कई एशियाई और अफ्रीकी देशों में इस्तेमाल होने वाला पारंपरिक स्वीटनर जेग्री है, जिसे गुड़ के नाम से भी जाना जाता है। डायटीशियन अक्सर मीठे में चीनी की जगह गुड़ का इस्तेमाल करने की सलाह देते हैं, क्योंकि इसे रिफाइंड चीनी से बेहतर विकल्प माना जाता है। यह मीठे का एक अनरिफाइंड रूप है, जिस कारण ये रिफाइंड चीनी की तुलना में अधिक पोषक तत्वों से भरपूर होता है। लेकिन सवाल यह भी है, कि क्या डायबिटीज़ वाले लोगों के लिए गुड़ अच्छा है? यह जानने के लिए इस ब्लॉग को ज़रूर पढ़े। गुड़ खजूर या गन्ने से बनाया जाता है। कच्चे गन्ने के रस या खजूर के रस को परंपरागत रूप से गुड़ बनाने के लिए बड़े बर्तनों में उबाला जाता है।
गुड़ के फायदे
गुड़ ब्लडप्रेशर को तो कंट्रोल करता है, साथ ही स्वास्थ्य के नज़रिए से इस के और भी कई फायदे भी है क्योंकि इसमें आयरन होता है, यह पाचन में भी सुधार करता है और ऑक्सीडेटिव तनाव से लड़ने में मदद करता है। यही कारण है कि हमारे घरों में बड़े-बुजुर्ग हमें खाने के बाद गुड़ खाने की सलाह देते हैं। हालांकि, डायबिटीज़ रोगियों के लिए सब से अच्छे खाने में कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स आइटम शामिल हैं और गुड़ में हाई ग्लाइसेमिक इंडेक्स होने के कारण, डायबिटीज़ वाले लोगों को गुड़ लेने की सलाह नहीं दी जाती है।
क्या गुड़ का सेवन ब्लड शुगर लेवल बढ़ा सकता है?
जी हाँ, गुड़ या गुड़ से बनी किसी भी चीज़ का इस्तेमाल करने से शुगर लेवल बढ़ सकता है। अपने हाई ग्लाइसेमिक इंडेक्स के कारण गुड़ डायबिटीज़ वाले लोगों के लिए एक अच्छा विकल्प नहीं हो सकता है। यह आंकड़ा इतना ज्यादा है कि भले ही यह चीनी और ग्लूकोज से अच्छा विकल्प माना जाता हो लेकिन हाई ग्लाइसेमिक इंडेक्स के कारण इसे डायबिटीज़ वाले व्यक्ति के लिए हानिकारक ही कहा जा सकता है क्योंकि हमारे शरीर के खून का प्रवाह इसे बहुत जल्दी सोख लेता है।
तो गुड़ में बहुत ज्यादा ग्लाइसेमिक इंडेक्स होता है, इसलिए डायबिटीज़ वाले लोगों को अपने खाने में गुड़ को शामिल करने की सलाह नहीं दी जाती है । डायबिटीज़ वाले लोगों को आम तौर पर मीठा खाने से बचना चाहिए, यहां तक कि डेसर्ट भी, क्योंकि उनके ब्लड शुगर लेवल को कण्ट्रोल करने के लिए उन्हें अपने मीठा खाने की आदत को पूरी तरह से छोड़ने की ज़रूरत होती है।
क्या चीनी और गुड़ समान रूप से हानिकारक हैं?
गुड़ और चीनी दोनों खाने से आपके ब्लड शुगर लेवल पर थोड़ा असर पड़ता है। बहुत से लोगों का यह मानना है कि चीनी की जगह गुड़ का सेवन करने से उन्हें हेल्दी ब्लड शुगर लेवल बनाए रखने में मदद मिलेगी। हालाँकि, यह सही नहीं है। गुड़ में सुक्रोज होता है, जो सख्त होने के बावजूद हमारे शरीर द्वारा सोख लिया जाता है और जो कि हमारे ब्लड शुगर लेवल को तेज़ी से बढ़ाता है। इसका यही मतलब है कि डायबिटीज़ रोगियों के लिए सभी मीठी चीज़ों की तरह, गुड़ भी हानिकारक है।
चीनी की जगह गुड़ का इस्तेमाल करना उनके लिए एक समझदारी भरा फैसला होगा, जिन्हें डायबिटीज़ नहीं है । डायबिटीज़ रोगियों के लिए, डॉक्टर कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले आहार की सलाह देते हैं। इसलिए गुड़ उनके खाने का एक बेहतर विकल्प नहीं है। तो अगर आपकी सेहत अच्छी है और आप को ब्लड शुगर की कोई समस्या नहीं है तो सफेद चीनी की जगह गुड़ का इस्तेमाल किया जा सकता है। हालांकि, ध्यान दें कि अगर आपको डायबिटीज़ है तो आपको गुड़ खाने से पूरी तरह बचना चाहिए।