Gond Katira Benefits in Hindi: आयुर्वेद में ऐसी कई जड़ी-बूटियों के बारे में बताया गया है, जो आपको परभर में पूरी तरह से चंगा कर सकती है. हम यहां पर एक ऐसी ही चीज के बारे में आपको बता रहे हैं, जिसका नाम गोंद कतीरा है. यह एक तरह की जड़ी-बूटी होती है, जो लोकोवीड (एस्ट्रैगलस गमियर) पेड़-पौधों के रस से निकाली जाती है. इसकी तासीर ठंडी होती है, इसका इस्तेमाल गर्मियों में करने से बहुत लाभ मिलता है. हम यहां पर आपको गोंद कतीरा के फायदे (Gond Katira Benefits in Hindi) के बारे में बात रहे हैं. साथ ही बता रहे हैं कि इसे किन पेड़ों से निकाला जाता है और इसमें कौन-कौन से पोषक तत्व पाए जाते हैं.
गोंद कतीरा पेड़ों से निकलने वाला चिपचिपा पदार्थ होता है. इसे ट्रेगेकैन्थ गम के नाम से भी जाना जाता है. ये उत्तरी भारत में आसानी से मिल जाता है. यह गोंद की तरह चिपचिपा, रंगहीन के साथ ही इसका कोई स्वाद नहीं होता है. यह पानी में बहुत आसानी से घुल जाता है. इसके शीतल और पाचन संबंधी गुणों के चलते गोंद कतीरा का इस्तेमाल आयुर्वेद में बहुत किया जाता है. इसमें भरपूर मात्रा में प्रोटीन और फॉलिक एसिड जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं. इसका सेवन करने से हृदय रोगों, श्वास संबंधी रोगों, टॉन्सिल जैसी समस्याओं में फायदा मिलता है. इसके अलावा यह और भी दूसरी समस्याओं में भी फायदा पहुंचाता है.
जैसा की हमने आपको ऊपर बताया कि गोंद कतीरा को पेड़ों से निकाला जाता है, जो चिपचिपा, रंगहीन और स्वाद रहित होता है. इसे बबूल, कीकर, नीम के पेड़ से निकाला जाता है. अगर आपने गौर किया हो तो देखा होगा कि जब किसी पेड़ में हल्का कट लग जाता है, तो वहां से एक तरल पदार्थ निकलता है, जो बाद में सूखने पर कड़ा हो जाता है. वहीं, गोंद कतीरा होता है. बता दें कि इसका इस्तेमाल कब्ज दूर करने, स्तन में वृद्धि, त्वचा रोग, शीघ्रपतन जैसी समस्याओं को दूर करने में भी किया जाता है.
गोंद कतीरा में कई पोषक तत्व पाए जाते हैं. इसमें कैल्शियम, फास्फोरस, मैग्नीशियम, प्रोटीन, फ़ॉलिक एसिड, बी समूह के विटामिन पाए जाते हैं. इनके आलावा इसमें फाइबर भी पाया जाता है. साथ ही यह एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर है. इसमें पाए जाने वाले इतने सारे पोषक तत्वों के चलते गोंद कतीरा के फायदे कई है.
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इसका सेवन सुबह खाली पेट करने से बहुत फायदा मिलता है. इसे हमेशा अच्छी तरह चबाकर खाना चाहिए. इसे आप मिट्टी के बर्तन में रातभर दूध या पानी में भिगोकर छोड़ दें. इसके बाद सुबह इसमें मिश्री मिलाकर खाएं. दरअसल मिश्री के साथ इसका सेवन करने से इसके फायदे और बढ़ जाते हैं. अगर आप इसे सुबह के अलावा किसी और समय पर खाना चाहते हैं तो इसे खाने के 30 मिनट तक दूसरा और कुछ नहीं खाएं.
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