जब आप टाइप 2 डायबिटीज़ के साथ जीवन जी रहे होते हैं, तो आप यह जानते हैं कि आप को अपनी डायबिटीज़ को नियंत्रित करना और अपने HbA1c को एक सही सीमा के अंदर रखना कितना ज़रूरी है।
फिर आपका ब्लड शुगर लेवल क्यों बढ़ जाता है? जब कि आप अपनी डायबिटीज़ के लिए इतने सतर्क और जागरूक हैं?
इस संबध में कुछ ऐसे मुख्य कारण हैं जो आपके ब्लड शुगर लेवल को बढ़ा सकते हैं। उन बातों को जानें और अपने ब्लड शुगर को बढ़ने से रोकने के लिए जितना हो सके उन कारणों को ख़त्म करने की कोशिश करें ।
अगर आप जानते हैं कि आप के शुगर लेवल के बढ़ने का कारण क्या है, तो नियमित तौर पर इस बात का ध्यान रखें-
कम नींद
रात की अच्छी नींद आपके अच्छे स्वास्थ के लिए जरूरी है और यहां तक कि सिर्फ एक रात कम नींद लेने से भी आपके शरीर को इंसुलिन का प्रभावी ढंग से उपयोग करने के रोक सकती है। अगर आप वयस्क हैं तो आपको रात में सात से नौ घंटे की नींद लेनी चाहिए और जिन्हें डायबिटीज़ है या फिर जो 65 और उससे अधिक उम्र के हैं, वह सात से आठ घंटे की नींद ज़रूर लें। नींद की कमी स्ट्रेस हार्मोन “कोर्टिसोल” को बढ़ाती है और जब आप खाना भी खाते हैं तो इंसुलिन की मात्रा कम हो जाती है।
नाश्ता छोड़ना
डायबिटीज़ वाले लोगों के लिए, नाश्ता न करने से ब्लड शुगर बढ़ने की संभावना बनी रहती है। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि आप चलते-फिरते कुछ भी खा लें। आप “लो-कार्ब डायबिटीज-फ्रेंडली” नाश्ता ही करें जैसे, तले हुए अंडे, पालक और टमाटर आपके ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में काफी मदद करेंगे ।
डिहाइड्रेशन
कम पानी पीने का मतलब है आप के ब्लड शुगर लेवल का बढ़ना, क्योंकि अगर आप खुद को हाइड्रेटेड रखते हैं, तो अतिरिक्त शुगर आप के पेशाब के ज़रिये बाहर निकल जाएगी और जिस से आप का शुगर लेवल नहीं बढ़ेगा। शुगर को बढ़ने से रोकने के लिए पानी पीना सबसे अच्छा विकल्प है।
सैचुरेटेड फैट
डायबिटीज़ वाले लोगों के लिए खाने में सिर्फ कार्बोहाइड्रेट की मात्रा का ध्यान रखना ही काफी नहीं हैं। हाई फैट और सैचुरेटेड फैट वाले खाने से भी शुगर लेवल तेज़ी से बढ़ता है ।
यह कहा जाता है कि आपकी रोज़ाना कैलोरी का लगभग 20 से 35 प्रतिशत भाग फैट से आना चाहिए। हालांकि, पनीर, रेड मीट, तला हुआ खाना और बेक्ड फ़ूड प्रोडक्टस से मिलने वाले फैट का भाग आपकी दैनिक कैलोरी सेवन के 10 प्रतिशत से कम होना चाहिए, ताकि आप का शुगर लेवल न बढ़े। यह सुनिश्चित करने के लिए कि आप एक संतुलित डाइट ले, साथ ही आप को फैड डाइट से भी दूरी बना कर रखनी चाहिए।
तनाव
दुर्भाग्य से, तनाव कई रूपों में आ सकता है, जैसे – किसी काम की समय सीमा, पारिवारिक परेशानी, या कोई चोट लग जाने से, और कही न कही हम में से ज्यादातर लोगों के लिए इसे नज़रंदाज़ करना मुश्किल है। तनाव “कोर्टिसोल हार्मोन” को रिलीज करता है जो इंसुलिन के प्रति हमारे शरीर की संवेदनशीलता को कम करता है। इससे ब्लड शुगर बढ़ जाता है। व्यायाम या ध्यान एक ऐसी प्रक्रिया है जो आपके तनाव के स्तर और आपके शुगर लेवल को मैनेज करने में मदद कर सकती है ।
डायबिटीज़ किसी के लिए भी एक मुश्किल स्थिति है। इसलिए, इस स्थिति को स्वीकार करना या डायबिटीज़ मैनेजमेंट के रस्ते पर संयम से चलना थोड़ा मुश्किल ज़रूर हो सकता है लेकिन यह ज़रूरी भी है। आप सही तरह से अपनी डायबिटीज़ को मैनेज कर रहे हैं की नहीं यह जानने के लिए हमेशा अपने डायबिटीज़ कोच से बात करते रहें ।