Vildagliptin 50 mg in Hindi: डायबिटीज मरीजों के लिए विल्डाग्लिप्टिन टैबलेट का इस्तेमाल क्यों है रामबाण?

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Vildagliptin 50 mg uses in Hindi: विल्डाग्लिप्टिन एक एंटी-डायबिटीक दवा है। इस दवा का मुख्य रूप से शुगर के इलाज के लिए किया जाता है। विल्डाग्लिप्टिन को मेटफॉर्मिन दवा के साथ प्रयोग किया जाता है। मेटफॉर्मिन भी डायबिटीज रोधी-दवा होती है। विल्डाग्लिप्टिन दवा का इस्तेमाल टाइप-2 डायबिटीज के मरीजों पर किया जाता है। टाइप-2 डायबिटीज से प्रभावित मरीजों के ब्लड शुगर नियंत्रण में काफी सुधार लाने में यह दवा काफी प्रभावी होता है।

विल्डाग्लिप्टिन दवा पैंक्रियाज से इंसुलिन रिलीज को बढ़ाने में मदद करती है जिससे भूख और खाने के बाद शुगर स्तर को नियंत्रण करने में मदद मिलता है। इस दवा को आमतौर पर सल्फोनाइल्युरिया या इंसुलिन के साथ लेना तय किया गया है। यह दवा ग्लाइसेमिक को काबू करने में मदद देता है।

हेल्दी डाइट और एक्सरसाइज करने के साथ इस दवा का सेवन ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में मदद करता है। इसके अलावा इस दवा के सेवन से लीवर द्वारा बनाई जाने वाली शुगर की मात्रा को भी कम करने में मदद मिलती है। इस दवा के साथ ही आपको व्यायाम करना बेहद जरूरी होता है। विल्डाग्लिप्टिन एक डीपीपी-4 इन्हिबिटर्स है। यह पैंक्रियाज से इंसुलिन रिलीज को बढ़ाने के साथ ही बल्ड शुगर लेवल को बढ़ाने वाले हार्मोन को कम करने में मदद करता है।

विल्डाग्लिप्टिन दवा का उपयोग (Vildagliptin 50 mg uses in Hindi)

विल्डाग्लिप्टिन दवा टैबलेट्स के रूप में दवा बाजार में मिलती है। विल्डागलिप्टिन टैबलेट्स को पानी के साथ पूरा निगला जा सकता है। आप इसे चबा सकते हैं। टैबलेट को कुचलें या तोड़ें नहीं। आप इस दवा को दिन में एक बार लें। आप दवा को भोजन या बिना भोजन के भी ले सकते हैं। 

विल्डागलिप्टिन 50 मि.ग्राम/ 500 मि.ग्राम टैबलेट टाइप-2 डायबीटीज मरीज ले सकते हैं। इस दवा का सेवन करते समय स्वस्थ्य खाना और नियमित व्यायाम बहुत ही जरूरी होता है। सावधानी पूर्वक डॉक्टर की सलाह पर ही यह दवा आपको लेनी चाहिए। बिना डॉक्टर की सलाह लिए यह दवा नहीं लेनी चाहिए। इस दवा का सेवन करने के दौरान मात्रा का ध्यान रखना चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि आप 50 मिलीग्राम मात्रा में ही इस दवा का सेवन करें। आपको इसके संबंध में भी डॉक्टर से उचित परामर्श लेने की जरूरत है।

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विलडाग्लिप्टिन दवा के साइड इफेक्ट्स (Vildagliptin 50 mg Side Effects)

विलडाग्लिप्टिन दवा के कभी-कभी कुछ साइड इफेक्ट हो सकते हैं। अगर यह प्रभाव आपके अंदर बहुत लंबे समय तक बना रहता है तो ऐसे में आपको अपने डॉक्टर को दिखाना चाहिए।

  • कब्ज
  • सिरदर्द
  • कमजोरी
  • सीने में जलन
  • चेहरे में सूजन
  • होंठों में सूजन
  • अत्यधिक पसीना
  • हाइपोग्लाइसीमिया (शुगर कम होना)

विल्डाग्लिप्टिन दवा का सेवन जरूरत से ज्यादा है खतरनाक

अगर आप विल्डाग्लिप्टिन दवा का 50 मिलीग्राम से अधिक मात्रा में प्रयोग करते हैं तो इसका आपके स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता है। ऐसे में आपको अनियमित दिल की धड़कन, चक्कर, उल्टी और सांस जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।

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विल्डागलिप्टिन टैबलेट्स का ऐसे करें स्टोरेज

  • विलडाग्लिप्टिन टैबलेट्स को सीधे सूरज किरणों, हवा या प्रकाश में नहीं रखना चाहिए।
  • विलडाग्लिप्टिन दवा को ऐसे स्थान पर रखें जहां बच्चे न पहुंच पाएं।
  • आप विलडाग्लिप्टिन दवा को 20-25 डिग्री सेल्सियस के बीच कमरे के तापमान में रख सकते हैं।

विल्डाग्लिप्टिन टैबलेट लेते समय बरती जाने वाली सावधानियां:

  • गर्भवती महिलाओं को डॉक्टर से परामर्श लेने के बाद ही विल्डाग्लिप्टिन दवा का सेवन करना चाहिए। यूरोपीय कमीशन गर्भवावस्था के समय यह दवा नहीं लेने की सिफारिश करता है।
  • जो महिलाएं स्तनपान करा रही हैं उन्हें इस दवा का सेवन करने से सावधानी रखनी चाहिए। डॉक्टर से उचित परामर्श लेने के बाद ही इस दवा का सेवन करना स्वास्थ्य के लिए लाभकारी माना जाता है। अगर स्तनपान कराने वाली महिलाएं यह दवा लेती हैं तो उनके बच्चों पर इसका दुष्प्रभाव पड़ सकता है और शिशु को गंभीर प्रतिक्रियाओं का सामना करना पड़ सकता है।
  • शराब का सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर से इस दवा के प्रयोग के बारे में उचित सलाह जरूर ले लीजिए। इससे अन्य बीमारियों के खतरे बढ़ने की भी संभावना रहती है।
  • विल्डागलिप्टिन टैबलेट क्लोजापीन, अरिपिप्राजोल, गैटिफ्लॉक्सेसिन, डोपामीन, बेक्सारोटीन और डेक्सामेथासोन जैसी दवाओं के साथ इंटरएक्ट कर सकती हैं।
  • बिना डॉक्टर की सलाह के विल्डागलिप्टिन का 50 मिलीग्राम से अधिक सेवन नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से आपको एलर्जी संबंधित समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
  • मीठी चीजें से खाने से परहेज करना चाहिए। अगर आप मीठी चीजों का सेवन करते हैं तो यह आपके ब्लड शुगर का लेवल बढ़ा सकता है।
  • विल्डागलिप्टिन लेते समय ब्लड शुगर के लेवल को कंट्रोल करने और अधिक खाने से रोकने में मदद के लिए आपको मैक्रोन्यूट्रिएंट वाला भोजन करना चाहिए।
  • जिन्हें तीव्र अग्नाशयशोथ (acute pancreatitis) का संदेह है तो उन्हें विल्डागलिप्टिन का सेवन बंद कर देना चाहिए।
  • अगर आप पैंक्रियास में सूजन या विटामिन बी12 की कमी का सामना कर रहे हैं तो आपको विल्डाग्लिप्टिन टैबलेट को मेटफोर्मिन के साथ सेवन नहीं करना चाहिए।

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इस वक्त विल्डाग्लिप्टिन दवा का सेवन नहीं करना चाहिए?

डायबेटिक केटोएसिडोसिस

अगर कोई शख्स पहले से डायबेटिक केटोएसिडोसिस बीमारी से पीड़ित हैं तो उसे विल्डाग्लिप्टिन दवा का सेवन नहीं करना चाहिए। यूरोपीय औषधि एजेंसी के अनुसार, विल्डाग्लिप्टिन दवा का केटोएसिडोसिस बीमारी से पीड़ित व्यक्ति को बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए, क्योंकि एक रिसर्च में यह दावा किया गया है कि इस बीमारी से पीड़ित व्यक्ति में यह कई समस्याएं पैदा कर सकता है।

टाइप-I डायबिटीज

अगर आप टाइप-I डायबिटीज से पीड़ित हैं तो आपको विल्डाग्लिप्टिन दवा का सेवन करने की सलाह नहीं दी जाती है। दरअसल, विल्डाग्लिप्टिन दवा टाइप-I डायबिटीज बीमारी के इलाज में प्रभावी नहीं पाया गया है।

हेपेटिक इम्पेयरमेंट

जो लोग हेपेटिक इम्पेयरमेंट बीमारी से पीड़ित या पीड़ित रहे हैं तो उन्हें विल्डाग्लिप्टिन दवा का सेवन करने की सलाह नहीं दी जाती है। विल्डाग्लिप्टिन दवा का सेवन अनुचित प्रभावों के चांस बढ़ा सकता है।

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इन बीमारियों के साथ विल्डागलिप्टिन टैबलेट्स कर सकता है रिएक्शन:

पैंक्रिएटाइटिस

जो लोग पैंक्रिएटाइटिस से पीड़ित हैं तो उन्हें बहुत सावधानी के साथ विल्डागलिप्टिन टैबलेट्स का सेवन करना चाहिए। अगर पैंक्रिएटाइटिस पीड़ित व्यक्ति को विल्डागलिप्टिन दवा का सेवन करने पर पेट में दर्द, उल्टी, मतली की स्थिति होती है तो ऐसे में तुरंत डॉक्टर से सलाह लेने की जरूरत है। आपके डॉक्टर इस स्थिति में चिकित्सा बंद करने की भी सलाह दे सकते हैं।

अगर आप दिल से संबंधित समस्याओं से पीड़ित हैं तो बिना डॉक्टर की सलाह लिए आपको विल्डागलिप्टिन दवा का सेवन करने से परेहज करना चाहिए। अगर कोई ह्रदय समस्या से पीड़ित व्यक्ति इस दवा का सेवन बिना डॉक्टर की सलाह पर करता है तो इसे उसके गंभीर परिणामों का सामना करना पड़ सकता है।

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अक्सर पूछे जाने वाले सवाल:

सवाल: क्या विल्डाग्लिप्टिन टैबलेट का सेवन किडनी के लिए सुरक्षित होता है?

जवाब: अभी तक विल्डाग्लिप्टिन टैबलेट का किडनी के साथ कार्य की कमी का अध्ययन नहीं किया गया है।

सवाल: क्या विल्डाग्लिप्टिन टैबलेट का सेवन करने से वजन बढ़ता है?

जवाब: विल्डाग्लिप्टिन टैबलेट का सेवन करने से वजन नहीं बढ़ता है। हालांकि, ये कम बेसलाइन ग्लाइसीमिया वाले लोगों में सीमित मात्रा में वजन में कमी लाता है।

सवाल: कब विल्डाग्लिप्टिन टैबलेट का सेवन करना चाहिए?

जवाब: डॉक्टर की सलाह के अनुसार ही विल्डाग्लिप्टिन टैबलेट का सेवन करें। अगर डॉक्टर ने नियमित रूप से रोज दो बार विल्डाग्लिप्टिन टैबलेट का सेवन करने की सलाह दी है तो आप इसे सुबह और शाम में पहली खुराक लें। आप विल्डाग्लिप्टिन टैबलेट का पहला खुराक भोजन से पहले, दौरान या उसके बाद ले सकते हैं।

सवाल: क्या विल्डाग्लिप्टिन टैबलेट का इलाज मानसिक समस्याओं के लिए किया जाता है?

जवाब: मस्तिष्क विकारों से संबंधित समस्याओं के इलाज के लिए विल्डाग्लिप्टिन टैबलेट का प्रयोग नहीं किया जाता है।

सवाल: क्या विल्डाग्लिप्टिन टैबलेट आदत या लत बन सकती है?

जवाब: ऐसा नहीं है। आप विल्डाग्लिप्टिन टैबलेट को लेने से पहले इस संबंध में अपने डॉक्टर से जरूर पूछें।

सवाल: क्या विल्डाग्लिप्टिन टैबलेट लेने के बाद कोई भारी काम किया जा सकता है?

जवाब: नहीं, विल्डाग्लिप्टिन टैबलेट का सेवन करने के बाद किसी तरह का कोई भारी काम नहीं करना चाहिए।

सवाल: क्या 18 साल से कम उम्र के बच्चों  विल्डाग्लिप्टिन टैबलेट का सेवन करना चाहिए?

जवाब: नहीं, 18 साल से कम उम्र के बच्चों को विल्डाग्लिप्टिन टैबलेट का सेवन नहीं करना चाहिए। 18 साल से कम उम्र के बच्चों में बाल चिकित्सा आबादी में सुरक्षा और प्रभावशीलता स्थापित नहीं की गई है।

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उम्मीद है कि आपको इस लेख से विल्डाग्लिप्टिन दवा के बारे में विस्तार से जानकारी मिल गई होगी। यदि आप अपने आस-पास के क्षेत्र में अच्छा डायबिटीज क्लिनिक ढूंढ रहे हैं, तो एक बार BeatO को जरूर आजमाना चाहिए, जो आपकी हेल्थ केयर आवश्यकताओं का एक प्रभावी समाधान है।

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डिस्क्लेमर: इस लेख में बताई गयी जानकारी सामान्य और सार्वजनिक स्रोतों से ली गई है। यह किसी भी तरह से चिकित्सा सुझाव या सलाह नहीं है। अधिक और विस्तृत जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने डॉक्टर से परामर्श लें। BeatoApp इस जानकारी के लिए जिम्मेदारी का दावा नहीं करता है।

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Anand Kumar

आनंद एक पत्रकार होने के साथ-साथ कंटेट राइटर भी हैं। फिलहाल वह BeatO पर हेल्थ से जुड़े विषयों पर लिख रहे हैं। उन्होंने कई मीडिया संस्थानों के साथ काम किया है। उनके पास मीडिया में काम करने का 4 साल से ज्यादा का अनुभव है। उन्होंने राजनीतिक-सामाजिक विषयों पर ग्राउंड रिपोर्टिंग के साथ-साथ विभिन्न प्लेटफार्मों के लिए कई लेख भी लिखे हैं।