Benefits of Capsicum in Hindi: शिमला मिर्च का सबसे ज्यादा इस्तेमाल सब्जी, नूडल्स और गार्निशिंग में किया जाता है। लाल, हरे और पीले रंग में मिलने वाली शिमला मिर्च सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होती है। वैसे तो ये सब्जी आपको पूरे साल मार्केट में मिलेगी, लेकिन यह फ्रेश सर्दियों में ही पाई जाती है। शिमला मिर्च को अंग्रेजी में कैप्सिकम (Capsicum) और बेल पेपर (Bell Pepper) के नाम से जाना जाता है। शिमला मिर्च की पांच प्रजातियां पाई जाती हैं, जो कैप्सिकम एनम, कैप्सिकम चिनेंस, कैप्सिकम फ्रूटसेन्स, कैप्सिकम बैक्टम, और कैप्सिकम प्यूबसेंस है। इसमें कई तरह के पोषक तत्व और विटामिन पाए जाते हैं, जिसकी वजह से यह सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होती है। यहां पर आपको हम शिमाल मिर्च खाने के फायदे (Benefits of Capsicum in Hindi) के बारे में बात रहे हैं। साथ ही हम यहां पर यह भी बता रहे हैं कि शिमला मिर्च को कब और कितना खाना फायदेमंद होता है।
शिमला मिर्च के पोषक तत्व (Nutrients Capsicum in Hindi)
शिमला मिर्च से मिलने वाले फायदे के बारे में जानने से पहले आप यह जान लिजिए कि इसमें कौन-कौन से विटामिन और पोषक तत्व पाए जाते हैं। शिमला मिर्च एक तरह का मिर्च ही होता है, इसलिए इसमें सबसे ज्यादा मात्रा में विटामिन C पाया जाता है। इसके साथ ही इसमें विटमिन A, विटमिन E और विटमिन K भी अच्छी मात्रा में पाए जाते हैं। वहीं, इसमें फाइबर, प्रोटीन, कैल्शियम, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस, पोटैशियम, सोडियम, नियासिन प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं।
पोषक तत्व | प्रति 100 ग्राम |
प्रोटीन | 0.99 ग्राम |
कैल्शियम | 7 मिलीग्राम |
फाइबर | 2.1 ग्राम |
मैग्नीशियम | 12 मिलीग्राम |
पोटैशियम | 718 मिलीग्राम |
एनर्जी | 26/111 |
फास्फोरस | 26 मिलीग्राम |
कार्बोहाइड्रेट | 6.03 ग्राम |
फैट | 0.30 ग्राम |
नियासिन | 0.9 मिलीग्राम |
सोडियम | 4 मिलीग्राम |
पायरिडोक्सिन | 0.29 मिलीग्राम |
विटामिन A | 3131 इंटरनेशनल यूनिट |
विटामिन C | 127.7 मिलीग्राम |
विटामिन K | 4.9 माइक्रोग्राम |
विटामिन E | 1.58 मिलीग्राम |
ये भी पढ़ें-खाने में स्वाद बढ़ाने वाले शाही जीरा के फायदे हैं अनेक, जानें सबकुछ: Caraway Seeds in Hindi
शिमला मिर्च के गुण
शिमला मिर्च में पाए जाने वाले गुणों की बात करें तो इसमें एंटीऑक्सीडेंट पाया जाता है, जो आपके इम्यून सिस्टम को मजबूत करने के साथ ही उसे बूस्ट भी करते है। इसके अलावा इसमें एंटीफंगल, एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-डायबिटिक, एंटी-कैंसर, एनाल्जेसिक, न्यूरोप्रोटेक्टिव, एंटी-बैक्टीरियल, इम्यूनोसप्रेसिव गुण पाए जाते हैं।
शिमला मिर्च के फायदे (Benefits of Capsicum in Hindi)
- शिमला मिर्च में एंटी-डायबिटिक गुण पाया जाता है, जो आपके शुगर लेवल को कंट्रोल करने के साथ ही उसे कम करने में मददगार होता है। इसका सेवन करने से टाइप 2 डायबिटीज होने का खतरा कम होता है।
- शिमला मिर्च में भरपूर मात्रा में फायबर पाया जाता है, जो आपको वजन कम करने में मदद करता है। अगर आप अपना वजन कम करने की सोच रहे हैं, तो इसे आप अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं। ये आपके बेली फैट और शरीर के दूसरे हिस्सों से कैलोरी को बहुत तेजी से बर्न करता है। जिसकी वजह से आपका वजन बहुत तेजी से कम होता है।
- शिमला मिर्च में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाया जाता है, जो आपके गठिया, सूजन और जोड़ों में होने वाले दर्द से राहत दिलाता है। अगर इन सभी परेशानियों का सामना कर रहे हैं तो आप अपनी डाइट में शिमला मिर्च को शामिल कर सकते हैं।
- इसमें भरपूर मात्रा में विटामिन पाए जाते हैं। इसमें विटमिन A, विटामिन C, विटमिन E और विटमिन K मौजूद होते हैं। विटमिन A स्किन, आंखों, दांतों को हेल्दी रखने में मदद करता है। विटामिन C दांतों के लिए अच्छा और इम्यून सिस्टम को बेहतर करता है। वहीं, इसमें पाए जाने वाले विटमिन E और विटमिन K आपके बालों और हड्डियों के लिए अच्छे होते हैं।
- इसका सेवन करने से आपके शरीर में हीमोग्लोबीन कमी दूर होती है। इसमें पाया जाने वाला विटमिन A और आयरन शरीर में आयरन की कमी को दूर करता है। जिसकी वजह से आपको थकावट नहीं होती और आप दिनभर एक्टिव रहता है।
- शिमला मिर्च का सेवन करने से आंखे हेल्दी रहती है। इसका सेवन करने से मोतियाबिंद होने का खतरा कम होता है। दरअसर इसमें विटामिन A, ल्यूटिन और जेक्सैथीन अच्छी मात्रा में पाए जाते हैं, जो आपकी आंखों को हेल्दी रखने के साथ ही मोतियाबिंद से भी बचाते हैं।
ये भी पढ़ें-च्यवनप्राश खाने के फायदे, नुकसान और खाने का समय, यहां जानिएं सबकुछ: Chyawanprash Benefits in Hindi
शिमला मिर्च के नुकसान (Side Effects Of Capsicum in Hindi
शिमला मिर्च का सेवन करने से सेहत को कई फायदे मिलते हैं, लेकिन कुछ परिस्थितियों में इसका सेवन करना हानिकारक शाबित हो सकता है। जिसका सीधा असर आपके सेहत पर पड़ सकता है। नीचे जानिए कि किन परिस्थितियों में शिमला मिर्च का सेवन नहीं करना चाहिए।
- अगर आप खून से संबंधित किसी तरह की बीमारी या परेशानी का सामना कर रहे हैं तो आपको शिमला मिर्च का सेवन करने से बचना चाहिए। इसका सेवन करने से परेशानी और बढ़ सकती है।
- हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों को शिमला मिर्च का सेवन अधिक मात्रा में नहीं करना चाहिए। इससे आपकी समस्या बढ़ सकती है। वहीं, इसे अपनी डाइट में शामिल करने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
- अगर आपकी किसी तरह की सर्जरी या ऑपरेशन होने वाला है तो उसके दो हफ्ते पहले से ही इसका सेवन करना बंद कर दें, नहीं तो सर्जरी के दौरान यह ज्यादा रक्त के बहाव का कारण बन सकता है।
- ज्यादा मात्रा में शिमला मिर्च का सेवन करने से आपको पेट से संबंधित समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। बहुत से लोगों में शिमला मिर्च का सेवन करने से एसिडिटी की समस्या देखने को मिली है।
- वैसे तो शिमला मिर्च में एंटीफंगल गुण पाए जाते हैं, इसके बावजूद शिमला मिर्च का सेवन करने से कुछ लोगों को एलर्जी की समस्या का सामना करना पड़ सकता है। अगर आपको पहले किसी तरह की एलर्जी रही है तो इसका सेवन आप डॉक्टर से सलाह लेने के बाद ही करें।
ये भी पढ़ें-चौलाई खाने के फायदे है अनेक, वजन से लेकर डायबिटीज तक करता है कंट्रोल: Amaranth in Hindi
कब और कितना खाना चाहिए शिमला मिर्च
शिमला मिर्च का सेवन आप किसी भी समय कर सकते हैं। इसे आप नाश्ते में, शाम को स्नैक्स के रूप में या फिर रात के खाने के दौरान खा सकते हैं। इसे देखते हुए कहा जा सकता है कि शिमला मिर्च को खाने का कोई निश्चित समय नहीं है। वहीं, एक अध्ययन के मुताबिक, एक दिन में एक व्यक्ति को 1350 मिलीग्राम से ज्यादा शिमला मिर्च का सेवन नहीं करना चाहिए।
शिमला मिर्च कैसे करें का इस्तेमाल
शिमला मिर्च का इस्तेमाल खाने में किया जाता है। इसे आप आलू के साथ सब्जी बनाकर कर सकते हैं। सलाद के रूप में, सैंडविच और बर्गर के बीच स्टफिंग के रूप में, पास्ता में डालकर खा सकते हैं। इसके साथ ही इसे आप मिक्स वेजिटेबल सूप और पुलाव में बारीक काटकर भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
ये भी पढ़ें- चौलाई खाने के फायदे है अनेक, वजन से लेकर डायबिटीज तक करता है कंट्रोल: Amaranth in Hindi
बेस्ट डायबिटीज केयर के लिए BeatOऔर डॉ. नवनीत अग्रवाल को चुनें। डायबिटीज में विशेषज्ञता के साथ, हमारी टीम बेहतर स्वास्थ्य मार्गदर्शन प्रदान करते हैं। इसलिए बिना देरी के अपना वर्चुअल परामर्श बुक करें!
डिस्क्लेमर: इस लेख में बताई गयी जानकारी सामान्य और सार्वजनिक स्रोतों से ली गई है। यह किसी भी तरह से चिकित्सा सुझाव या सलाह नहीं है। अधिक और विस्तृत जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने डॉक्टर से परामर्श लें। BeatoApp इस जानकारी के लिए जिम्मेदारी का दावा नहीं करता है।