Chia seeds in hindi: कैंसर को रोकता है चिया सीड्स और आपको रखता है फिट

0
(0)

Chia seeds benefits in hindi: टकसाल परिवार से संबंध रखने वाला चिया सीड्स एक फूल वाला पौधा होता है। चिया सीड्स छोटे और मोटे होते हैं और इसके रंग सफेद या काले होते हैं। चिया सीड्स दक्षिणी मेक्सिको में पाया जाता है। इसके अलावा चिया सीड्स की खेती कोलंबिया, ऑस्ट्रेलिया, बोलीविया, पेरू, ग्वाटेमाला, मैक्सिको और अर्जेंटीना जैसे देशों में होती है। चिया पौधा बहुत ज्यादा मात्रा में ड्राइड इनडेहिसेंट फ्रूट्स पैदा करता है। चिया सीड्स से तेल भी निकाला जाता है, जिसका इस्तेमाल कॉस्मेटिक्स में होता है। 16वीं शताब्दी में चिया सीड्स का प्रयोग ताकत, ऊर्जा और स्टेमिना बढ़ाने के लिए किया जाता था। सूखे चिया सीड्स में 6 फीसदी पानी, 42 फीसदी कार्बोहाइड्रेट, 16 फीसदी प्रोटीन और 31 फीसदी वसा मौजूद होते हैं।

प्रति 100 ग्राम चिया सीड्स में पानी 5.8g, प्रोटीन 16.5g, कार्बोहाइटड्रेट 42.1g, फैट 30.7g, फाइबर 34.4 g, एनर्जी 486 kcal, आयरन 7.72 mg, कैल्शियम 631mg, सोडियम 16 mg, मैगनीशियम 335 mg, फॉस्फोरस 860 mg, कॉपर 0.924 mg, पोटैशियम 407 mg, जिंक 4.58 mg, मैंगनीज 2.72 mg, सेलेनियम 55।2 µg, विटामिन ए 54 IU, विटामिन बी1 (थायमिन) 0.62 mg, विटामिन बी2 (राइबोफ्लेविन) 0.17 mg, विटामिन बी3 (नियासिन) 8.83 mg, विटामिन बी9 (फोलेट) 49 µg, विटामिन सी 1.6 mg और विटामिन ई 0.5 mg3 मौजूद होते हैं।

चिया सीड्स आपका वजन घटाने, स्वास्थ्य में सुधार लाने, त्वचा को सुंदर बनाने समेत यह आपको कई बीमारियों से बचाने में भी मदद करता है। चिया सीड्स में एंटी-ऑक्सीडेंट गुण, कोलेस्ट्रॉल कम करने की क्षमता, रक्तचाप कम करने की क्षमता, सूजन कम करना, एंटी-कैंसर गुण और ब्लड शुगर को कंट्रोल करने वाले गुण मौजूद होते हैं। आइए इस लेख में चिया सीड्स के फायदे और इससे जुड़ी महत्वपूर्ण बातों के बारे में विस्तार से जानते हैं।

ये भी पढ़ें: क्या प्रतिदिन चावल खाने से डायबिटीज का खतरा बढ़ सकता है?

चिया सीड्स के सेवन से मिलते हैं कई फायदे (Chia seeds benefits in Hindi)

बालों को बनाता है स्वस्थ्य

चिया सीड्स में एंटी-ऑक्सीडेंट्स, फाइबर,  ओमेगा-3 फैटी एसिड्स, प्रोटीन, विटामिन जैसे पोषण तत्व शामिल होते हैं। ये आपके बालों को जड़ों से मजबूत बनाते हैं और साथ ही उन्हें झड़ने से भी रोकते हैं। चिया सीड्स में मौजूद अमीनो एसिड्स स्कैल्प को काफी स्वस्थ्य रखता है। इससे आपके बालों का विकास सही तरीके से होता है। इसके अलावा चिया सीड्स में मौजूद जिंक और कॉपर ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाने में भी मदद करता है। यह बालों को पतला होने से रोकता है और उन्हें मजबूती देता है। चिया सीड्स हमारे बालों को हाइड्रेटड रखने में भी काफी मदद करता है।

हफ्ते में दो बार चिया सीड्स का प्रयोग करने से हमारे बाल घने और मजबूत हो जाते हैं। अगर आप बाल झड़ने से रोकने का उपाय चाहते हैं तो आपको चिया सीड्स हेयर मास्क का प्रयोग करना चाहिए।

ये भी पढ़ें: पेट दर्द के लिए रामबाण इलाज है साफी सिरप, इसके सेवन से मिलते हैं ये फायदे

स्किन की करता है केयर

चिया सीड्स के फायदे ये भी है कि ये हमारे स्किन की भी केयर करता है। चिया के बीजों को चेहरे पर लगाने से स्किन से जुड़ी समस्याओं से राहत मिलती है। ये त्वचा को नमी देते हैं। चिया सीड्स स्किन को नुकसान पहुंचाने वाले फ्री रेडिकल्स को दूर करते हैं। चिया सीड्स डेड स्किन सेल्स को छुड़ाते हैं। साथ ही ये पिंपल्स को दूर करके स्किन को निखारने में भी मदद करते हैं। चिया सीड्स एक नेचुरल मॉइश्चराइजर के रूप में काम करता है, क्योंकि यह स्किन को ड्राई नहीं रखता है।

चिलचिलाती धूप के कारण कई लोगों के चेहरे का रंग काला पड़ जाता है। इस समस्या को दूर करने के लिए आप अपने चेहरे पर फेस पैक अप्लाई करें। चिया सीड्स झुर्रियों, दाग-धब्बे और त्वचा से जुड़ी कई समस्याओं को दूर करता है। इसमें मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट गुण इन समस्याओं को दूर करने में मदद करते हैं।

ये भी पढ़ें: ग्लोइंग और हेल्थी स्किन का राज: जानें गिंगेली तेल के फायदे

वजन कम करने में करता है मदद

अगर आप बढ़ते वजन से परेशान हैं तो आपके लिए चिया सीड्स का सेवन करना फायदेमंद साबित हो सकता है। चिया सीड्स में मौजूद फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट्स वजन कम करने में मदद करते हैं। चिया सीड्स में मौजूद प्रोटीन मसल्स को मजबूत करते हैं। इसके अलावा चिया सीड्स के फायदे ये भी है कि यह ब्लड शुगर को कंट्रोल करने के साथ-साथ फैट को भी बर्न करता है।

रोजाना 10 से 15 ग्राम चिया सीड्स का सेवन करने से आपका वजन कम हो सकता है। आप चिया सीड्स को पानी के साथ मिलाकर पिएं। एक गिलास पानी में एक चम्मच चिया सीड्स मिला लें और इस मिश्रण को 10 मिनट या रातभर के लिए छोड़ दें। फिर इसका आप सुबह खाली पेट सेवन कर सकते हैं। बता दें कि चिया सीड्स के दो टेबलस्पून में 138 कैलोरी और 9 ग्राम के करीब फैट मौजूद होता है। ऐसे में इसका ज्यादा सेवन करना आपके वजन को कम करने के बजाय यह बढ़ा सकता है।

ये भी पढ़ें: ड्रैगन फ्रूट खाने से मिलते हैं कई फायदे, इन समस्याओं का खतरा होता है कम

हड्डियों को बनाता है मजबूत

चिया सीड्स के फायदे ये भी है कि यह हमारे हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करते हैं। चिया बीजों में मौजूद मैग्नीशियम, फॉस्फोरस, कैल्शियम, पोटैशियम, आयरन, विटामिन ए, बी, ई और डी जैसे कई पोषक तत्व हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए बहुत जरूरी होते हैं। इसके अलावा ये पोषण तत्व हड्डियों की डेंसिटी को भी बेहतर बनाते हैं। जिनकी हड्डी कमजोर हैं उन्हें इसका सेवन जरूर करना चाहिए। जोड़ों में दर्द रहता है या चलने-फिरने में किसी तरह की कोई दिकक्त का सामना करना पड़ता है तो उन्हें भी इसका सेवन करना चाहिए। यह सीड्स उनके स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होता है।

पाचन तंत्र को करता है दुरुस्त

अगर आप पाचन संबंधित दिक्कतों का सामना कर रहे हैं तो आपको चिया सीड्स का सेवन करना चाहिए। यह सीड्स आपके पाचन तंत्र के स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होता है। इसमें फाइबर और ओमोगा-3 फैटी एसिड भरपूर मात्रा में पाया जाता है, जो हमारे पाचन तंत्र की कार्यप्रणाली में सुधार करने के साथ ही कब्ज की समस्या में भी मदद करते हैं।

चिया सीड्स में मौजूद फाइबर पाचन को धीमा करने का काम करता है, ताकि आपके शरीर को भोजन से पोषक तत्वों को सोखने के लिए अधिक समय मिल सके। चिया सीड्स बहुत सारा पानी सोख लेता है, जिससे जैल जैसी स्थिरिता मिल जाती है। और यह मल में भारीपन और वजन जोड़ते हैं जो उसे नरम करता है और मलत्याग में काफी मदद करता है। चिया बिजों में मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट जैसे गुण मौजूद होते हैं जो पाचन में सुधार से संबंधित समस्याओं को दूर करते हैं। यह कब्ज जैसे चिड़चिड़ा आंत्र सिंड्रोम (IBS) के लक्षणों को कम करना, आंतों की कार्यप्रणाली में सुधार करना और इम्यून सिस्टम को मजबूत करने का काम करता है।

ये भी पढ़ें: महिलाओं को पीरियड्स के दर्द से राहत दिलाता है विटामिन E कैप्सूल

ब्लड शुगर लेवल करता है कंट्रोल

अगर आप डायबिटीज के मरीज हैं और अपना ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल करना चाहते हैं तो आपके लिए चिया बीजों का सेवन करना बहुत फायदमेंद साबित हो सकता है। इस सीड्स में मौजूद फाइबर और मिनरल आपके ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। चिया सीड्स में मौजूद फाइबर, ओमेगा-3 फैटी एसिड और मैग्नीशियम टाइप 2 डायबिटीज के रिस्क को कम करने का काम करते हैं। इसके अलावा चिया सीड्स में मौजूद एंटी-इंफ्लेमेट्री गुण ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने का काम करता है। यह लो जीआई कार्बोहाइड्रेट को धीरे-धीरे पचाता है और इसे अवशोषित भी करने में मदद करता है, जिससे यह ब्लड शुगर लेवल को स्थिर रखता है।

कैंसर को रोकता है

चिया सीड्स में एंटी-कैंसर गुण मौजूद होते हैं, जो कैंसर के सेल्स को विकसित होने से रोकने का काम करता है। यह सीड्स विशेषकर महिलाओं के लिए वरदान है। चिया सीड्स महिलाओं में स्तन और गर्भाशय ग्रीवा कैंसर कोशिकाओं को बढ़ने से रोकने के लिए काफी मदद करता है। रोजाना चिया सीड्स के सेवन से कैंसर को रोकने में काफी मदद मिलती है।

ये भी पढ़ें: डायबिटीज के लिए रामबाण इलाज है स्पिरुलिना का सेवन, इन बीमारियों से भी है बचाता

चिया बीजों का कैसे सेवन करें? (chia seeds eating way in hindi)

  • आप चिया सीड्स को पानी में भिगोकर खा सकते हैं। इसके लिए आपको रात में सोने से पहले एक चम्मच चिया सीड्स को एक गिलास पानी में भिगो लेना चाहिए। इसके बाद सुबह खाली पेट चीया सीड्स को चबाकर खा लें।
  • चिया सीड्स को आप सलाद के तौर पर भी खा सकते हैं।
  • आप चाहें तो चिया सीड्स को फ्रूट कस्टर्ड, पुडिंग, पैनकेक या ओटमील के साथ खा सकते हैं।
  • चिया सीड्स को आप दूध के साथ भी मिलाकर खा सकते हैं।

चिया बीजों के सेवन के दौरान बरती जाने वाली सावधानियां:

  • ज्यादा मात्रा में चिया सीड्स का सेवन करने से पाचन संबंधित दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। चिया बीजों में फाइबर की मात्रा काफी ज्यादा होती है। ऐसे में इसके ज्यादा सेवन से आपको इसे ठीक से पचाने में दिक्कत हो सकती है। इसकी वजह से दस्त, सूजन, पेट में ऐंठन, गैस, दर्द, ब्लोंटिंग, कब्ज जैसी समस्याएं हो सकती हैं। ऐसे में आपको सलाह दी जाती है कि चिया बीजों का सेवन हमेशा सीमित मात्रा में ही करें।
  • जिन लोगों को सरसों और तिल से एलर्जी है तो उन्हें चिया बीजों का सेवन नहीं करना चाहिए।
  • अगर आप ब्लड के धक्के से बनने वाली दवा जैसे एंटीकोएगुलेंट्स और एंटीप्लेटलेट्स, हाई ब्लड प्रेशर का इलाज कराने वाली दवाएं, एंटी-कैंसर, एंटी-ऑक्सिडेंट्स और ओमेगा-3 फैटी एसिड जैसी दवाएं ले रहे हैं तो चिया सीड्स का सेवन करने से बचें। दरअसल, ये दवाएं चिया बीजों के साथ इ्ंटरैक्ट कर सकते हैं।
  • अगर आपका पाचन तंत्र कमजोर हैं तो आपको चिया बीजों का सेवन करने से परहेज करना चाहिए।
  • चिया सीड्स को कच्चा खाने से परहेज करना चाहिए।

ये भी पढ़ें: क्या होता है बिलीरुबिन टेस्ट और इसे कैसे मापते हैं? जानिए इसके फायदे

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल:

सवाल: क्या गर्भवती महिलाएं चिया बीजों का सेवन कर सकती हैं?

जवाब: इसके बारे में पर्याप्त अध्ययन नहीं है। गर्भवास्था के दौरान महिलाओं को चिया सीड्स के सेवन को  लेकर अपने डॉक्टर से उचित परामर्श ले लेना चाहिए।

सवाल: क्या चिया सीड्स को पकाने से उनका पोषण प्रभावित होता है?

जवाब: नहीं। चिया बीजों को खाना पकाने उनका पोषण प्रभावित नहीं होता है।

सवाल: चिया बीजों में मुख्य रूप से कौन से पोषक तत्व पाए जाते हैं?

जवाब: चिया बीजों में मुख्य रूप से पोषक तत्वों में ओमेगा-3 फैटी एसिड, फाइबर, प्रोटीन, कैल्शियम, फॉस्फोरस और जिंक शामिल होता है। 

ये भी पढ़ें: अग्न्याशय: कार्य, स्थान, शारीरिक रचना

उम्मीद है कि आपको इस लेख से चिया बीजों के फायदे के बारे में विस्तार से जानकारी मिल गई होगी। अपने नॉन-वेरिफाइड ग्लूकोमीटर का इस्तेमाल बंद करें और BeatO का चिकित्सकीय रूप से प्रमाणित ग्लूकोमीटर किट अपनाएं और तुरंत अपने शुगर लेवल की जाँच करें। सही डायबिटीज मैनेजमेंट के लिए BeatO डायबिटीज केयर प्रोग्राम का हिस्सा बनें।

क्या आपको भी एक अच्छे और भरोसेमंद डायबिटीज डॉक्टर की तलाश है, तो 25+ वर्षों के अनुभव के साथ नेशनल डायबेटोलॉजिस्ट पुरस्कार विजेता डॉ. नवनीत अग्रवाल को चुनें। जो घर बैठे डायबिटीज नियंत्रण करने के लिए सही मार्गदर्शन प्रदान करते हैं।

डिस्क्लेमर: इस लेख में बताई गयी जानकारी सामान्य और सार्वजनिक स्रोतों से ली गई है। यह किसी भी तरह से चिकित्सा सुझाव या सलाह नहीं है। अधिक और विस्तृत जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने डॉक्टर से परामर्श लें। BeatoApp इस जानकारी के लिए जिम्मेदारी का दावा नहीं करता है।

How useful was this post?

Anand Kumar

आनंद एक पत्रकार होने के साथ-साथ कंटेट राइटर भी हैं। फिलहाल वह BeatO पर हेल्थ से जुड़े विषयों पर लिख रहे हैं। उन्होंने कई मीडिया संस्थानों के साथ काम किया है। उनके पास मीडिया में काम करने का 4 साल से ज्यादा का अनुभव है। उन्होंने राजनीतिक-सामाजिक विषयों पर ग्राउंड रिपोर्टिंग के साथ-साथ विभिन्न प्लेटफार्मों के लिए कई लेख भी लिखे हैं।