जानिए आयुर्वेदिक औषधि कैशोर गुग्गुलु के फायदे: Kaishore Guggulu Benefits in Hindi

4.2
(6)

Kaishore Guggulu Benefits in Hindi: भारत में सदियों से आयुर्वेद के माध्यम से कई रोगों का इलाज किया आता जा रहा है. वहीं, आयुर्वेद में सबसे ज्यादा जड़ी-बुटियों का इस्तेमाल किया जाता है. इन जड़ी-बुटियों की मदद से कई ऐसे चुर्ण समेत दवाइयां बनाई जाती है, जो आपकी बीमारियों को दूर करने में मददगार होती है. इन्हीं में से एक कैशोर गुग्गुलु है. जिसका सेवन करने से आपको जोड़ों के दर्द, जोड़ों में जकड़न और सूजन जैसी समस्याओं से राहत मिलती है. इसे कई जड़ी-बूटियों से मिलाकर बनाया जाता है. आइये जानते हैं कि कैशोर गुग्गुलु के फायदे (Kaishore Guggulu Benefits in Hindi) क्या-क्या है और इसका सेवन किस तरह से करना चाहिए.

इन चीजों से बनाता है कैशोर गुग्गुलु

कैशोर गुग्गुलु को कई जड़ी-बूटियों को एक साथ मिलाकर बनाया जाता है. इसे बनाने के लिए गोखरू, आंवला, गुग्गुल, हरीतकी, काली मिर्च, पिप्पली, विडंग, त्रिकटु, त्रिफला का इस्तेमाल किया जाता है. आइये जानते हैं कि इनके गुणों के बारे में.

गोखरू: ये रोगी को तुरंत दर्द कम करने में मदद करती है. इससे चोट लगने बाद होने वाली सूजन को कम किया जा सकता है.

आंवला: इसका भी इस्तेमाल सूजन को कम करने और दर्द से राहत दिलाने के लिए किया दाता है.

ये भी पढ़ें-क्या है एचसीवी टेस्ट (HCV Test), क्यों किया जाता है और कब

गुग्गुल: चोट लगने के कारण होने वाले सूजन को कम करती है.

हरीतकी (हरड़): दर्द और सूजन को कम करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है.

काली मिर्च: ये रोगी को बिना बेहोश किए दर्द को कम करने में मददगार होती है. साथ ही सूजन को भी कम करती है.

पिप्पली: ये जड़ी-बूटी रोगी को बेहोश किए बिना दर्द और चोट लगने के बाद होने वाले सूजन को कम करने के लिए दी जाती है.

विडंग: सूजन को कम करने में सहायक होती है.

त्रिकटु: चोट लगने से होने वाले सूजन को कम करती है.

त्रिफला: इसका इस्तेमाल दर्द और सूजन को कम करने के लिए किया जाता है.

बता दें कि कैशोर गुग्गुलु का इस्तेमाल रोगी की आयु, रोगी का चिकित्सा इतिहास और अन्य कारकों के आधार पर अलग-अलग खुराक दी जाती है. इसलिए इसे लेने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर करें.

ये भी पढ़ें-क्या होता है HCT ब्लड टेस्ट (HCT Blood Test), जानें पूरी रिपोर्ट का मतलब

इन बीमारियों को दूर करता है कैशोर गुग्गुलु

इसका सेवन करने से जोड़ों से संबंधित रोगों में बहुत फायदा मिलता है. इसका अधिकांश इस्तेमाल गाउट (एक तरह की गठिया की बीमारी) को दूर करने के लिए किया जाता है. इसके अलावा इसका इस्तेमाल करने से जोड़ों के दर्द, जोड़ों में अकड़न, दर्द और चोट लगने से होने वाले सूजन से राहत पाने के लिए किया जाता है. इसके साथ ही इसका इस्तेमाल यूरिक एसिड को कंट्रोल करने के लिए भी किया जाता है.

कैशोर गुग्गुलु के फायदे (Kaishore Guggulu Benefits in Hindi)

  • अगर आप अपने शरीर को डिटॉक्स करना चाहते हैं, तो आप इसका इस्तेमाल कर सकते हैं. इसमें पाए जाने वाले पोषक तत्व शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करते हैं.
  • इसका इस्तेमाल करने से शरीर का खून साफ होता है. साथ ही पूरे शरीर में रक्त प्रवाह बेहतर होता है, जिससे आप हेल्दी रहते हैं.
  • अगर आप बढ़े हुए यूरिक एसिड से परेशान हैं तो इसका सेवन कर सकते हैं. यह इसके उत्पादन को संतुलित करता है. साथ ही इससे होने वाली परेशानियों से आप दूर रहते हैं.
  • ये जोड़ों के दर्द और जोड़ों में अकड़न जैसी समस्याओं से निजात दिलाता है. साथ ही यह गठिया को भी कंट्रोल करने में मदद करता है.
  • इसे जिन जड़ी-बूटियों से बनाया जाता है, उनमें कई पोषक तत्व पाए जाते हैं. जो आपके शरीर में इम्यूनिटी को बढ़ाने में मदद करते हैं.
  • कैशोर गुग्गुलु का इस्तेमाल घाव और अल्सर से निजात पाने के लिए भी किया जाता है.

ये भी पढ़ें-क्या होता है RBS टेस्ट (RBS Test in Hindi), जानें उम्र के हिसाब से कितना होना चाहिए ब्लड शुगर लेवल

कैशोर गुग्गुलु के नुकसान

  • गर्भवती महिलाओं को इसका इस्तेमाल करने से समस्याएं हो सकती है. इसलिए इसका सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें.
  • गर्भवती महिलाओं की तरह ही स्तनपान करने वाली महिलओं को भी इसका सेवन करने से दुष्प्रभाव हो सकते हैं. जिसका असर बच्चे पर पड़ सकता है. इसलिए इसका इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूरी हो जाती है.
  • वहीं इसके अलावा कोई और कैशोर गुग्गुलु के दुष्प्रभाव नहीं है, फिर भी इसका सेवन करने से पहले डॉक्टर से सलाह-मशविरा जरूर करें.

आयु के अनुसार कितनी लेनी चाहिए कैशोर गुग्गुलु

कैशोर गुग्गुलु को अलग-अलग आयु, रोगी के चिकित्सा इतिहास और दूसरे कारणों को देखने को बाद अलग-अलग खुराक दी जाती है.

वयस्क: युवा महिला और पुरूष को एक दिन में 4 टैबलेट खाने की सलाह दी जाती है यानी एक दिन में इसे आप दो बार खा सकते हैं. इसे आप खाना खाने के पहले या उसके बाद भी ले सकते हैं. इसे गर्म पानी के साथ लेने से ज्यादा फायदा मिलता है.

बुजुर्ग: बुजुर्ग अवस्था के महिला और पुरूष इसका सेवन डॉक्टर के द्वारा बताई गई निर्धारित खुराक का ही सेवन करें. वैसे इसकी खुराक आप आप एक दिन 4 टैबलेट यानी दिन में दो बार खा सकते हैं. युवाओं की तरह आप बी इसका सेवन खाना खाने के पहले या उसके बाद यानी कभी भी ले सकते हैं. इसका सेवन गुनगुना पानी पानी के साथ करने से ज्यादा लाभ मिलता है.

ये भी पढ़ें-RA फैक्टर टेस्ट (RA Factor Test) क्या होता है, जानिए कारण, लक्षण और इलाज

बता दें कि कैशोर गुग्गुलु का सेवन करने के दौरान किसी तरह का परहेज नहीं करना पड़ता है. वहीं, ऊपर बताए गए कैशोर गुग्गुलु के फायदे (Kaishore Guggulu Benefits in Hindi) के अलावा इसका सेवन करने से पुराने घुटनो का दर्द, घाव, खाँसी, कोढ़, गुल्म शोथ, पेट से सम्बंधित रोग, पाण्डु, प्रमेह, एवं रक्त को साफ करने में मदद मिलती है. साथ ही यह पाचन शक्ति को और मजबूत भी करता है.

बेस्ट डायबिटीज केयर के लिए BeatOऔर डॉ. नवनीत अग्रवाल को चुनें। डायबिटीज में विशेषज्ञता के साथ, हमारी टीम बेहतर स्वास्थ्य मार्गदर्शन प्रदान करते हैं। इसलिए बिना देरी के अपना वर्चुअल परामर्श बुक करें!

डिस्क्लेमर: इस लेख में बताई गयी जानकारी सामान्य और सार्वजनिक स्रोतों से ली गई है। यह किसी भी तरह से चिकित्सा सुझाव या सलाह नहीं है। अधिक और विस्तृत जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने डॉक्टर से परामर्श लें। BeatoApp इस जानकारी के लिए जिम्मेदारी का दावा नहीं करता है।

How useful was this post?