इसबगोल (Isabgol) प्लांटागो ओवाटा नामक पौधे का बीज होता है। इसे अंग्रेजी में साइलियम हस्क के नाम से जाना जाता है। यह पौधा गेहूं जैसा दिखता है। इसकी बालियां ठीक गेहूं की तरह होती हैं। इसके बीजों के ऊपर सफेद रंग का पदार्थ चिपका नजर आता है। यह हमारे सेहत के लिए बहुत लाभदायक होता है। इसबगोल में फाइबर की मात्रा बहुत अधिक होती है, इसलिए यह पाचन तंत्र के लिए काफी अच्छा माना जाता है। आयुर्वेद में इसबगोल कब्ज से राहत दिलाने में काफी उपयोगी होता है। घरेलू तौर पर इसका इस्तेमाल कब्ज से संबंधित परेशानियों के लिए किया जाता है।
इसबगोल में फाइबर की मात्रा बहुत ज्यादा होती है। इसमें फैट और कोलेस्टॉल की मात्रा बिल्कुल भी मौजूद नहीं होती है। आयुर्वेद के साथ-साथ एलोपैथी में भी इसे औषधि या दवा के रूप में प्रयोग किया जाता है। इसबगोल की तासीर ठंडी होने की वजह से यह पुराने दस्त, पेचिश और आंत की मरोड़ संबंधी परेशानियों को दूर करने में मदद करता है। आइए इस लेख में विस्तार से इसबगोल के फायदे और इससे जुड़ी महत्वपूर्ण बातों के बारे में विस्तार से जानते हैं।
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इसबगोल से मिलते हैं कई फायदे:
वजन को करता है कंट्रोल
इसबगोल आपके वजन को कंट्रोल करने में काफी मदद कर सकता है। इसबगोल में मौजूद फाइबर पेट भरा हुआ महसूस कराता है। जिससे आपको बार-बार भोजन करने की इच्छा नहीं होती है और कम कैलोरी आपके शरीर में जाती है। शरीर में कैलोरी की मात्रा कम होने के कारण वजन कंट्रोल होता है। बता दें कि 5 ग्राम इसबगोल में 4 ग्राम फाइबर मौजूद होता है। अगर आप नियमित रूप से इसबगोल का सेवन करते हैं तो आपके अंदर पेशाब की मात्रा बढ़ जाती है और इससे शरीर से अतिरिक्त फैट बाहर निकल जाता है। इस तरह से भी इसबगोल वजन को कंट्रोल करता है।
पाचन तंत्र को रखता है स्वस्थ
पाचन तंत्र के स्वस्थ नहीं होने के कारण हम लोग न चाहते हुए भी बीमारियों के चपेट में आ जाते हैं। ऐसे में इसबगोल पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने में अहम भूमिका निभाता है। बता दें कि इसबगोल पाचन तंत्र के रास्ते को साफ रखता है और इससे भोजन का चयापचय सही ढंग से होता है। इसबगोल के नियमित सेवन से स्वस्थ मल त्याग को बढ़ावा मिलता है। यह पेट के अल्सर, एसिडिटी, कोलाइटिस समेत अन्य पाचन संबंधी समस्याओं से तुरंत राहत दिलाता है। अगर आप एसिडिटी की समस्या से जल्द राहत पाना चाहते हैं तो इसके लिए आपको इसबगोल का सेवन दूध के साथ करना चाहिए। यह पेट की परत पर परत बनाकर एसिडिटी से राहत दिलाता है।
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ब्लड शुगर को करता है कंट्रोल
जो लोग डायबिटीज की समस्या से पीड़ित हैं उन्हें अपना ब्लड शुगर कंट्रोल करने की जरूरत होती है। ऐसे में इसबगोल का सेवन उनके लिए रामबाण साबित हो सकता है। इसबगोल में मौजूद फाइबर आंतों से रक्तप्रवाह में शुगर के अवशोषण को धीमा कर सकता है। जिससे शुगर का अवशोषण धीमी गति से होता है और इससे कई रोगों के जोखिम भी कम हो जाते हैं। डायबिटीज से पीड़ित मरीजों को ब्लड शुगर का लेवल कंट्रोल करने के लिए भोजन से पहले इसबगोल का सेवन करना चाहिए।
दिल से जुड़ी बीमारियों से दिलाता है राहत
इसबगोल की भूसी में कोलेस्ट्रॉल मौजूद नहीं होता है और फाइबर की मात्रा अधिक रहती है। फाइबर से जुड़ी चीजों का सेवन करने से दिल से संबंधित बीमारियों का खतरा कम हो जाता है। इसबगोल ब्लड प्रेशर को कम करने, लिपिड लेवल को बढ़ाने और ह्रदय की मांसपेशियों को मजबूत बनाने में मदद करता है।
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बवासीर के इलाज में है उपयोगी
खाना ठीक से न पच पाने और मलत्याग में कठिनाई होने की वजह से गुदा के आसपास की नसें सूज जाती हैं और बवासीर की समस्या हो जाती है। ऐसे में इसबगोल का सेवन करने से आपको मलत्याग में आसानी होगी, क्योंकि इसबगोल आपके मल में पानी का मात्रा बढ़ा देता है और इससे आपको मलत्याग में आसानी हो जाती है। इस दौरान बिल्कुल दर्द भी नहीं होता है।
डायरिया के इलाज में होता है फायदेमंद
इसबगोल डायरिया या दस्त के इलाज में भी कारगर होता है। कई डॉक्टर डायरिया के घरेलू उपाय के रूप में इसबोगल का सेवन करने को कहते हैं। अगर आप इसबगोल को दही के साथ खाते हैं तो आपको जल्द ही डायरिया से राहत मिल सकती है। दरअसल, दही में प्रोबायोटिक गुण होता है जो संक्रमण को जल्दी ठीक करने में काफी मददगार होता है और यह दस्त को रोकता है।
बाल झड़ने से है रोकता
इसबगोल का सेवन करने से आपको बालों को भी लाभ मिलता है। यह बालों को झड़ने से रोकने में मदद करता है। साथ ही यह बालों में रूसी की समस्या को भी दूर करता है। बता दें कि इसबगोल के सेवन करने से आपका शरीर हाइड्रेटेड रहता है। इससे बालों को भी हाइड्रेशन मिलती है, जिससे रूसी की समस्या दूर होती है।
इसबगोल का सेवन कैसे करें?
- एक गिलास पानी लेकर पहले गर्म कर लीजिए फिर एक से दो चम्मच इसबगोल पाउडर मिलाएं। इस मिश्रण का आप खाना खाने के बाद सेवन कर सकते हैं।
- इसबगोल को दही के साथ भी खा सकते हैं। इससे आपको दस्त में काफी राहत मिलता है। इसका मिश्रण बनाने के लिए आपको एक कटोरी दही में एक से दो चम्मच इसबगोल मिलाएं और फिर अपने स्वादानुसार इसमें मीठी चीनी मिलाएं। इसके बाद इस मिश्रण का सेवन कर सकते हैं। इसबगोल और दही के मिश्रण का सेवन करने के बाद एक गिलास पानी पी लीजिए।
- सुबह पेट साफ करने के लिए आप रात में एक चम्मच त्रिफला पाउडर और दो चम्मच इसबगोल को गर्म पानी में मिलाकर इसका सेवन कर सकते हैं।
- आप इसबगोल स्मूदी के साथ भी खा सकते हैं। इसके लिए आपको स्मूदी को गाढ़ा करना होगा। इसके बाद इस मिश्रण का आप सेवन कर सकते हैं।
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इसबगोल के सेवन से जुड़ी सावधानियां:
- गर्भवती महिलाओं को इसबगोल का सेवन नहीं करना चाहिए। अगर गर्भवती महिलाएं कब्ज से राहत पाने के लिए इसबगोल का सेवन करना चाहती हैं तो उन्हें इस संबंध में अपने डॉक्टर से उचित परामर्श लेने की जरूरत है।
- तीन साल से कम उम्र के बच्चों का इसबगोल का सेवन करने से परहेज करना चाहिए।
- इसबगोल पाउडर को सीधे खाने की कोशिश नहीं करनी चाहिए। इससे यह आपके गले में अटक सकता है और आपको जलन की समस्या हो सकती है। कोशिश करिए कि इसबगोल को पानी या दही के साथ ही खाएं।
- अगर आप पहले से कोई दवा ले रहे हैं तो इसबगोल का सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर से उचित परामर्श ले लें। दरअसल, कुछ दवाएं इसबगोल से इंटरैक्ट हो जाती है और यह आपके स्वास्थ्य के लिए समस्या बन सकती है।
- इसबगोल का ज्यादा सेवन करने से आपको कई परेशानियों का सामना करना भी पड़ सकता है। जैसे इसके ज्यादा सेवन से आंतों में रूकावट पैदा होती है। इसके अत्यधिक सेवन से आपके कब्ज की परेशानी और बढ़ जाती है।
- अगर आपको पहले पेट में ब्लॉकेज जैसी समस्याओं से दिकक्त रही है तो इसबगोल का सेवन करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।
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इसबगोल के सेवन के नुकसान:
- इसबगोल के अधिक सेवन से आपके पेट में मरोड़ या सूजन होने लगती है। ऐसे स्थिति में इसबगोल का सेवन बंद कर दें।
- अगर आप किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं और उसका इलाज करा रहे हैं तो आपको इसबगोल का सेवन बिना डॉक्टर की सलाह लिए नहीं करना चाहिए। डॉक्टर की सलाह पर ही इसबगोल के सेवन पर विचार करना चाहिए।
- अगर आप नियमित रूप से अधिक मात्रा में इसबगोल का सेवन करते हैं तो आपको इसके सेवन से जिंक, कॉपर और अन्य प्रमुख पोषक तत्वों का शरीर में अवशोषण घट जाता है।
- अगर आप नियमित तौर पर इसबगोल का सेवन करते हैं तो आपको भूख में कमी की समस्या भी हो सकती है।
- कई बार इसबगोल के सेवन से कुछ लोगों में एलर्जिक रिएक्शन देखने को मिल सकते हैं।
- अगर आप इसबगोल का सेवन पर्याप्त मात्रा में पानी के साथ नहीं करते हैं तो यह फूल सकता है और आपके श्वास नली को ब्लॉक कर सकता है। इससे सांस लेने में आपको दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।
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अक्सर पूछे जाने वाले सवाल:
सवाल: इसबगोल को कब लिया जा सकता है?
जवाब: आप भोजन से पहले इसबगोल को ले सकते हैं। अगर आप अपना वजन घटाना चाहते हैं तो खाने से 2 घंटे पहले इसबगोल का सेवन खूब सारे पानी के साथ करें।
सवाल: क्या इसबगोल ठंडा रहता है?
जवाब: इसबगोल की तासीर ठंडी होती है और यह आपके शरीर पर शीतल प्रभाव डालने का काम करता है।
सवाल: किन-किन रोगों में इसबगोल का प्रयोग किया जाता है?
जवाब: बवासीर, मोटापा, हाई ब्लड प्रेशर, दस्त, विपुटीशोथ जैसी बीमारियों के लिए इसबगोल का इस्तेमाल किया जाता है।
सवाल: क्या इसबगोल का रोजाना सेवन किया जा सकता है?
जवाब: इसबगोल का सेवन रोजाना किया जा सकता है। लंबे समय तक इसका इस्तेमाल हमारे शरीर में कुछ विटामिन और खनिज के अवशोषण की गति को धीमा करने में किया जाता है।
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उम्मीद है कि आपको इस लेख से इसबगोल के फायदे के बारे में विस्तार से जानकारी मिल गई होगी। यदि आप अपने आस-पास के क्षेत्र में अच्छा डायबिटीज क्लिनिक ढूंढ रहे हैं, तो एक बार BeatO को जरूर आजमाना चाहिए, जो आपकी हेल्थ केयर आवश्यकताओं का एक प्रभावी समाधान है।
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