सफेद मूसली एक जड़ी-बूटी है, जिसका मुख्य इस्तेमाल सेक्स पावर को बढ़ाने के लिए किया जाता है. इसका इस्तेमाल न केवल सेक्स पावर बढ़ाने के काम नहीं आता, बल्कि और भी कई बीमारियों को दूर करने के लिए किया जाता है. इसमें इतने ज्यादा पोषक तत्व पाए जाते हैं, सफेस मूसली के फायदे बहुत मिलते हैं. इसका इस्तेमाल आयुर्वेदिक, यूनानी और होम्योपैथी दवाइयां बनाने के लिए किया जाता है. ये आमतौर पर बरसात के मौसम में जंगलों में उगती है, लेकिन इसकी उपयोगिता को देखते हुए अब इसकी खेती करना शुरू किया जा चुका है. सफेद मूसली में पाए जाने वाले औषधीय गुणों के चलते कई फायदे मिलते हैं. जिसके बारे में हम यहां पर बता रहे हैं. साथ ही बता रहे हैं कि सफेद मूसली का इस्तेमाल किन लोगों को करना चाहिए और किन लोगों को नहीं.
सफेद मूसली में पाए जाते हैं ये पोषक तत्व (Nutrients in White Musli in Hindi)
आयुर्वेद में सफेद मूसली की जड़ों को सबसे ज्यादा गुणकारी बताया गया है. जिसमें कई विटामिन और मिनरल भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं. इसकी जड़ों के अलावा इसके बीजों का भी इस्तेमाल कई बीमारियों को दूर करने में किया जाता है. सफेद मूसली में कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, फाइबर, सैपोनिंस, कैल्शियम, पोटैशियम, मैग्नीशियम, विटामिन प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं. इनके अलावा सफेद मूसली में कई खनिज भी पाए जाते हैं.
सफेद मूसली के फायदे (Benefits of White Muses in Hindi)
सफेद मूसली में कई औषधीय गुण पाए जाते हैं, जिसके चलते सफेद मूसली खाने के कई फायदे हैं. हम यहां पर सफेद मूसली के इन्हीं फायदों के बारे में बता रहे हैं. लेकिन यह एक आयुर्वेदिक औषधि है, इसलिए इसका इस्तेमाल अपने डॉक्टर की सलाह पर ही करें.
अगर आप किसी से सफेद मूसली खाने के फायदे के बारे में पूछेंगे तो वह आपको यहीं बताएंगे कि ये सेक्स पावर बढ़ाने में मददगार होता है. दरअसल इसमें ऐसे गुण पाए जाते हैं, जो आपकी कामोत्तेजना को बढ़ाते है. साथ ही यह सेक्स हार्मोन के लेवल को भी बढ़ाते हैं.
सफेद मूसली में ऐसे पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो पुरुषों के शीघ्रपतन की समस्या को दूर करने में मदद करता है.
सेक्स करने के दौरान जिन लोगों को लिंग में उत्तेजना या तनाव (इरेक्टाइल डिसफंक्शन) की समस्या होती है, वो लोग सफेद मूसली का सेवन कर सकते हैं. इसमें पाए जाने वाले पोषक तत्व इरेक्टाइल डिसफंक्शन की समस्या को ठीक कर सकती है. साथ ही आपके सेक्स पावर को भी बढ़ाती है.
सफेल मूसली खाने के फायदे आपके वीर्य की गुणवत्ता को सुधारने और उसके क्वांटिटी को बढ़ाती है. वहीं, इसका नियमित रूप से सेवन करने से नपुंसकता के खतरे को दूर रखती है.
सफेद मूसली में ऐसे पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो स्वप्नदोष के चलते होने वाली कमजोरी को दूर करता है.
सफेद मूसली का इस्तेमाल आजकल बॉडी बिल्डिंग के लिए सप्लीमेंट की तरह इस्तेमाल करते हैं. अगर आप शारीरिक रूप से कमजोर है और मेहनत करने के बाद जल्दी थक जाते हैं तो सफेद मूसली का सेवन करने से आपको इस समस्या से निजात मिल जाएगा.
इसमें भरपूर मात्रा में विटामिन पाया जाता है, जो आपकी इम्यूनिटी को बूस्ट करता है. अगर आप बार-बार सर्दी-जुकाम या फ्लू के शिकार होते हैं तो ऐसे में इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए सफेद मूसली का सेवन करने पर लाभ मिलते हैं.
सफेद मूसली का सेवन करके आप अपना वजन कंट्रोल करने में मददगार होती है. अगर आप इसे दूध के साथ पीते हैं तो यह आपके वजन को बढ़ा सकता है. वहीं, इसे गर्म पानी के साथ लेने पर वजन कम करने में मदद मिलती है.
अगर आपको पेशाब करते समय जलन जैसी समस्या का सामना करना पड़ता है, तो आप सफेद मूसली का इस्तेमाल कर सकते हैं. इसमें पाए जाने वाले पोषक तत्व आपको इस समस्या से छुटकारा दिलाने में मदद करते हैं.
लोगों को बढ़ते उम्र के साथ हड्डियों और जोड़ों में दर्द का सामना करना पड़ता है. रोजाना सफेद मूसली का सेवन करने से आर्थराइटिस में होने वाले जोड़ों के दर्द और सूजन से आराम मिलता है.
कई शोध में दावा किया गया है कि सफेद मूसली का सेवन करने से कैंसर होने का खतरा कम होता है. यह आपके शरीर के रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं, जिससे कैंसर कोशिकाओं के बढ़ने का खतरा कम होता है.
गर्भावस्था के दौरान सफेल मूसली का सेवन करना फायदेमंद होता है. ये भ्रूण और मां दोनों के लिए टॉनिक के रूप में काम करता है. इसके अलावा प्रसव के दौरान शरीर में कम होनो वाले तरल पदार्थ की कमी नहीं होती है. लेकिन इसका इस्तेमाल करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें.
डायबिटीज में सफेद मूसली के फायदे (Benefits of White Musli in Diabetes in Hindi)
ब्लड में शुगल लेवल बढ़ने से डायबिटीज की समस्या हो सकती है. जिससे बचने के लिए सफेद मूसली का सहारा ले सकते हैं. ये ब्लड में मौजूद ग्लुकोज के लेवल को कंट्रोल करने में मदद मिलती है. इसमें एंटी-डायबिटिक व एंटीहाइपरग्लाइसेमिक गुण पाए जाते हैं, जो डायबिटीज की समस्या से बचने में मदद मिलती है. इसके साथ ही सफेद मूसली में ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस की समस्या खत्म होती है. लेकिन डायबिटीज के मरीजों को इसका सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें.
सफेद मूसली के नुकसान (Side Effects of White Musli in Hindi)
सफेद मूसली के फायदे बहुत ज्यादा है, लेकिन इसका जरूरत से ज्यादा मात्रा में सेवन करने से आपको नुकसान झेलने पड़ सकते हैं. आइये जानते हैं इसके नुकसान के बारे में.
जरूरत से ज्यादा सफेद मूसली का इस्तेमाल करने से भूख की कमी का सामना करना पड़ सकता है.
सफेद मूसली की तासीर ठंडी होती है, जिसके चलते इसका सेवन ज्यादा करने पर कफ की समस्या हो सकती है.
जिन लोगों का पाचन तंत्र कमजोर है, तो सफेद मूसली का सेवन कम मात्रा में सेवन करना चाहिए. दरअसल यह देरी से पचती है,जिसकी वजह से आपको पाचन तंत्र से जुड़ी समस्याएं हो सकती है.
जो स्त्रियां गर्भावस्था में है, उन्हें सफेद मूसली का सेवन कम मात्रा में करना चाहिए. गर्भावती और स्तनपान पान कराने वाली वाली महिलाओं को अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें.
इसका इस्तेमाल लो शुगर के मरीजों या फिर शुगर की दवा खा रहे मरीजों का सेवन नहीं करना चाहिए.
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