योगेश भारद्वाज
उम्र -58 वर्ष, सलाहकार
टाइप 2 मधुमेह से पीड़ित
योगेश भारद्वाज 58 वर्ष के हैं, वह अपनी पत्नी, बच्चों और मां के साथ नोएडा में रहते हैं। वह नोएडा में एक बहुत अच्छी बहुराष्ट्रीय कंपनियों में से एक में सलाहकार के रूप में काम करते है। उन्हें साल 2014 में अपनी टाइप 2 डायबिटीज (मधुमेह) का पता चला था।
वह बताते हैं कि जब उन्हें अपनी डायबिटीज (मधुमेह) की समस्या का पता चला, तो किस तरह से उन्होंने इस स्थिति को संभालने की कोशिश की, उन्होंने बताया कि, “मैंने कुछ अच्छे डायबिटीज विशेषज्ञों से परामर्श किया। उन्होंने मुझे बताया कि मधुमेह मेरी आंखों और मेरे शरीर के दुसरे अंगों को भी नुकसान पहुंचा सकता है। अतः मैंने तुरंत अपने डॉक्टर की दी गई सलाह का पालन करना शुरू कर दिया।
स्वाभाविक रूप से, योगेश भारद्वाज को इस बात को लेकर काफी डर था कि वह इस गंभीर परिस्थिति को कैसे प्रबंधित कर पाएंगे। उन्हें यह बताया गया कि अगर वह अपनी डायबिटीज की स्थिति को सही ढंग से प्रबंधित करना चाहते हैं तो उन्हें दैनिक रूप से अपनी डायबिटीज की जाँच करनी होगी।
इसीलिए वह एक प्रभावी और किफायती ग्लूकोमीटर की तलाश में थे और फिर उन्हें उनके एक दोस्त ने BeatO के बारे में बताया। तो शुरुवात में उन्होंने सिर्फ अपने शुगर लेवल को मापने के लिए BeatO Smartphone Glucometer को चुना।
“मुझे BeatO के एक रिप्रेजेंटेटिव का फोन आया और उन्होंने मुझे BeatO के “डायबिटीज केयर प्रोग्राम” के बारे में बताया। जिस के बाद मैं अक्टूबर 2022 में इस प्रोग्राम में शामिल हुआ।
योगेश भारद्वाज ने अपने खानपान और जीवनशैली में सभी ज़रूरी बदलाव किये। वह हर दिन 10,000 कदम पैदल चलते हैं और सिर्फ अपने स्वास्थ्य प्रशिक्षक के बनाये हुए डाइट प्लान के अनुसार ही खाते हैं। केयर प्रोग्राम में शामिल होने के तीन महीनों के अन्दर ही उन्हें महत्वपूर्ण परिणाम देखने को मिला |
अपने स्वास्थ्य प्रशिक्षक द्वारा दिए गए सभी निर्देशों का सही से पालन करने के बाद, योगेश भारद्वाज अपनी स्थिति में बदलाव करने में सक्षम हुए। उनका HbA1c 11.9% से घटकर 5.8% पर आ गया। उनकी फास्टिंग रीडिंग 150 मिलीग्राम/डीएल से घटकर 90 मिलीग्राम/डीएल हो गई और खाने के बाद उनकी रीडिंग 190 मिलीग्राम/डीएल से घटकर 120 मिलीग्राम/डीएल हो गई। अब उनकी ऊर्जा का स्तर भी बढ़ गया है और उन्हें उतनी थकान महसूस नहीं होती जितनी कि पहले हुआ करती थी।
BeatO के डायबिटीज केयर प्रोग्राम के बारे में वह कहते हैं, कि “यह प्रोग्राम बहुत किफायती है और दवाएं घर बैठे आप को मिल जाती हैं। मुझे अपने डॉक्टर से परामर्श और मधुमेह की दवाओं के लिए हर महीने सिर्फ 1199 रुपये का भुगतान करना होता है। मेरे परिवार के सभी सदस्य भी मेरे स्वास्थ्य में हुए सुधार और डायबिटीज के उपचार की लागत से बहुत संतुष्ट हैं।
“मेरी स्वास्थ्य प्रशिक्षक शिखा के साझा किए गए डाइट प्लान का पालन करना मेरे लिए बहुत आसान है। वे मेरे कार्बोहाइड्रेट और कैलोरी की मात्रा को एक तय सीमा के अंदर रखने में मेरी मदद करती हैं।”
योगेश भारद्वाज का कहना है कि उनके स्वास्थ्य प्रशिक्षक हमेशा बहुत सहायक रहे और उन्होंने उन्हें ये भरोसा दिलाया कि वह अपनी डायबिटीज की स्थिति में सुधार कर सकते हैं।
वह BeatO के इस प्रोग्राम को “डायबिटीज की समस्या से जुड़े हर व्यक्ति के लिए समय की मांग” के रूप में बताते हैं।
श्री भारद्वाज इस बात का आदर्श उदाहरण हैं कि अगर कोई धैर्य दिखाए और सही प्रयास करे तो हर उम्र में डायबिटीज को नियंत्रित किया जा सकता है।
BeatO के साथ एक सही स्वास्थ्य सलाह पायें ।