों को करी पत्ते देते समय अधिक सावधानी बरतनी चाहिए।
  • आपको कभी भी प्राकृतिक फलों, सब्जियों और जड़ी-बूटियों के साथ खुद करी के पत्ता का सेवन नहीं करना चाहिए।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल:

सवाल: खाने पर करी पत्ते का सवाद कैसा होता है?

जवाब:  खाने पर करी पत्ते कड़वे महसूस होते हैं और इनमें तीखी महक होती है।

सवाल:  क्या पेट खराब होने पर करी पत्ते का इस्तेमाल किया जा सकता है?

जवाब:  करी पत्ते को बारीक तरीके से पीसकर छाछ के साथ लेने से खराब पेट का एक अच्छा घरेलू उपाय किया जा सकता है।

सवाल: क्या मुंह धुलने के लिए करी पत्ते का इस्तेमाल किया जा सकता है?

जवाब: करी पत्ते में मौजूद कैल्शियम, जिंक खनिज और बायोएक्टिव घटक जैसे फोलिक एसिड, बीटा कैरोटीन और राइबोफ्लेविन चेहरे के स्वास्थ्य के लिए अच्छा माना जाता है। इसका माउथवॉश बनाने में इस्तेमाल किया जा सकता है। हालांकि, अभी तक इसपर कोई प्रामाणिक अध्ययन नहीं किया गया है। ऐसे में मुंह के स्वास्थ्य पर करी पत्ते के फायदों को प्रमाणित करने के लिए अधिक अध्ययन की आवश्यकता है।

सवाल:  करी पत्ते में कौन-कौन से विटामिन मौजूद होते हैं?

जवाब:  करी पत्ते के रस में विटामिन-ए और विटामिन-सी पाया जाता है।

सवाल: क्या दस्त के समय करी पत्ते का प्रयोग का कारगर होता है?

जवाब: करी पत्ते में ऐसे तत्व होते हैं, जो दस्त से लड़ने के गुण को दिखाते हैं। ये आंतों के हानिकारक बैक्टीरिया से लड़ सकते हैं। हालांकि, अभी इसकी जानकारी अपर्याप्त है और करी पत्ते का दस्त पर प्रभाव से जोड़कर और अधिक अध्ययन करने की आवश्यकता है।

उम्मीद है कि आपको इस लेख से करी पत्ते खाने के फायदे के बारे में विस्तार से जानकारी मिल गई होगी. यदि आप अपने आस-पास के क्षेत्र में अच्छा डायबिटीज क्लिनिक ढूंढ रहे हैं, तो एक बार BeatO को जरूर आजमाना चाहिए, जो आपकी हेल्थ केयर आवश्यकताओं का एक प्रभावी समाधान है।

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Anand Kumar

आनंद एक पत्रकार होने के साथ-साथ कंटेट राइटर भी हैं। फिलहाल वह BeatO पर हेल्थ से जुड़े विषयों पर लिख रहे हैं। उन्होंने कई मीडिया संस्थानों के साथ काम किया है। उनके पास मीडिया में काम करने का 4 साल से ज्यादा का अनुभव है। उन्होंने राजनीतिक-सामाजिक विषयों पर ग्राउंड रिपोर्टिंग के साथ-साथ विभिन्न प्लेटफार्मों के लिए कई लेख भी लिखे हैं।