गोखरू स्वास्थ्य के लिए उपयोगी आयुर्वेदिक औषधि है। गोखरू को ‘गोक्षुर’, त्रिकंटक, गोखरू कांटा (Tribulus terrestris, Land caltrops, Puncture vine) के नामों से भी जाना जाता है। यह एक ऐसी जड़ी-बूटी है जिसका इस्तेमाल सदियों से स्वास्थ्य लाभ के लिए किया जाता है। गोखरू का फल, पत्ता और तना आयुर्वेद में औषधि के तौर पर प्रयोग किया जाता है। गोखरू आमतौर पर वनस्पति के रूप में जमीन पर फैली हुई मिलती है। मानसून के समय में गोखरू खेतों और जंगलों में अपने आप ही उग जाती हैं।
उत्तर भारत के हरियाणा और राजस्थान में यह बहुत मात्रा में पाया जाता है। गोखरू के फल कांटेदार होते हैं और इसके फूल पीले रंग के होते हैं। यह गायों और अन्य जानवरों के पैरों (खुरों) में फंस जाता है, इसलिए इसका नाम गोखरू पड़ा है। गोखरू में क्वेरसेटन,केम्फेरोल, सैपोनिन, सोडियम, पोटैशियम जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं। गोखरू को विटामिन ए, कैल्शियम और आयरन का अच्छा स्त्रोत माना जाता है। किडनी की पथरी का देसी इलाज गोखरू ही होता है।
वर्षा ऋतु में गोखरू बहुत अच्छे से फलते-फूलते हैं। यह जमीन पर फैलकर बढ़ने वाला पौधा होता है। गोखरू के तने 1.5 मी लंबी और जमीन पर फैला हुआ होता है। इसके पत्ते चने के समान और आकार में बड़े होते हैं। इसके फूल कांटों से भरे होते हैं, जो 0.7-2 सेमी व्यास या डाइमीटर के होते हैं। गोखरू अगस्त से दिसंबर महीने में बहुत अच्छे से फलता-फूलता है।
ये भी पढ़ें: ब्लैक कॉफी के फायदे जान चौंक जाएंगे आप, यहां जानें सबकुछ : Black Coffee Benefits in Hindi
गोखरू के फायदे अनेक हैं। इसका प्रयोग सेहत और बीमारियों से उपचार दोनों के लिए किया जाता है। यह पेसाब से संबंधित समस्याओं से लेकर यौन शक्ति को बढ़ाने में काफी मददगार होता है। आइए इस लेख में हम गोखरू के फायदे और इससे जुड़ी अन्य महत्वपूर्ण बातों के बारे में विस्तार से जानते हैं।
अगर आप किडनी स्टोन के दर्द से पीड़ित हैं तो आपको गोखरू राहत दिला सकता है। गुर्दे में पड़ी पथरी से छुटाकारा पाने के लिए गोखरू का सेवन रामबाण साबित होता है। गोखरू गुर्दे की पथरी को बनने से रोकने का काम करता है। यह पेशाब के उत्पादन को बढ़ने से भी रोकता है, ताकि गुर्दे को पथरी से बाहर निकाला जा सके। साथ ही यह स्टोन के निर्माण को भी रोकता है जिससे गुर्दे की पथरी को कम किया जा सकता है।
गोखरू के चूर्ण के सेवन से प्रोस्टेट ग्रंथि का बढ़ना कम हो जाता है और इससे पथरी टूट-टूटकर यूरिन के जरिए बाहर आ जाती है। इससे दर्द भी कम होता है। 5 ग्राम गोखरू चूर्ण को शहद के साथ मिला दें फिर उसका काढ़ा बनाकर पीना चाहिए। इससे आसानी से स्टोन से राहत मिल जाएगा।
ये भी पढ़ें: सेहत को एक नहीं बल्कि कई मिलते हैं कद्दू के बीज के फायदे: Pumpkin Seeds Benefits in Hindi
गोखरू पुरुषों में यौन शक्ति को बढ़ाने का काम करता है। ऐसा दावा किया गया है कि गोखरू का सेवन करने से पुरुषों में 60 दिनों में स्पर्म कांउट बढ़ जाता है, जिससे उनके अंदर इंफर्टिलिटी जैसी समस्या से निजात मिलता है। दो से तीन महीने तक गोखरू के नियमित रूप से सेवन करने से पुरुषों की यौन शक्ति बढ़ती है। गोखरू पुरुषों के इरेक्टाइल डिसफंक्शन की समस्या को भी दूर करता है।
पुरुषों को स्पर्म काउंट बढ़ाने के लिए 20 ग्राम गोखरू को 250 मिली दूध में उबालकर सुबह-शाम पीना चाहिए, जिससे स्पर्म या वीर्य संबंधी समस्याएं कम हो जाती हैं। 10 ग्राम गोखरू और 10 ग्राम शतावर को 250 मिली दूध के साध मिलाकर पीने से स्पर्म काउन्ट और क्ववालिटी बढ़ती है।
इसके अलावा गोखरू महिलाओं में यौन संबंधी समस्याओं को ठीक करने में भी मदद करता है। नियमित रूप से एक महीने तक इसका सेवन करने से महिलाओं के अंदर सेक्सुअल डियाजर, कामुकता, सेक्स पावर को बढ़ाने के साथ ही यौन संबंधी समस्याओं से भी राहत दिलाता है।
ये भी पढ़ें: सेहत को एक नहीं बल्कि कई मिलते हैं कद्दू के बीज के फायदे: Pumpkin Seeds Benefits in Hindi
अगर आप डायबिटीज से पीड़ित हैं तो आपके लिए गोखरू का सेवन फायदेमंद साबित हो सकता है। गोखरू में मौजूद सैपोनिन नामक तत्व में ब्लड शुगर को कम करने में मदद करता है। सैपोनिन सीरम ग्लूकोज, सीरम ट्राईग्लिसराइड और सीरम कोलेस्ट्रॉल को कम करता है। गोखरू के रोजाना सेवन से आपके ब्लड शुगर का लेवल कंट्रोल में रहता है और इससे आपको डायबिटीज का खतरा कम रहता है। डायबिटीज में खानपान का बहुत ध्यान रखना पड़ता है। आपके लिए गोखरू का सेवन ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में मदद करता है।
अगर आप स्किन संबंधित दिक्कतों से परेशान हैं तो आपको गोखरू का सेवन फायदेमंद साबित हो सकता है। एक्जिमा के कारण स्किन पर खुजली होने लगती है। ऐसे में गोखरू में एंटी इंफ्लेमेटीरी गुण पाए जाते हैं जो एक्जिमा के खतरे को कम कर सकते हैं। गोखरू फल को पानी में पीसकर स्किन पर लेप करने से खुजली जैसी त्वचा संबंधित बीमारियों से राहत मिलता है।
गोखरू में ऐसे गुण मौजूद होते हैं जो बार-बार पेशाब आने से संबंधित समस्याओं से राहत दिलाने में मदद करते हैं। अगर आपको बार-बार पेशाब से संबंधित परेशानी हैं तो आपको गोखरू का सेवन करना चाहिए।
ये भी पढ़ें: बस एक चुटकी भर केसर बनेगा आपकी सेहत का राज: जाने केसर खाने के फायदे
गोखरू का सेवन पाचन शक्ति को बढ़ावा देने के लिए किया जाता है। गोखरू का काढ़ा पाचन तंत्र को मजबूत करता है। इसके अलावा यह पेट से जुड़ी बीमारियों से राहत देता है। आप 30-40 मिली गोखरू काढ़े में 5 ग्राम पीपल का चूर्ण मिला सकते हैं और फिर आपको थोड़ा-थोड़ा पीना चाहिए। दस्त से संबंधित परेशानियों से भी यह राहत दिलाता है।
अगर किसी कारण किसी महिला के गर्भाशय में दर्द हो रहा है तो उनके लिए गोखरू का सेवन करना फायदेमंद साबित हो सकता है। गोखरू में कई ऐसे गुण मौजूद होते हैं जो गर्भाशय शूल या यूटेरस को दर्द से राहत दिलाते हैं। 5 ग्राम गोखरू में आपको 5 ग्राम काली किशमिश और 2 ग्राम मुलेठी मिलाकर सुबह-शाम सेवन करने से गर्भाशय के दर्द से राहत मिलता है।
ये भी पढ़ें: कैंसर के खतरे को कम करता है मोरिंगा पाउडर, सेवन करने में रखें ये सावधानी
अगर आप तेज बुखार से पीड़ित हैं तो आपके लिए गोखरू का सेवन करना बहुत फायदेमंद होता है। गोखरू बुखार से राहत दिलाता है। 15 ग्राम गोखरू में 250 मिली पानी मिलाकर उसे गर्मा उसका काढ़ा बना लें। फिर काढ़े का सेवन करें, जिससे आपको बुखार से राहत मिलेगी।
गोखरू तीन अलग-अलग रूपों में उपलब्ध होता है। ये चूर्ण, क्वाथ और टैबलेट के रूप में मौजूद होता है। गोखरू चूर्ण को पानी के साथ उबालकर पी सकते हैं। 15-30 मिली में गोखरू क्वाथ में पानी मिलाकर दिन में दो बार खा सकते हैं। इसके अलावा गोखरू के टैबलेट को रोजाना दूध के साथ खा सकते हैं।
ये भी पढ़ें: विटामिन बी9 किस खाने में सबसे अधिक पाया जाता है?
अगर आप गोखरू का सेवन सामान्य मात्रा से अधिक करते हैं तो यह आपके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक साबित हो सकता है। ज्यादा मात्रा में गोखरू का सेवन लंबे समय तक करना इन समस्याओं को जन्म दे सकता है-
अगर आपको पहले से स्वास्थ्य से संबंधित कोई समस्या है तो गोखरू का सेवन करने से पहले आपको अपने डॉक्टर से उचित परामर्श की जरूरत है। हो सकता है कि गोखरू में मौजूद कुछ गुण दवाओं के संपर्क में आकर शरीर में रिएक्शन पैदा कर सकते हैं और आपको किसी तरह का कोई साइड इफेक्ट झेलना पड़ सकता है।
ये भी पढ़ें: दांत दर्द को ठीक करने के लिए घरेलू उपचार क्या है?
सवाल: क्या गर्भावस्था के दौरान गोखरू का सेवन कर सकते हैं?
जवाब: जो महिलाएं गर्भवती हैं उन्हें किसी भी आयुर्वेदिक औषधि के सेवन से परहेज करना चाहिए। गर्भवती महिलाओं को गोखरू का सेवन नहीं करना चाहिए। गोखरू के सेवन से उनके भ्रूण में पल रहे बच्चे पर बुरा असर पड़ सकता है।
सवाल: क्या स्तनपान कराने वाली महिलाएं गोखरू का सेवन कर सकती हैं?
जवाब: नहीं, स्तनपान कराने वाली महिलाओं को गोखरू का सेवन करने से परहेज करना चाहिए।
सवाल: क्या गोखरू के सेवन से टेस्टोस्टेरोन का लेवल बढ़ सकता है?
जवाब: गोखरू को यौन शक्ति बढ़ाने वाली औषधि के तौर पर प्रयोग किया जाता है। गौखरू में पाए जाने वाले सैपोनिन, ल्यूटनाइजिंग हार्मोन की मात्रा बढ़ाते हैं। साथ ही गोखरू स्पर्म की गुणवत्ता को भी बढ़ाता है।
सवाल: क्या गोखरू के सेवन से चर्म रोग ठीक होता है?
जवाब: चर्म रोग से पीड़ित लोगों को गोखरू को पानी में मिलाकर उसका लेप अपनी त्वचा पर लगाना चाहिए। इससे त्वचा संबंधी परेशानियों से राहत मिलती हैं।
ये भी पढ़ें: बवासीर से हैं परेशान, तो जरूर अपनाएं ये घरेलू उपचार
उम्मीद है कि आपको इस लेख से गोखरू के फायदे और इससे जुड़ी महत्वपूर्ण बातों के बारे में विस्तार से जानकारी मिल गई होगी। सही शुगर टेस्टिंग स्ट्रिप्स और ग्लूकोमीटर ढूंढना थोड़ा मुश्किल है इसलिए BeatO आपके लिए एक ही छत के नीचे आपकी जरूरत की सभी चीजें लाया है। BeatO के स्मार्ट ग्लूकोमीटर किट को आज़माएं और नियमित अपने शुगर लेवल की जाँच करें।
BeatO के मुख्य क्लीनिकल अधिकारी, डॉ. नवनीत अग्रवाल के साथ बेहतरीन डायबिटीज केयर प्राप्त करें। डायबिटीज में उनके 25+ वर्ष के अनुभव के साथ सही मार्गदर्शन प्राप्त करें। इसके आलावा यदि आप ग्लूकोमीटरऑनलाइन खरीदना चाह रहे हैं याऑनलाइन हेल्थ कोच बुक करना चाहते हैं तो यहां क्लिक करें। Beatoapp घर बैठे आपकी मदद करेगा।
डिस्क्लेमर: इस लेख में बताई गयी जानकारी सामान्य और सार्वजनिक स्रोतों से ली गई है। यह किसी भी तरह से चिकित्सा सुझाव या सलाह नहीं है। अधिक और विस्तृत जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने डॉक्टर से परामर्श लें। BeatoApp इस जानकारी के लिए जिम्मेदारी का दावा नहीं करता है।